ब्रेन हैमरेज और हार्टअटैक का रहता है खतरा

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फिजिशियन डॉ. देवेश चटर्जी के मुताबिक गर्मियों की तुलना में सर्दियों में हृदय घात तथा ब्रेन हैमरेज की संभावना इतनी बढ़ जाती है। सबसे सक्रिय समय रात्रि के 3 बजे से लेकर सुबह के 6 बजे तक का होता है। सर्दियों में बिस्तर छोड़ने से पहले कुछ देर बैठकर अपने पैर नीचे लटकाएं और फिर गर्म कपड़े पहनकर ही उठें। इससे शरीर में ब्लड का सकुर्लेशन प्रॉपर बना रहेगा और स्ट्रोक्स की संभावना घटेगी।

बिस्तर छोड़ने से पहले कुछ देर बैठें और गर्म कपड़े पहनें

पश्चिम चम्पारण। यदि हम आपसे ये कहें कि सर्दियों में रात्रि के एक निश्चित पहर में हार्ट अटैक और ब्रेन हैमरेज की संभावना सबसे प्रबल होती है, तो क्या आप यकीन करेंगे? बहुतों को इस बात की जानकारी होगी, लेकिन ज्यादातर लोग इस तथ्य से अनभिज्ञ हैं। डॉक्टर्स की माने तो, सर्दियों में हार्ट अटैक तथा ब्रेन हैमरेज के मामले बहुत बढ़ जाते हैं। हालांकि इसके पीछे एक बड़ा कारण छिपा रहता है। लेकिन, चिंता की बात यह है कि अधिकांशत: लोग इस कारण से अनभिज्ञ रहते हैं।

इस वजह से उन्हें या उनके परिवार के बुजुर्गों को इन जानलेवा स्ट्रोक्स का सामना करना पड़ता है। इसके पहले कि किसी परिवार में ऐसी घटना घंटे, आज हम आपको हार्ट अटैक तथा ब्रेन हैमरेज के पीछे का मुख्य कारण तथा दिन भर में इसकी संभावना के सबसे सक्रिय समय पर विशेष जानकारी देने वाले हैं।

पिछले डेढ़ दशकों से कार्यरत, फैमिली फिजिशियन डॉ. देवेश चटर्जी बताते हैं कि गर्मियों की तुलना में सर्दियों में हृदय घात तथा ब्रेन हैमरेज की संभावना इतना बढ़ जाती है, हर दिन एक मामला देखने को मिल ही जाता है। इन स्ट्रोक्स का शिकार हुए पीड़ितों में सबसे अधिक संख्या बुजुर्गों एवं मिडिल एज के लोगों की होती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इनके पीछे की सबसे बड़ी वजह ब्लड प्रेशर का अचानक से बढ़ना होता है। अब ध्यान देने वाली बात यह है कि ब्लड प्रेशर की शिकायत सबसे अधिक बुजुर्गों में एवं प्रौढ़ अवस्था वाले लोगों में देखी जाती है। यही कारण है कि हार्ट तथा ब्रेन स्ट्रोक्स के मामले भी इनमें ही सबसे अधिक पाए जाते हैं।

इस दौरान होती है स्ट्रोक्स की प्रबल संभावना

अब बात कर लेते हैं स्ट्रोक्स के सबसे सक्रिय समय की। डॉ.देवेश बताते हैं कि सर्दियों के मौसम में हार्ट तथा ब्रेन स्ट्रोक्स का सबसे सक्रिय समय रात्रि के 3 बजे से लेकर सुबह के 6 बजे तक का होता है। इस दौरान हर एक उम्र समूह के लोगों को बेहद सतर्क होकर रहना चाहिए। खासकर यदि आप बताए गए समय के बीच में वॉश रूम जाने के लिए उठते हैं, तो कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।

भूल कर भी ना करें यह काम

विशेषज्ञ बताते हैं कि जब भी आप रात में या सुबह में रजाई-कंबल से बाहर निकलते हैं, तो एकदम से ना उठें, क्योंकि ठंड के मौसम में ब्लड गाढ़ा हो जाता है और एकदम से उठने पर कई बार खून हार्ट या ब्रेन तक नहीं पहुंच पाता है। परिणाम स्वरूप हृदय घात तथा ब्रेन स्ट्रोक की स्थिति बनने लगती है। इसलिए, सर्दियों में बिस्तर छोड़ने से पहले कुछ देर बैठ जाएं। करीब 40 सेकंड तक बैठने के बाद करीब 1 मिनट तक अपने पैर नीचे लटकाएं और फिर गर्म कपड़े पहनकर ही उठें। इससे शरीर में ब्लड का सकुर्लेशन प्रॉपर बना रहेगा और स्ट्रोक्स की संभावना घटेगी।

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