केरल में एक आदिवासी महिला का एक साल तक काला जादू के नाम पर शोषण हुआ। आरोपी ने नशीली दवा देकर महिला के साथ रेप किया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
अंधविश्वास की आड़ में महिलाओं का शोषण आज भी जारी है। केरल के वायनाड में एक व्यक्ति महिला के साथ एक साल तक काला जादू के नाम पर शोषण करता रहा। आदिवासी महिला को बहला फुसला कर काला जादू और तंत्र-मंत्र के नाम पर कोई नशीली दवा खिलाता रहा। महिला की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी को अरेस्ट कर लिया है।
क्या है पूरा मामला?
वायनाड के तिरुनेल्ली में रहने वाली एक आदिवासी महिला किसी मानसिक परेशानी से जूझ रही थी। आदिवासी महिला के संपर्क में आरोपी आया और उसने काला जादू और तंत्र-मंत्र से उसे ठीक करने का दावा किया। काला जादू की आड़ में आरोपी, पीड़िता को कोई नशीला दवा देता था। फिर वह उसके साथ रेप करता था। वह उपचार के नाम पर महिला के साथ करीब एक साल तक मनमानी करता रहा। पीड़िता को जब अपने साथ हो रही मनमानी का अहसास हुआ तो उसने दवा खाने से मना कर दिया। इसके बाद स्थानीय नेताओं की मदद से उसने थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी।
महिला की शिकायत पर आरोपी अरेस्ट
आदिवासी महिला की शिकायत के बाद पुलिस ने यौन शोषण का मामला दर्ज कर लिया। इसके बाद पुलिमूड के रहने वाले वर्गीस को अरेस्ट किया। वर्गीस के खिलाफ बलात्कार, अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम सहित कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने पीड़िता का बयान दर्ज कर लिया है।
नेताओं और पुलिस ने दबाव बनाने की कोशिश की
पीड़िता ने बताया कि वह मानसिक समस्याओं से जूझ रही थी। वर्गीस ने उसे दवा और तांत्रिक वस्तुएं देकर एक साल तक शोषण किया। जब उसने दवा खाने से मना किया तो उसे धमकी दी गई। पीड़िता ने बताया कि एक राजनैतिक दल के नेताओं के साथ मिलकर उसने मामले को रफादफा करने का दबाव बनाया। पीड़िता का आरोप है कि आरोपी ने काला जादू के नाम पर उसका शोषण किया। जान से मारने की धमकी के कारण वह डर के मारे किसी को कुछ नहीं बता पाई। तिरुनेल्ली पुलिस ने मामले को दबाने की कोशिश की। जून 2023 में शिकायत दर्ज कराने के बावजूद पुलिस ने मामले को रफा-दफा करने का दबाव बनाया।