मसान होली: काशी में चिता की राख से कब खेली जाएगी 0 (0)

काशी को भगवान शिव की नगरी कहा जाता है। यहां की कईं परंपराएं बहुत ही अनोखी और विचित्र है, श्मशान में खेली जाने वाली श्मशान होली भी इनमें से एक है। धर्म ग्रंथों में काशी नगरी का विशेष महत्व बताया गया है। इसके स्वामी स्वयं भगवान महादेव हैं। कालभैरव इस नगरी के द्वारपाल हैं। काशी … Read more

श्री गोपेश्वर महादेव वृंदावन की कथा 5 (1)

भगवान शिव से बड़ा कोई श्री विष्णु का भक्त नहीं और भगवान विष्णु से बड़ा कोई श्री शिव का भक्त नहीं है, इसलिये भगवान शिव सबसे बड़े वैष्णव और भगवान विष्णु सबसे बड़े शैव कहलाते हैं। नौ साल के छोटे बालरूप में जब श्री कृष्ण ने महारास का उद्घोष किया तो वृन्दावन में पूरे ब्रह्माण्ड … Read more

सोम प्रदोष व्रत आज 0 (0)

महादेव की पूजा का महत्व हर दिन होता है, लेकिन प्रदोष तिथि की पूजा का खास महत्व है। माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा से जीवन में समृद्धि, खुशहाली और भाग्य में वृद्धि होती है। प्रदोष व्रत कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि (13वीं तिथि) को हर महीने होता … Read more

अब चार दिन महाकुंभ में। पाठकों का स्नेह बना रहे 0 (0)

इसे भगवान शिव का आशीर्वाद ही कहा जाएगा कि मात्र चार माह की अवधि में मुझे शिव के चरणों में समर्पित होने का अवसर मिल रहा है। मैं, मेरी पत्नी अचला मित्तल के साथ 23 से 26 जनवरी तक प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में शामिल हो रहा हंू। मैंने गत वर्ष सितंबर माह में … Read more

बाबा बर्फ पर तपस्या कर पहुंचे महाकुंभ 0 (0)

महाकुंभ 2025 में बाबा मंगल गिरी अपने 11 किलो के रुद्राक्ष मुकुट के साथ आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। भगवान शिव के प्रति समर्पित यह हठ योग उनकी गौ रक्षा और जनकल्याण के संकल्प को दशार्ता है। महाकुंभ नगर, प्रयागराज। महाकुंभ 2025 का अद्भुत आयोजन प्रयागराज में जारी है, जहां श्रद्धालु एक से बढ़कर … Read more

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