राजस्थान में कई शहरों में चलाए जा रहे हैं ऐसे सेंटर्स
कैसे हो रहा है राज्य में देह व्यापार! जानें
राजस्थान के बड़े शहरों और पर्यटन स्थलों पर हेयर सैलून की आड़ में स्पा सेंटर्स चलाए जा रहे हैं जिनमें अधिकांशत: अनैतिक गतिविधियों से पैसा कूटा जा रहा है। शौकीन और रसिया लोगों को इन स्पा सेंटर्स पर वो सब दमित इच्छाएं पूरी करने का मौका मिल रहा है जो घर परिवार में संभव नहीं।
जोधपुर में अभी हाल ही बरसों से छिपी इस सच्चाई का खुलासा हो गया। जोधपुर कमिश्नरेट के छापा मार दल ने सरदारपुरा सी रोड पर, पुराने सीएमएचओ कार्यालय के पास, गली में एक स्पा सेंटर पर छापा मारा। दबिश में अनैतिक गतिविधियों का भंडा फोड़ हुआ।
जोधपुर पुलिस की सहायक आयुक्त छवि शर्मा ने स्पा सेंटर का लॉक खुलवाकर तलाशी ली, जिसमें दो विदेशी युवतियों को पकड़ा गया। फिलहाल इस मामले में संचालक को भी गिरफ्तार किया गया है। छापे की सूचना शायद संचालकों को मिल गई थी इसलिए वे सेंटर से भाग छूटे। जाते जाते वह दो जवान युवतियों को एक कमरे में बन्द कर गए। पकड़ी गई दोनों नवयौवनाएँ थाईलैंड की हैं। उन्होंने स्वीकार किया है की संचालक उनसे अनैतिक काम भी करवाते थे।
सरदारपुरा थाने में दर्ज़ हुए इस मामले से इस बात का खुलासा हो गया है कि राजस्थान के लगभग सभी बड़े शहरों में स्पा सेंटर्स की आड़ में युवतियों से पेशा करवाया जा रहा है। विदेशी युवतियां जो बैंकॉक, बांग्लादेश, नेपाल, थाईलैंड और अन्य मुल्कों से मोटी रकम चुका कर मंगवाई जाती हैं इस तरह के देह व्यापार से जोड़ दी जाती हैं।
उदयपुर! कोटा! कुंभलगढ़! माउंट आबू! जैसलमेर! बीकानेर! जयपुर! अलवर! भरतपुर! भीलवाड़ा! अजमेर! सहित कई बड़े शहरों में स्पा सेंटर्स खुले हुए है। ऐसा नहीं कि सारे स्पा सेंटर्स में इस तरह के अनैतिक धंधे हो रहे है मगर अधिकांश सेंटर्स इसी पहचान के साथ संचालित हैं।
यहाँ बता दूं कि बीकानेर में भी कुछ समय पहले कोटगेट थाने में छापा मार के स्पा सेंटर को सीज किया था। इसमें भी वैश्या वृति चल रही थी।
आज भी बीकानेर कोटगेट, कोतवाली, नया शहर, जस्सूसर गेट, व्यास कालोनी, गंगा शहर थाना इलाकों में स्पा सेटर्स चल रहे हैं।
पर्यटन स्थलों पर मौज मस्ती करने और जिÞन्दगी का गेयर आॅइल बदलने बहुत से मनचले हर उम्र के लोग आते हैं। इनमें प्रौढ़ उम्र के लोग जिÞयादा होते हैं।
स्पा सेंटर्स के बाहर खड़े होकर कोई भी इस बात को समझ सकता है कि अंदर क्या हो रहा है। शरीर की तेल मालिश तो प्राय: बहाना होती है वरना मालिश की शुरूआत अंत में शौक, मौज मस्ती पर ही खत्म होती है।
जोधपुर पुलिस की सहायक आयुक्त छवि शर्मा अजमेर से ही जोधपुर स्थानांतरित हुई हैं और उनकी छवि उनके नाम के मुताबिक ही साफ सुथरी मानी जाती है। अजमेर कार्यकाल के दौरान उनसे अक्सर मुलाकात होती रहती थी। डॉक्टरेट की हुई छवि शर्मा के फंडे क्लीयर थे। कानून को धोखा देने वालों को बख्शने की कोई गुंजाइश उनके सिध्दान्तों में नहीं थी।
…..मगर यहाँ वही एक सवाल कि राज्य में कितने ऐसे पुलिस अधिकारी हैं?
जिन भी शहरों में स्पा सेटर्स की आड़ में अनैतिकता पनप रही है क्या स्थानीय पुलिस की वह जानकारी में नहीं है?
क्या स्थानीय थाना अधिकारियों की सहमति के बिना ऐसे स्पा सेंटर्स संचालित हो सकते हैं?
कुंभलगढ़ के एक स्पा सेंटर संचालक ने अपना नाम न बताए जाने की शर्त पर बताया कि वह पुलिस को बहुत मोटी रकम बतौर मंजूरी के हर माह चुकाता है।
उसने यह भी बताया कि पहले वह अपने सेंटर पर सख़्ती से सिर्फ़ स्पा संबंधी काम किया करता था मगर पुलिस ने उसको भी अन्य स्पा सेंटर्स की तरह चौथ देने को बाध्य किया तो हार कर उसे भी वही करना पड़ा जो अन्य सेंटर्स करते हैं।
यद्यपि यह सही है कि राज्य के हर स्पा सेंटर्स पर अनैतिक कार्य नहीं होते मगर यह भी उतना ही बड़ा सत्य है कि किसी भी स्पा को शरीफ लोगों के लिए सम्मानजनक नहीं माना जाता। स्पा करवाने के लिए जाने वाला व्यक्ति शरीफ लोगों की श्रेणी में नहीं आंका जाता।
किसी समय पर शहर और गांवों के बाहर ऐसे अड्डे हुआ करते थे। आज भी देवली और भीलवाड़ा के कुछ शहरों की सीमाओं के बाहर ऐसे परिवार रहते हैं। समयांतर पश्चात यह काम बड़े बड़े शहरों में नाईट क्लब्स! नाईट बार! पब्स! और स्पा में होने लग गए हैं।
कानून के मुताबिक किसी भी स्पा सेंटर्स में बंद कमरों में स्पा और मसाज की इजाजत नहीं। यौन शोषण और तस्करी रोकने के लिए कड़े प्रावधान हैं। किसी भी स्पा में मसाज क्रॉस जेंडर मसाज की इजाजत नहीं होती। यानी पुरुषों की मालिश सिर्फ़ पुरुष और महिलाओं की मालिश सिर्फ़ महिलाएं कर सकती हैं लेकिन अक्सर होता उल्टा ही है।
जानकारी करने पर पता चला कि एक स्पा सेंटर पर साधारण मसाज के 1500 और उसके साथ अगर कुछ और चाहिए तो वह मसाज करीब 3000 से लेकर 4000 तक होता है। यदि विदेशी लड़कियों से मसाज करवानी है तो साढे चार से 5000 तक लिए जाते हैं। यहाँ बता दूं कि स्पा सेंटर चलाने वाले संचालक मसाज करने वाली लड़कियों को इतना पैसा नहीं देते। उनको सैलरी पर रखा हुआ है। जो लड़कियां अतिरिक्त सेवाएं देती हैं उसकी रेट अलग से तय की जाती है जो ग्राहकों को मसाज से पहले ही देनी पड़ती है।
मित्रों! पुलिस की सतर्कता के बिना ऐसे सेंटर्स खत्म नहीं किए जा सकते। यह तय है।