जानें इसका कारण और बचाव
जल्दी पीरियड्स आने का मुख्य कारण हार्मोनल असंतुलन है। यह अनियमित मासिक धर्म और भविष्य में स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
आजकल की जीवनशैली और खानपान शरीर में कई बदलाव ला रहे हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण बदलाव है कम उम्र में पीरियड्स शुरू होना। आजकल बच्चियों का कम उम्र में युवावस्था में प्रवेश करना माताओं के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है। कम उम्र में पीरियड्स शुरू होने का कारण क्या है? इसके भविष्य में क्या प्रभाव हो सकते हैं? इस बारे में हमने स्त्री रोग विशेषज्ञ मधुप्रिया से बात की।
कम उम्र में पीरियड्स शुरू होने का कारण क्या है?
आमतौर पर लड़कियों को 12 से 14 साल की उम्र में पीरियड्स शुरू होते हैं। लेकिन आजकल 8 से 10 साल की उम्र में ही कई लड़कियों को पीरियड्स शुरू हो जाते हैं। इसके कुछ मुख्य कारण हैं।
कम उम्र में पीरियड्स शुरू होने का मुख्य कारण हार्मोनल असंतुलन है। प्रजनन हार्मोन में गड़बड़ी, थायराइड हार्मोन में असामान्यता के कारण लड़कियों को कम उम्र में पीरियड्स शुरू हो सकते हैं। इससे होने वाली भविष्य की समस्याओं से बचने के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ या एंडोक्राइनोलॉजिस्ट से सलाह लेना और उचित इलाज करवाना जरूरी है।
साथ ही,brain – pituitary – hypothalamus और brain – pituitary – ovary का पूर्ण विकास होने पर ही स्वस्थ मासिक धर्म शुरू होता है। कम उम्र में पीरियड्स शुरू होने पर यह विकास अधूरा होता है, जिससे अनियमित मासिक धर्म की संभावना बढ़ जाती है।
पीरियड्स शुरू होने के लक्षण कैसे पहचानें?
लड़कियों की माताओं के लिए सबसे बड़ी चिंता यह होती है कि अपनी बेटी से इस प्राकृतिक शारीरिक बदलाव के बारे में कब बात करें। आमतौर पर, स्तनों में बदलाव, स्तनों का विकास और गुप्तांगों पर बाल आना, पीरियड्स शुरू होने के संकेत होते हैं। इन बदलावों के शुरू होने के एक से डेढ़ साल के अंदर लड़की को पीरियड्स शुरू हो सकते हैं।
कम उम्र में पीरियड्स शुरू होने के भविष्य में होने वाले प्रभाव:
कम उम्र में पीरियड्स शुरू होने वाली लड़कियों के लिए 25 साल की उम्र से पहले शादी करना बेहतर होता है। एक लड़की के जन्म के समय ही उसके अंडाशय में अंडों की संख्या तय हो जाती है। यह संख्या हर लड़की में अलग-अलग होती है। कुछ लड़कियों में 3 लाख अंडे हो सकते हैं, तो कुछ में 2 लाख या 1 लाख ही।
जब एक्सिस का पूर्ण विकास हो जाता है, तब नियमित मासिक धर्म शुरू होता है। हर मासिक धर्म चक्र में एक अंडा निकलने के लिए 15 से 20 अंडे मदद करते हैं। इस तरह हर महीने अंडों की संख्या कम होती जाती है। इसलिए, आमतौर पर 45 साल की उम्र में रुकने वाला मासिक धर्म, 8-10 साल की उम्र में पीरियड्स शुरू होने वाली लड़कियों में 40 साल की उम्र से पहले ही रुक सकता है। इसलिए, 25 साल की उम्र से पहले शादी करने से उन्हें स्वस्थ बच्चे पैदा करने का बेहतर मौका मिलता है।
आजकल कई महिलाएं अपने सपनों को पूरा करने के लिए शादी को टाल रही हैं। विज्ञान ने इसके लिए भी कई समाधान दिए हैं। डॉक्टर की सलाह से महिलाएं अपने अंडाशय में अंडों की संख्या की जांच करवा सकती हैं और सोशल एग फ्रीजिंग के जरिए अपने अंडे सुरक्षित रख सकती हैं।