बिहार के बेतिया में जिला शिक्षा पदाधिकारी के आवास पर विजिलेंस की छापेमारी चल रही है | विजिलेंस को शिकायत मिली थी कि अवैध रूप से डीईओ रजनीकांत प्रवीण ने संपत्ति अर्जित की है| इस शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई है | पटना से पहुंची विजिलेंस की टीम सुबह से जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण के बेतिया स्थित किराए के मकान में है | रजनीकांत प्रवीण से पूछताछ भी की जा रही है. मौके से भारी मात्रा में कैश बरामद हुआ है |
आय से अधिक करोड़ों की संपत्ति मिलने की संभावना है। विजिलेंस टीम के सूत्रों के अनुसार डीईओ के आवास पर 50 लाख से अधिक कैश मिला है। इसको गिनने के लिए मशीन मंगाई गई है। विजिलेंस के अधिकारियों का कहना है कि अभी तीन – चार और सर्च में लग सकता है।
डेस्क – बैंच की सप्लाई समेत अन्य “विकास..” कार्यों में भारी गोलमाल
उल्लेखनीय है कि आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में डीईओ के पटना, समस्तीपुर एवं दरभंगा में अवस्थित ठिकानों पर भी छापेमारी चल रही है। इस छापेमारी में विजिलेंस के 40 से अधिक अधिकारियों को लगाया गया है। सूत्रों का कहना है कि एजेंसी के माध्यम से स्कूलों में डेस्क – बैंच की सप्लाई समेत अन्य विकास कार्यों में भारी गोलमाल किया गया है।
वाल्मीकिनगर के जदयू विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह के निशाने पर भी डीईओ आ गए थे। शिक्षक संगठनों ने उनसे शिकायत की थी कि जिला शिक्षा कार्यालय में रिश्वतखोरी बढ़ गई है। विधायक ने कहा था कि एक लिपिक के भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी। जिसकी जांच उन्होंने स्वयं करने को कहा था।
बेंच डेस्क की सप्लाई में अधिकारियों ने व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किया है। मनचाहे वेंडर को कार्य आवंटित किया गया है। विधायक ने बताया कि शिक्षक संगठन ने लिखित रूप से जानकारी दी है कि जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं लिपिक के द्वारा काफी वित्तीय अनियमितता की जा रही है।
उन्होंने इस भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़क से लेकर सरकार एवं विधानसभा तक कोई कसर नहीं छोड़ने की घोषणा की थी।
महोदय का नाम है- रजनीकांत प्रवीण।
बेतिया के शिक्षा विभाग में जिला शिक्षा अधिकारी हैं, लेकिन असल हुनर माल छापने में दिखाया।
साहब ने इतना माल इकट्ठा किया कि गिनने के लिए मशीन मंगवानी पड़ी!
सच में, ‘रजनीकांत’ जी धन जुटाने में ‘प्रवीण’ साबित हुए। जैसा नाम, वैसा काम!… pic.twitter.com/PIPdG7sZmk
— Komal (@kmlpaulkmlx) January 23, 2025