रूला देगा मौत से पहले का वो आखिरी मैसेज
लद्दाख में पेट्रोलिंग के दौरान शहीद हुए 25 वर्षीय जवान सतीश कुमार। राजस्थान के चूरू जिले के रहने वाले सतीश की पार्थिव देह तिरंगा यात्रा के साथ गांव पहुंचेगी।
चूरू। राजस्थान के चूरू जिले के ठिमाऊ बड़ी गांव के रहने वाले सेना के जवान सतीश कुमार स्वामी देश की सेवा करते हुए लद्दाख के द्रास ग्लेशियर में शहीद हो गए। सतीश कुमार 5 गोरखा राइफल्स फ्रंटियर फोर्स, यूनिट में नायक के पद पर तैनात थे। उनकी शहादत की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
ग्लेशियर में पेट्रोलिंग के दौरान हो गई यह चूक
पेट्रोलिंग के दौरान पैर फिसलने से हुआ हादसा जानकारी के मुताबिक सोमवार को लद्दाख के द्रास ग्लेशियर में पेट्रोलिंग के दौरान सतीश कुमार का पैर फिसल गया। इसके कारण हुए हादसे में उनकी मृत्यु हो गई। यह खबर सेना के अधिकारियों ने परिवार को दी, जिसके बाद से गांव में गम का माहौल है।
राजगढ़ में निकाली जाएगी 25 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा
शहीद की पार्थिव देह तिरंगा यात्रा के साथ पहुंचेगी गांव शहीद सतीश कुमार का पार्थिव शरीर मंगलवार को राजगढ़ के शहीद स्मारक पर पहुंचेगा। यहां से उनके पैतृक गांव ठिमाऊ बड़ी तक 25 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी। इस यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। गांव में सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
5 साल पहले भारतीय सेना में भर्ती हुआ था सतीश
सतीश कुमार के पिता बुद्धराज स्वामी, मां सुमित्रा देवी और बड़े भाई रविंद्र स्वामी इस दुखद खबर से गहरे सदमे में हैं। उनका परिवार खेतीबाड़ी और सरकारी नौकरी पर निर्भर है। सतीश कुमार ने पांच साल पहले भारतीय सेना में भर्ती होकर देश सेवा का सपना पूरा किया था। वह अविवाहित थे और परिवार का सहारा बने हुए थे। परिवार में शादी की चर्चा चल रही थी। शहीद जवान की शहादत से ठिमाऊ बड़ी गांव और आसपास के क्षेत्रों में शोक की लहर है। उनके सम्मान में पूरे गांव में तिरंगे लहराए गए हैं।