संघ प्रमुख मोहन भागवत ने साफा पहनाकर आशीर्वाद दिया
राजस्थान में 939 विद्यालयों में तीन लाख विद्यार्थी अध्यनरत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े विद्या भारती शिक्षण संस्थान द्वारा राजस्थान के नागौर में संचालित शारदा बालिका निकेतन की छात्रा पूजा चौधरी ने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में 99.50 प्रतिशत अंक प्राप्त कर रिकॉर्ड बनाया है। यह संयोग ही रहा कि शिक्षा बोर्ड ने 28 मई को जब दसवीं का परिणाम घोषित किया, जब संघ प्रमुख मोहन भागवत नागौर के इसी शारदा बालिका निकेतन में तीन दिवसीय प्रवास पर थे।
इस विद्यालय परिसर में ही संघ के कार्यकतार्ओं का 20 दिवसीय विकास वर्ग (प्रथम शिविर) चल रहा है। जब भागवत को छात्रा पूजा चौधरी की उपलब्धि की जानकारी हुई तो उन्होंने पूजा को बुलाया और राजस्थानी परंपरा के अनुरूप साफा बांध। साथ ही उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया। भागवत ने कहा कि यह अच्छी बात है कि विद्या भारती से जुड़े विद्यालयों के विद्यार्थी भी 99 प्रतिशत से भी ज्यादा अंक प्राप्त कर रहे हैं। इस अवसर पर भागवत ने पूजा चौधरी से उनके परिवार के बारे में भी जानकारी ली।
पूजा ने बताया कि किस प्रकार कड़ी मेहनत कर बोर्ड परीक्षा में 99.50 प्रतिशत अंक हासिल की है। इस उपलब्धि में विद्यालय के शिक्षकों का भी विशेष योगदान रहा है। विद्यालय में अनुशासन का जो पाठ पढ़ाया जाता है, उसकी वजह से भी सभी विद्यार्थी पूरी लगनता के साथ पढ़ाई करते हैं। विद्या भारती के राजस्थान केंद्र के संगठन मंत्री गोविंद कुमार ने बताया कि राजस्थान भर में इस समय विद्या भारती की 393 विद्यालय संचालित है। जिनमें करीब तीन लाख छात्र-छात्राएं अध्ययन कर रहे हैं। सभी विद्यालयों में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर जोर दिया जाता है।
विद्यालय के कार्यव्यनिष्ठ और सेवा भावी शिक्षकों की वजह से सभी विद्यार्थी पूरी तरल लग्न के साथ अध्ययन करते हैं। समाज के मध्यम वर्ग के परिवार के बच्चों को पढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। जरूरतमंद विद्यार्थियों की फीस भी जनसहयोग से भी ली जाती है। विद्यालयों में पढ़ाई के साथ साथ परंपरागत खेलों का अभ्यास भी कराया जाता है।
एस पी मित्तल
वर्ष 2016 में मेरी उम्र 54 वर्ष है और मैं करीब 40 वर्षों से पत्रकारिता कर रहा हूँ | पत्रकारिता की घुट्टी जन्मजात है। मेरे पिता स्व.कृष्ण गोपाल जी गुप्ता जो भभक पाक्षिक पत्र निकालते रहे। उससे मैंने पत्रकारिता का सबक सीखा। मेरी पत्रकारिता की यात्रा में दैनिक राष्ट्रदूत, दैनिक भास्कर, दैनिक नवज्योति, दैनिक पंजाब केसरी आदि अखबारों का सहयोग तो रहा ही है, लेकिन वर्ष 2000 में जब मैंने सम्पूर्ण उत्तर भारत में पहली बार केबल नेटवर्क पर न्यूज चैनल शुरू किया तो मुझे सीखने का जोरदार अवसर मिला। जिलेभर के केबल ऑपरेटरों की मदद से जब एक घंटे की न्यूज का प्रसारण हुआ तो अजमेर सहित राजस्थान भर में तहलका मच गया। हालांकि साधनों के अभाव और बड़े मीडिया घरानों के केबल में कूद पडऩे से मुझे अपना अजमेर अब तक नामक चैनल बंद करना पड़ा। 17 नवम्बर 2005 को जब मैंने देश के राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से अजमेर के सर्किट हाऊस में व्यक्तिगत मुलाकात की तो मुझे एक सुखद अनुभूति हुई। यूं तो मेरे लिखे की गूंज राजस्थान विधानसभा से लेकर लोकसभा तक में हुई है, लेकिन मेरी पत्रकारिता की सबसे बड़ी सफलता यही है कि मैं आज भी नियमित लिख रहा हूँ | यदि किसी पाठक के पास कोई सुझाव हो तो अवश्य दें | आपका एस.पी.मित्तल