4 दिन बाद होनी थी उसकी जेईई मेन्स परीक्षा
कोटा में एक कोचिंग छात्र ने जेईई मेन्स परीक्षा से ठीक चार दिन पहले आत्महत्या कर ली। परिवार ने पोस्टमार्टम से इनकार कर नेत्रदान का फैसला लिया। छात्र पढ़ाई में होशियार था और यह कोटा में 12 दिनों में चौथा सुसाइड केस है।
कोटा। जवाहर नगर थाना क्षेत्र से एक दुखद घटना सामने आई हैए जहां एक कोचिंग छात्र ने खुदकुशी कर ली। छात्र की उम्र सिर्फ सोलह साल थी और वह आगामी जेईई मेन्स परीक्षा के लिए तैयारी कर रहा था। इस घटना के बाद से छात्र के परिवार में शोक की लहर है।
कोई नहीं समझ सका मनन के मन में क्या चल रहा था
घटना का विवरण मृतक छात्र की पहचान मनन जैन के रूप में हुई है, जो बूंदी का निवासी था। मनन ने अपने ननिहाल में रहकर कोचिंग की तैयारी की थी। शुक्रवार को छात्र अपने मौसेरे भाई के साथ देर रात तक पढ़ाई कर रहा था, लेकिन शनिवार सुबह जब मौसेरा भाई उठा, तो उसने मनन को बेहोश देखा। इसके बाद उसने परिजनों को सूचना दी और तुरंत परिवार में हड़कंप मच गया। परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और मृतक छात्र का शव अस्पताल भेजा गया।
मनन बिजनेसमैन पिता का इकलौता बेटा था
पोस्टमार्टम से मना, नेत्रदान का निर्णय सीआई रामलक्ष्मण गुर्जर ने बताया कि मनन जैन की मौत के बाद परिवार ने बेटे का पोस्टमार्टम करवाने से इनकार कर दिया। परिवार ने बताया कि सभी ने सहमति से मनन के नेत्रदान का निर्णय लिया। मामा ने कहा कि मनन का परिवार बूंदी में रहता है और उसके पिता मनीष जैन एक बिजनेसमैन हैं। मनन इकलौता बेटा था और परिवार ने एकजुट होकर उसके नेत्रदान करने का फैसला किया। इस दौरान परिवार के सदस्य लगातार रोते रहे।
22 जनवरी को उसकी जेईई मेंस की परीक्षा थी
पढ़ाई में होशियार था मनन महावीर जैन ने कहा कि मनन एक होशियार छात्र था और आगामी 22 जनवरी को उसकी जेईई मेंस की परीक्षा थी। छात्र की आत्महत्या ने परिवार और उसके दोस्तों को गहरे आघात में डाल दिया है। परिवार का कहना है कि वह टॉपर था, वह इस तरह से सुसाइड नहीं कर सकता है। बारह दिन के दौरान कोटा में छात्र का यह चौथा सुसाइड केस है। इस बीच राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री का भी बयान आया है। उनका कहना है कि बच्चों के सुसाइड के पीछे प्रेम प्रसंग भी एक बड़ा कारण है।