दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला लिन शेमू इस दुनिया में नहीं रहीं। 122 साल और 197 दिन की उम्र में उनका निधन हो गया। लिन की फैमिली ने उनकी लंबी उम्र का राज भी शेयर किया। लिन का जन्म 18 जून 1902 में हुआ था। वो अपने लाइफ में दो वर्ल्ड वॉर, दो महामारियां और घरों में बिजली आते हुए ऐतिहासिक घटनाओं की गवाह बनीं।
चीन के फुजियाना प्रांत की रहने वाली लिन उस वक्त 10 साल की थी जब टाइटैनिक डूबा था। 1912 में यह जहाज डूबा था। लिन के 3 बेटे और 4 बेटियां हैं। उनके सबसे छोटे बेटे की उम्र आज 77 साल है।
बीमारी से दूर और हमेशा खुश रहने वाली महिला
लिन शेमू का जीवन काफी हेल्दी और आत्मनिर्भर रहा। बुढ़ापे के कारण उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी और एक बार गिरने से दोनों पैरों में चोट लगी थी, लेकिन इसके अलावा उन्हें कभी कोई बड़ी बीमारी नहीं हुई। वे आखिरी समय तक खुद का ध्यान रखती थीं और उनका सुनने की शक्ति भी उनका मानना था कि कोई भी मुश्किल ऐसी नहीं होती जिसे पार न किया जा सके।
लंबी उम्र का सीक्रेट
फैमिली मीडिया से बातचीत में बताते हैं कि लिन हमेशा कहती थी कि खाना, पीना और सोना यही सबसे बड़ा आशीर्वाद है। ये तीन चीजें ही उनकी लंबी उम्र का राज था। उनके बेटे ने बताया कि अगर कभी वे दुखी महसूस करतीं, तो तुरंत अपने मन को हल्का कर लेतीं। उन्होंने जीवन में कभी किसी से झगड़ा नहीं किया।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में नहीं कराया गया नाम दर्ज
लिन शेमू के परिवार ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में उनकी उम्र को सत्यापित कराने के लिए आवेदन नहीं किया था। अगर उनके दस्तावेज सही साबित होते, तो उन्होंने दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला जीन काल्मेंट (122 साल 164 दिन) का रिकॉर्ड तोड़ दिया होता। फिलहाल, दुनिया की सबसे बुजुर्ग जीवित महिला ब्राजील की इनाह कनाबारो लुकास (116 वर्ष) मानी जा रही हैं। उन्होंने जापान की टोमिको इतूका (116 वर्ष) की जगह ली, जिनका 29 दिसंबर को निधन हुआ था।
इतिहास की सबसे बुजुर्ग महिला कौन?
फ्रांस की जीन काल्मेंट को अब तक की सबसे ज्यादा उम्र तक जीवित रहने वाली महिला माना जाता है। उनका जन्म 1875 में हुआ था और 1997 में 122 वर्ष 164 दिन की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा था। अगर लिन शेमू की उम्र सत्यापित की जाती, तो वे जीन काल्मेंट से 33 दिन ज्यादा जी चुकी होतीं और इतिहास की सबसे उम्रदराज महिला बन जातीं।