सबको आज रोता हुआ देख रहा हूं
संजय श्रीवास्तव सबको आज रोता हुआ देख रहा हूं उनके बीच अपने को लेटा हुआ देख रहा हूं अजीब सी हलचल हो रही हैं घर में मेरे आज सबको बेचैन सा देख रहा हूं कुछ के बुदबुदाने की आवाज़ें आ रही हैं शायद मेरे मृत शरीर को उठाने की बाते हो रही हैं सबको काम … Read more