भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ बताए कि निर्दलीय विधायक रविंद्र भाटी को राजनीति के मैदान में छुट्टा किसने छोड़ रखा है?

0
(0)

सौर ऊर्जा के टावर लगाने के लिए जब चार लाख रुपए का मुआवजा तय हो गया तो फिर पुलिस ने मुकदमा दर्ज क्यों किया?

राजस्थान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने बाड़मेर की शिव विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक रविंद्र भाटी की तुलना छुट्टे सांड से की है। राठौड़ ने इस तीखे बयान के बाद ही बाड़मेर पुलिस ने विधायक भाटी के खिलाफ आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। भाटी पर सरकारी अधिकारियों को धमकाने और राज काज में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाया गया है। सवाल उठता है कि विधायक भाटी को राजनीति के मैदान में छुट्टा किस ने छोड़ रखा है?

सब जानते हैं कि गत विधानसभा के चुनाव में भाटी ने पहले भाजपा से टिकट मांगा था। जब टिकट नहीं मिला तो निर्दलीय उम्मीदवार बनकर भाजपा और कांग्रेस दोनों को हराकर विधायक बन गए। इसके बाद लोकसभा चुनाव में भाटी ने फिर से बाड़मेर जैसलमेर संसदीय क्षेत्र से भाजपा का टिकट मांगा, लेकिन इस बार भी भाजपा ने भाटी को कोई महत्व नहीं दिया। चूंकि भाजपा ने लोकसभा चुनाव में भी भाटी को छुट्टा छोड़ दिया, इसलिए भाटी ने निर्दलीय चुनाव लड़कर पांच लाख 87 हजार वोट प्राप्त कर भाजपा को हरा दिया। तब केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी भाजपा के उम्मीदवार थे।

मदन राठौड़ को यह पता होना चाहिए कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को मात्र 2 लाख 87 हजार वोट ही मिले, जबकि विजयी कांग्रेस के प्रत्याशी उम्मेदराम विश्नोई ने 7 लाख 47 हजार वोट प्राप्त किए। जिन रविंद्र भाटी ने लोकसभा चुनाव में पांच लाख 87 हजार वोट प्राप्त किए उनका बाड़मेर जैसलमेर क्षेत्र में कुछ तो तबादला होगा ही। यही वजह है कि अब रविंद्र भाटी ने बाड़मेर जैसलमेर क्षेत्र में सौर ऊर्जा के प्लांट लगाने वाली कंपनियों के सामने बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है।

कंपनियां अपने सौर ऊर्जा प्लांट के लिए हाईटेंशन लाइन के बड़े टावर किसानों के खेतों में लगाना चाहते हैं। पहले कंपनियों ने एक टावर का मुआवजा पचास हजार रुपए निर्धारित किया, लेकिन रविंद्र भाटी ने संबंधित किसान खातेदार को एकत्रित किया और प्रति टावर पांच लाख रुपए की मांग की। रविंद्र भाटी ने जो विरोध प्रदर्शन किया, उसी का परिणाम रहा कि कंपनियों को प्रति टावर चार लाख रुपए देने पर सहमति जतानी पड़ी। देखा जाए तो कंपनियों की सहमति के बाद टावर लगाने का विवाद समाप्त हो गया था, लेकिन 18 जनवरी को बाड़मेर पुलिस ने रविंद्र भाटी के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कर लिया। इस से एक बार फिर टावर लगाने का काम खटाई में पड़ गया है।

भाजपा के प्रदेश् अध्यक्ष मदन राठौड़ का माने या नहीं, रविंद्र भाटी को बाड़मेर जैसलमेर में छुट्टा छोड़ने का काम भाजपा ही कर रही है। भाजपा की लाख कोशिश के बाद भी नकेल नहीं कसी जा री है। 20 जनवरी को रविंद्र भाटी ने न्यूज 18 चैनल पर डिबेट में भाग लिया। इसी मुद्दे पर हुई लाइव डिबेट में मेरे सवाल पर भाटी ने कहा कि जब सौर ऊर्जा कंपनियों और किसानों के बीच मुआवजा तय हो गया था, तब पुलिस को मेरे विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने की जरुरत नहीं थी।

भाटी ने कहा कि विधायक बनने के बाद मेरे विरुद्ध यह तीसरा मुकदमा है। मुकदमों को मैं मेडल प्राप्त करने के तौर पर लेता हंू। पुलिस तीन नहीं 30 मुकदमे दर्ज कर लें, लेकिन मैं किसानों की मांग उठाता रहंूगा। भाटी ने कहा कि भाजपा सरकार में बैठे लोग मेरे बारे में गलत आकलन कर रहे है। मुझे बाड़मेर जैसलमेर की जनता ने विधायक नेता बनाया है। मैं हर वक्त जनता के साथ खड़ा हंू। दिलचस्प बात यह है कि रविंद्र भाटी ने ठेट राजस्थानी भाषा में न्यूज चैनल पर अपनी बात रखी। चैनल के एंकर हेमंत कुमार ने भी राजस्थानी भाषा में ही भाटी से सवाल किए। इस बहस में मेरे अलावा कांग्रेस के प्रवक्ता सीबी याद और भाजपा के मदन प्रजापत भी थे।

क्या आप इस पोस्ट को रेटिंग दे सकते हैं?

इसे रेट करने के लिए किसी स्टार पर क्लिक करें!

औसत श्रेणी 0 / 5. वोटों की संख्या: 0

अब तक कोई वोट नहीं! इस पोस्ट को रेट करने वाले पहले व्यक्ति बनें।

Leave a Comment