राज्यसभा से विपक्ष का वॉकआउट
संसद में बजट सत्र का आज दूसरा दिन है। आज कई अहम विधेयक संसद में पेश किए जा सकते हैं, जिनमें वक्फ विधेयक भी शामिल है। महाकुंभ में हुई भगदड़ के मुद्दे पर विपक्ष सरकार पर हमलावर है।
केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन की टिप्पणी पर हंगामा
केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन के ‘केरल को पिछड़ा राज्य’ बताने वाले बयान पर और सुरेश गोपी की टिप्पणी पर सीपीआई सांसद पी संदोष ने कहा, ‘जॉर्ज कुरियन का बयान केरल के लिए काफी नुकसानदेह है और एक मंत्री के तौर पर यह अनुचित है। मुझे नहीं पता कि बीजेपी के लोगों की मानसिकता क्या है। उन्होंने केरल को कोई अतिरिक्त फंड आवंटित नहीं किया और वे लगातार इसे सही ठहरा रहे हैं। सुरेश गोपी और जॉर्ज कुरियन ने केरल की चेतना का अपमान किया है।
नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्हें (सुरेश गोपी) मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि यह उनके द्वारा ली गई शपथ का स्पष्ट उल्लंघन है। मैंने इस पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत नोटिस दिया है। वह एक केंद्रीय मंत्री हैं और वह लोगों को जाति के आधार पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं। यह एक गंभीर मुद्दा है।’
संसद की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा
संसद की कार्यवाही शुरू हो गई है, लेकिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्षी सांसदों ने महाकुंभ हादसे पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा किया है और सदन में नारेबाजी कर रहे हैं।
कांग्रेस सांसद लाएंगे स्थगन प्रस्ताव
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लोकसभा में आज एक विधेयक पेश करेंगे। इस विधेयक में ग्रामीण प्रबंधन संस्थान, आणंद को त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय में बदलने वाला प्रावधान होगा। साथ ही इसे राष्ट्रीय महत्व का संस्थान भी घोषित किया जाएगा। वहीं कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर लोकसभा में आज स्थगन प्रस्ताव पेश करेंगे। इस स्थगन प्रस्ताव में तमिलनाडु को मनरेगा योजना का 1056 करोड़ रुपये बकाया जारी न किए जाने पर चर्चा की मांग की गई है।
महाकुंभ हादसे को लेकर संसद में हंगामा, राज्यसभा से विपक्ष का वॉकआउट
संसद के बजट सत्र का आज दूसरा दिन है। आज संसद में हंगामे के पूरे आसार हैं। दरअसल आज वक्फ विधेयक पर गठित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) अपनी रिपोर्ट संसद में पेश कर सकती है। इसके अलावा आज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर हुई भगदड़ को लेकर भी हंगामा हो सकता है। खासकर समाजवादी पार्टी इस मुद्दे पर खासी हमलावर है।