शशि थरूर, मनीष तिवाड़ी, आनंद शर्मा जैसे कांग्रेसी विदेशों में जाकर भारत और सेना का गुणगान कर रहे हैं, वहीं राजस्थान के कांग्रेसी सीमा पर जाकर सेना पर सवाल उठा रहे हैं

0
(0)

सचिन पायलट आगे न निकल जाए इसलिए 75 वर्ष की उम्र में भी अशोक गहलोत 45 डिग्री के तापमान में बाड़मेर पहुंचे

26 मई को राजस्थान कांग्रेस के नेताओं ने पाकिस्तान की सीमा से सटे बाड़मेर में जय हिंदू सभा की। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली, पूर्व मंत्री हरीश चौधरी आदि ने हाल ही में हुए भारत पाकिस्तान के युद्ध को लेकर केंद्र सरकार और सेना की कार्यवाही पर सवाल उठाए नेताओं ने सरकार से यह जानना चाहा कि युद्ध में भारत को कितना नुकसान हुआ तथा अमेरिका के दबाव में सीजफायर क्यों किया गया।
राजस्थान के कांग्रेस नेताओं के भाषण पूरी तरह पाकिस्तान को मदद करने वाले थे। राजस्थान के कांग्रेसियों ने ऐसा तब किया, जब कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के नेता शशि थरूर, मनीष तिवारी और आनंद शर्मा विदेशों में जाकर भारत और सेना का गुणगान कर रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर की यह कांग्रेसी विदेशों में बात रहे है कि पाकिस्तान एक आतंकी देश है और भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर ही सैन्य कार्यवाही की है। शशि थरूर तो केंद्र की मोदी सरकार के नेतृत्व की भी प्रशंसा कर रहे हैं। भारतीय प्रतिनिधि मंडल में विदेश जाने वाले कांग्रेस नेताओं और राजस्थान की सीमा पर बयान देने वाले कांग्रेसी नेताओं के व्यवहार से प्रतीत होता है कि कांग्रेस में अंतर्विरोध चरम पर है।
कांग्रेस में अभी भी कुछ नेता है जो देशहित में सोचते हैं, जबकि कुछ नेता अभी भी गांधी परिवार के साथ खड़े हैं। विदेश जाने वाले प्रतिनिधि मंडलों में कांग्रेस के नेता ही नहीं बल्कि विपक्ष के इंडिया गठबंधन में शामिल डीएमके टीएमसी, एनसीपी आदि दलों के नेता भी शामिल है। एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी देश भक्ति दिखाते हुए विदेशों में पाकिस्तान को आतंकी देश बता रहे हैं।

गहलोत भी बाड़मेर पहुंचे

राजस्थान में अशोक गहलोत एक मात्र कांग्रेस के नेता हैं, जिन्होंने सबसे ज्यादा सत्ता का सुख भोगा है। गहलोत तीन बार प्रदेश के मुख्यमंत्री और तीन बार केंद्र में मंत्री रह चुके हैं। लेकिन अब 75 वर्ष की उम्र में भी गहलोत का राजनीति से मोह कम नहीं हो रहा। 26 मई को जब बाड़मेर में 45 डिग्री तापमान रहा, तब भी गहलोत कांग्रेस की जयहिंद सभा में पहुंच गए। जानकारों की मानें तो अशोक गहलोत बाड़मेर की सभा में इसलिए पहुंचे ताकि कांग्रेस की राजनीति में सचिन पायलट आगे न निकल जाए। इस सभा में पायलट भी उपस्थित रहे। पायलट की बराबरी करने के लिए ही गहलोत ने अपनी उम्र और तापमान की परवाह किए बगैर बाड़मेर में उपस्थिति दर्ज कराई। गहलोत ने इतनी हिम्मत तब दिखा रहे है, जब उनके हार्ट की एंजियोप्लास्टी हो चुकी है। गहलोत कम से कम चार बार कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। लेकिन राजनीति का चस्का अभी भी गहलोत से नहीं छूट रहा। गहलोत किसी भी स्थिति में राजस्थान की राजनीति में सचिन पायलट को आगे नहीं बढ़ता देखना चाहते हैं।

एस पी मित्तल

वर्ष 2016 में मेरी उम्र 54 वर्ष है और मैं करीब 40 वर्षों से पत्रकारिता कर रहा हूँ | पत्रकारिता की घुट्टी जन्मजात है। मेरे पिता स्व.कृष्ण गोपाल जी गुप्ता जो भभक पाक्षिक पत्र निकालते रहे। उससे मैंने पत्रकारिता का सबक सीखा। मेरी पत्रकारिता की यात्रा में दैनिक राष्ट्रदूत, दैनिक भास्कर, दैनिक नवज्योति, दैनिक पंजाब केसरी आदि अखबारों का सहयोग तो रहा ही है, लेकिन वर्ष 2000 में जब मैंने सम्पूर्ण उत्तर भारत में पहली बार केबल नेटवर्क पर न्यूज चैनल शुरू किया तो मुझे सीखने का जोरदार अवसर मिला। जिलेभर के केबल ऑपरेटरों की मदद से जब एक घंटे की न्यूज का प्रसारण हुआ तो अजमेर सहित राजस्थान भर में तहलका मच गया। हालांकि साधनों के अभाव और बड़े मीडिया घरानों के केबल में कूद पडऩे से मुझे अपना अजमेर अब तक नामक चैनल बंद करना पड़ा। 17 नवम्बर 2005 को जब मैंने देश के राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से अजमेर के सर्किट हाऊस में व्यक्तिगत मुलाकात की तो मुझे एक सुखद अनुभूति हुई। यूं तो मेरे लिखे की गूंज राजस्थान विधानसभा से लेकर लोकसभा तक में हुई है, लेकिन मेरी पत्रकारिता की सबसे बड़ी सफलता यही है कि मैं आज भी नियमित लिख रहा हूँ | यदि किसी पाठक के पास कोई सुझाव हो तो अवश्य दें | आपका एस.पी.मित्तल

क्या आप इस पोस्ट को रेटिंग दे सकते हैं?

इसे रेट करने के लिए किसी स्टार पर क्लिक करें!

औसत श्रेणी 0 / 5. वोटों की संख्या: 0

अब तक कोई वोट नहीं! इस पोस्ट को रेट करने वाले पहले व्यक्ति बनें।

Leave a Comment

सिंक्रोनाइज़ ...