अपनाए अमानवीय तरीके!
इंदौर में एक महिला ने ससुरालवालों पर ‘वर्जिनिटी टेस्ट’ करने का आरोप लगाया है। इस घटना ने समाज की रूढ़िवादी सोच को उजागर किया है और कानूनी कार्यवाही शुरू हो गई है।
देश भर से आपने कई ससुराल में बहु को प्रताड़ित करने के मामले पढ़े होंगे! लेकिन मध्य प्रदेश के इंदौर में जो मामला सामने आया है, वह समाज की रूढ़िवादी सोच और मानसिकता को उजागर करने वाला है। दरअसल एमपी की एक महिला ने कानून का दरवाजा खटखटाटे हुए एक शिकायत दर्ज कराई है, कि उसके ससुरालवालों ने उसकी शादी की रात वर्जिनिटी टेस्ट करने की कोशिश की। इस मामले ने न केवल महिला के साथ हुए मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न को उजागर किया, बल्कि इस घिनौनी प्रथा पर भी कानूनी संज्ञान लिया गया है।
सुहागरात में ‘वर्जिनिटी टेस्ट’ की कोशिश
महिला ने अदालत में बताया कि उसके ससुरालवालों ने शादी के बाद, खासकर शादी की रात, उसकी वर्जिनिटी की जांच करने की कोशिश की। आपकी जानकारी के लिए बता दें की यह एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके तहत यह देखा जाता है कि महिला पहले किसी के साथ इंटिमेट रही है या नहीं। इस प्रथा को लेकर महिला को गहरे मानसिक और शारीरिक आघात का सामना करना पड़ा।
महिला की शिकायत पर अदालत ने ससुराल वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया है। यह राज्य में पहला ऐसा मामला है, जहां ‘वर्जिनिटी टेस्ट’ पर कानूनी रूप से चुनौती दी गई है।
महिला ने बयां किया दर्द
पीड़िता की शादी दिसंबर 2019 में भोपाल के एक शख्स से हुई थी। शादी के कुछ ही समय बाद उसे मिसकैरेज का सामना करना पड़ा, और फिर, नौ महीने बाद उसने मृत बच्चे को जन्म दिया। हालात और भी बिगड़े, जब उसे शादी की रात इस तरह की घिनौनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ा।
महिला एवं बाल विकास विभाग के एक जांच अधिकारी की गोपनीय रिपोर्ट से यह सामने आया कि ससुरालवालों ने पीड़िता के वर्जिनिटी टेस्ट के लिए अनुचित तरीके अपनाए थे, जिससे उसे गंभीर मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा।
एक महत्वपूर्ण कानूनी कदम
यह मामला न केवल एक महिला के साथ हुए अत्याचार को उजागर करता है, बल्कि समाज में व्याप्त रूढ़िवादी सोच और मानसिकता को भी चुनौती देता है। अदालत ने इस मामले पर संज्ञान लिया है, और अब यह मामला कानूनी प्रक्रिया से गुजरेगा, जिससे ऐसी कुरीतियों को समाप्त करने का संदेश समाज में जाएगा।