सरकार ने बुलाई आपात बैठक
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज जाने वाली फ्लाइट्स के टिकटों के दाम आसमान छू रहे हैं। कुछ टिकट तो पचास हजार रुपये तक में बिक रहे हैं, जिससे यात्री चिंतित हैं। टिकट के बढ़ते दामों के बीच सरकार ने महाकुंभ को लेकर एयरलाइनों के साथ बैठक बुलाई है।
अगर आप महाकुंभ के दौरान फ्लाइट से प्रयागराज जाने का सोच रहे हैं तो टिकट के दाम देखकर शायद आप दोबारा सोचने को मजबूर हो जाएं। फ्लाइट टिकटों की बढ़ती मांग ने दाम इतने बढ़ा दिए हैं कि कुछ टिकट तो पचास हजार रुपये तक के मिल रहे हैं। टिकट तो पहले से ही महंगे थे लेकिन 29 जनवरी को शाही स्नान की वजह से ये दाम कुछ और ज्यादा हो गए हैं। आमतौर पर दिल्ली से प्रयागराज के बीच किराया चार-पांच हजार के बीच रहता है। लेकिन इस समय यह औसतन 15-25 हजार के बीच है।
आसमान छू रहे फ्लाइट्स के दाम
उदाहरण के लिए अगर आप शाही स्नान के समय चैन्नई से प्रयागराज जाना चाहते हैं तो रिटर्न टिकट 53 हजार तक का है। वहीं कोलकाता से प्रयागराज का रिटर्न टिकट पैंतीस हजार तक का है। वहीं हैदराबाद, दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों से ये टिकट 47 हजार से अधिक का पड़ रहा है। टिकट के बढ़ते दामों के बीच सरकार ने महाकुंभ को लेकर एयरलाइनों के साथ बैठक बुलाई है।
वुमलुनमांग वुआलमन ने बुलाई बैठक
केंद्रीय उड्डयन सचिव वुमलुनमांग वुआलमन ने सोमवार को इस विषय पर चर्चा के लिए एयरलाइनों के प्रतिनिधियों के साथ आपात बैठक बुलाई है। सरकार इस बैठक में एयरलाइनों से ये पूछ सकती है कि कितने टिकट किस-किस दाम पर बिके हैं।
माना जा रहा है कि प्रयागराज के लिए एयरलाइनों के अधिकतर टिकट पहले ही बिक चुके हैं और जो बचे हैं वो बहुत महंगे हो गए हैं। वहीं, प्रयागराज के लिए टिकटों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए डीजीसीए ने 132 अतिरिक्त फ्लाइटों को मंजूरी दी थी। लेकिन इन अतिरिक्त फ्लाइटों के बावजूद प्रयागराज के लिए फ्लाइट टिकटों की मारामारी है और दाम बढ़ते ही जा रहे हैं। अब देखना ये होगा कि सरकार की एयरलाइनों के साथ बैठक का क्या नतीजा निकलता है और क्या टिकटों के दामोें में कुछ कमीं आती है।