शाबाश अफसरों, मुख्यमंत्री जी को सरोवर की अच्छी तस्वीर दिखाई

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– प्रेम आनन्दकर, अजमेर

– जो ब्रह्म घाट चार दिन पहले तक सड़ांध मार रहा था, वह सोमवार को चमचमा रहा था
– आपने वही देखा, जो अफसरों ने दिखाया, पूर्व मुख्यमंत्री भी यही करते थे, आपने भी वही किया

बहुत अच्छे मुख्यमंत्री जी, आपके अफसरों ने सोमवार को आपकी पुष्कर यात्रा के दौरान आपको पवित्र सरोवर की बहुत अच्छी तस्वीर दिखाई। जैसा हमेशा होता आया है, वैसा ही इस बार भी हुआ। यह कोई पहली और नई बात नहीं है। कांग्रेस राज में भी तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वही देखते थे, जो अफसर दिखाते थे। आप भी वही कर रहे हैं। तो फिर आपकी भाजपा सरकार और कांग्रेस सरकार में क्या फर्क रह गया है?

पवित्र पुष्कर सरोवर में मछलियां मर रही हैं, पानी बदबू मार रहा है। जैसा पुष्कर के नागरिक और पुरोहित बताते हैं, सरोवर के कैचमेंट एरिया में करीब चार सौ होटलें बन गई हैं। जिस ब्रह्म घाट पर आपने पवित्र सरोवर का जलाभिषेक और पूजन किया, वह चार दिन पहले तक सड़ांध मार रहा था। केवल ब्रह्म घाट ही नहीं, करीब-करीब सभी घाटों की यही स्थिति है। जिस ब्रह्म घाट से आपने पूजन किया है, उसी ब्रह्म घाट पर पानी गंदा है, लेकिन आपको पूजा करवाने के लिए किस तरह अफसरों ने बंदोबस्त किए हैं, यह तो बेचारे वही जानते होंगे। दो दिन पहले तीर्थ पुरोहितों ने आपको हकीकत बताने का ऐलान किया था, तो घबराए अफसर उन्हें मनाने के लिए पहुंच गए।

हाथ जोड़कर विनती कर रहे थे कि मुख्यमंत्री की यात्रा पूरी होने तक आप शांत रहें, बाद में आपके अनुसार सभी व्यवस्थाएं कर दी जाएंगी। अफसर तो केवल पुरोहितों को जैसे-तैसे मान-मनोव्वल कर अपनी बला टालने चाहते थे और वे इसमें कामयाब भी रहे। आपसे कुछ पुरोहित मिले भी होंगे और पवित्र सरोवर को लेकर पीड़ा भी जताई होगी। आपके जाने के बाद पुरोहितों ने मीडिया के सामने अफसरों की मक्कारी का जमकर बखान किया। मुख्यमंत्री जी, शायद आपको तो यह भी पता नहीं होगा कि जिस घाट पर आपने पूजन किया, वहां पानी गंदा है, इसीलिए वहां पाइप लगाकर पम्पों से सरोवर में पानी छोड़ा जा रहा था, ताकि आपको बदबू का पता ही नहीं चले।

शायद बनावटी आवरण में आपको पता भी नहीं चला होगा और बेहतर व्यवस्थाओं के लिए आप अफसरों की पीठ थपथपाए बिना भी नहीं रहे होंगे। पुरोहितों का कहना था कि जैसी सफाई आपकी यात्रा से पहले हुई, काश ऐसी सफाई रोजाना हुई होती, तो शायद पुरोहितों को कोई गिला-शिकवा भी नहीं होती। आपने ही बताया कि ब्रह्मा मंदिर कॉरिडोर के लिए आपकी सरकार ने करीब सवा दो सौ करोड़ रूपए मंजूर किए हैं। इतना बड़ा धन आपने दिया, इसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। बस इस धन का सही उपयोग हो जाए, यह व्यवस्था कर दीजिए।

बाकी तो अजमेर स्मार्ट सिटी का जो हश्र हुआ है, वह किसी से छिपा नहीं है। किस तरह अजमेर के अफसरों ने करोड़ों रूपए को पलीता लगाया है, यह बात आप तक भी पहुंच गई होगी, लेकिन जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ आपने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है, यह बात अजमेर वालों को बहुत अखर रही है। जय पुष्कर राज की।

जनपत्र डेस्क

जनपत्र डेस्क विभिन्न सम्मानित पत्रकारो द्वारा लिखित समाचार, राय आदि का संकलन है |

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