बिहार के इंजीनियर ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई है। दरअसल जमीन पर नहीं, इस इंजीनियर ने पानी पर ही घर बना दिया।
जमुई। इंजीनियर अपने जुगाडू दिमाग से मुश्किल से मुश्किल चीज को भी आसान बना देता है। कई ऐसे काम हैं, जिसे करने में लाखों रुपए खर्च होते हैं। उन कामों को अच्छे इंजीनियर काफी आसानी के साथ कम पैसों में कर देते हैं। कुछ ऐसा ही जमुई के इंजीनियर ने भी कर दिखाया है, जिन्होंने केवल जुगाड़ का इस्तेमाल कर एक ऐसा घर बना दिया है, जो पानी पर तैरता है। प्लास्टिक के ड्रम और लोहे के पाइप से इस इंजीनियर ने इस घर को बनाया है।
इसकी सबसे खास बात यह है कि यह पानी पर एक जगह से दूसरी जगह तैरती है और इसे आसानी के साथ यहां से वहां ले जाया जा सकता है। दरअसल जमुई जिला मुख्यालय के रहने वाले श्रीकांत विश्वकर्मा ने इस घर को बनाया है और इसे वर्तमान में जमुई जिले के बरहट प्रखंड क्षेत्र की अति प्रसिद्ध कुकुरझप डैम में लगाया गया है।
प्लास्टिक के ड्रम के सहारे पानी में तैरता है घर
इस घर को बनाने के लिए लोहे के स्क्वायर पाइप का इस्तेमाल किया गया है, जिसके सहारे इस पूरे घर का फ्रेम बनाया गया है। श्रीकांत विश्वकर्मा ने बताया कि घर के नीचे प्लास्टिक के ड्रम लगे हैं, जिसे अच्छी तरह से सील करके घर का बेस तैयार किया गया है और उन्हीं ड्रम के सहारे यह घर पानी में तैरता रहता है और यह कभी नहीं डूबता। घर को स्वरूप देने के लिए इन्होंने टीन के शेड का इस्तेमाल किया है। उन्होंने बताया कि इसके निर्माण में दो से तीन दिन का वक्त लगा। आधे से अधिक काम इन्होंने अपनी दुकान पर पूरा कर लिया। फिर डैम पर ले जाकर बाकी का बचा हिस्सा इन्होंने असेंबल कर दिया, जिसके बाद यह घर बनकर पूरी तरह से तैयार हो गया और पानी पर तैर रहा है।
घर में घूमने के लिए पहुंचना होगा यहां
बताते चलें कि इस घर का इस्तेमाल ऐसे तो मछली पालन के लिए किया गया है। लेकिन आप यहां पहुंचकर इसमें बैठ भी सकते हैं और घूमने का भी मजा उठा सकते हैं। कुकुरझप डैम में बड़े पैमाने पर मछली पालन किया जाता है और मछली का खाना से लेकर कई अन्य प्रकार की सामग्री रोजाना छोटी नाव से एक जगह से दूसरी जगह ले जानी पड़ती है। बारिश और गर्मियों के सीजन में मछली पालन करने वाले लोगों को कई तरह की परेशानी होती थी, जिसे देखते हुए इस घर का निर्माण कराया गया है।
हालांकि लोग इसमें घूम भी सकते हैं और छोटी नाव के जरिए उन्हें इस घर तक पहुंचा दिया जाता है। श्रीकांत ने लोकल 18 को बताया कि जल्द ही बांका जिले में भी एक ऐसे ही घर का निर्माण कराया जा रहा है। अगर आप भी तैरते हुए इस घर को देखना चाहते हैं और इसमें बैठने का मजा उठाना चाहते हैं, तब आप जमुई जिले के बरहट प्रखंड के कुकुरझप डैम पहुंच सकते हैं।