मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की चादर की रस्म के समय भाजपा का एक भी विधायक उपस्थित नहीं रहा, जबकि अजमेर में ही 7 विधायक है
अजमेर में ख्वाजा साहब के सालाना उर्स में 7 जनवरी को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे की ओर से भी चादर पेश की गई। चादर की इस रस्म में न तो पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और न ही पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट नजर आए। पूर्व में सोनिया गांधी की चादर के समय में दोनों नेता उपस्थित रहते थे। अशोक गहलोत तो मुख्यमंत्री रहते हुए भी सोनिया गांधी की चादर के साथ दरगाह में उपस्थिति देते रहे।
उर्स के दौरान दरगाह में जायरीन की जबरदस्त भीड़ होती है। लेकिन इसके बाद भी गहलोत और पायलट सोनिया गांधी की चादर के साथ आते रहे। लेकिन मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष खडगे की चादर के समय गहलोत और पायलट की गैर मौजूदगी अब चर्चा का विषय बनी हुई है। अलबत्ता खडगे की चादर के समय 7 जनवरी को दरगाह में कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी के साथ साथ राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, प्रतिपक्ष नेता टीकाराम जूली, आरटीडीसी के पूर्व अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़, दरगाह कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अमीन खान शहर अध्यक्ष विजय जैन आदि उपस्थित रहे।
भाजपा का एक भी विधायक नहीं
7 जनवरी को ही राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की ओर से भी ख्वाजा उर्स में चादर पेश की गई, लेकिन चादर की रस्म के समय भाजपा का एक भी विधायक उपस्थित नहीं रहा। जबकि अजमेर जिले में ही भाजपा के सात विधायक हैं। पुष्कर के भाजपा विधायक सुरेश रावत को कैबिनेट मंत्री हैं। आमतौर पर मुख्यमंत्री की चादर समय के अनेक विधायक और मंत्री उपस्थित रहते हैं। सीएम की चादर के समय भाजपा का एक भी विधायक उपस्थित न रहने की चर्चा अब भाजपा में ही हो रही है। 7 जनवरी को भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष हामिद मेवाती ने चादर पेश की। इस अवसर पर भाजपा के शहर जिला अध्यक्ष रमेश सोनी, अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष शफीक खान आदि उपस्थित रहे।