इलायची बाई के शहर अजमेर में अब होंगे चमत्कार?

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अजमेर में विकास की रफ़्तार के पंख लगने वाले हैं। साथ ही आजादी के पहले वाली गुलामी के जख़्म धुलने वाले हैं। स्टेशन के सामने वाली विशाल ईमारत किंग एडवर्ड मेमोरियल का नाम महर्षि दयानन्द सरस्वती के नाम से जुड़ने वाला है। फायसागर झील का नाम वरुण सागर हो जाएगा।

बांडी नदी जिसे नगर निगम / ए डी ए के अधिकारियों ने नाला बता दिया था वापस नदी के स्वरूप में आ जायेगी। उसके आस पास भू माफियाओं और ताकतवर लोगों द्वारा किये गए कब्जे सख़्ती के साथ हटा दिए जाएंगे।

चौरसियावास के तालाब को भी इसी तरह से कब्जा मुक्त करवाया जाएगा।

अजमेर में अब तक ऐसी कोई जगह नहीं जिसे देखने के लिए पर्यटक आकर्षित होकर अजमेर आएं लेकिन अब वरुण सागर (पुराने फायसागर ) को इतना आकर्षक बना दिया जाएगा कि पर्यटकों की वह पहली पसंद हो जाएगी। चौरसियावास तालाब को भी इसी अंदाज में निखारा जाएगा।

अजमेर शहर में तीन चार भव्य प्रवेश द्वार बनाए जाने पर गंभीरता से विचार चल रहा है।

अधिकतर क्षेत्र की अच्छे से निगरानी और सुचारु रूप से अपराधों पर नियंत्रण हो सके इसलिए आनासागर की पुलिस चौकी को नागफनी के उस स्थान पर ले जाया जाएगा जो अभी खाली करवाया गया है। पुलिस बल नागफनी में हुए अतिक्रमणों को हटाएगा।

अवैध रूप से रह रहे शहर के विभिन्न हिस्सों से बांग्ला देशियों को खदेड़ा जाएगा।

अजमेर शहर को पर्यटन नगरी के रूप में विकसित किया जाएगा।धार्मिक पर्यटन को विकसित करने के लिहाज से समयबद्ध योजना बनाई जा रही है।

अजमेर शहर की वर्तमान कई इमारतें नये भवनों में स्थान्तरित की जानी हैं। जैसे गांधी भवन! नगर निगम कार्यालय! अदालत! मेडिकल कॉलेज! ए डी ए बिल्डिंग! और भी कई! भविष्य में खाली हुए इनके वर्तमान भवनों का उपयोग किस काम में हो सकता है इस पर भी विचार किया जा रहा है। किंग एडवर्ड मेमोरियल भवन जो अतिशीघ्र महर्षि दयानन्द सरस्वती भवन होने जा रहा है उसका क्या सदुपयोग हो सकता है इस पर भी विचार चल रहा है।

शहर के बेकाबू हो गए ड्रेनेज सिस्टम को बदलने के लिए बहुत बड़ा बजट राज्य सरकार से लिया जाना प्रस्तावित है। कुछ समय बाद अजमेर की हर सड़क को मजबूती के साथ बदला जाना भी कार्ययोजना में है।

अब आप कहेंगे कि ये चमत्कारी काम करेगा कौन?क्या वास्तव में यह सब हो पायेगा? या यह सिर्फ़ खयाली पुलाव है?

अजमेर शहर में जब आजादी के बाद ! अब तक यह सब नहीं हो पाया तो अब कौनसा ऐसा सूरमा आ गया है जो यह सब काम करवा देगा?

सवाल तो आपका जायज है मगर जवाब हमारे पास फिलहाल नहीं है। इशारा ही इन सब सवालों का जवाब है। यह सब काम वही करेगा जिसने दद्दू को भाजपा का शहर अध्यक्ष नहीं होने दिया! उनको बारां के प्रभारी पद से हटवा दिया! जो अजमेर की सियासती ताकत का पावर हाउस बना हुआ है! दोस्ती और दुश्मनी को जो कभी आधी अधूरी नहीं छोड़ता! जिÞला प्रशासन के सभी विभागों के अधिकारियों को जो समयबद्ध योजनाएं देकर निर्देशित कर रहा है!

अगले आम बजट के लिए जबरदस्त मंथन करवाया जा रहा है। अजमेर के आम और खास नागरिकों से सुझाव लिए जा रहे हैं। विशेषज्ञों को बाहर से बुला कर प्रारूप तैयार करवाए जा रहे हैं।

यह सब हो रहा है। सपना देख रहा है यह शहर! इलायची बाई की गद्दी वाले इस शहर में यदि इतना सब हो जाता है तो यह पार ब्रह्म परमेश्वर की कृपा ही होगी। मैं तो अंत मे इतना ही कहूँगा कि सकल पदारथ हैं जग माहीं ! कर्महीन नर पावत नाहीं।?

घर बैठे नहीं मिलते हीरों के भी सौदागर! बिक जाती है मिट्टी भी बाजार में होने से?
जय झूले लाल की!

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