ख्वाजा उर्स में चादर की रस्म के समय पायलट गुट ने ताकत दिखाई। गहलोत डोटासरा गुट का एक भी नेता नहीं आया
राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने 5 जनवरी को अपने निर्वाचन क्षेत्र अजमेर उत्तर में नए पुलिस स्टेशन हरिभाऊ उपाध्याय नगर का उद्घाटन किया। यह नया पुलिस स्टेशन क्रिश्चियनगंज पुलिस स्टेशन को तोड़कर बनाया गया है। इस नए स्टेशन की मांग गत 45 वर्षों से हो रही थी, लेकिन लाख कोशिश के बाद भी मांग पूरी नहीं हो सकी। अब जब देवनानी विधानसभा अध्यक्ष के पद पर आसीन हुए तो सरकार को अजमेर उत्तर क्षेत्र में नया पुलिस स्टेशन खोलना ही पड़ा। इसे देवनानी के पद का प्रभाव ही कहा जाएगा कि सरकार ने अस्थायी भवन में ही पुलिस स्टेशन शुरू कर दिया। अभी पुष्कर रोड स्थित पुरानी विश्राम स्थली में अजमेर विकास प्राधिकरण के कुछ कमरों में थाने को शुरू किया गया है। थाने का नया भवन बाद में बनेगा।
पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने महावीर प्रसाद शर्मा को पुलिस इंस्पेक्टर भी नियुक्त कर दिया है। यानी 5 जनवरी से ही नया पुलिस स्टेशन वजूद में आ गया है। सरकार के नए बजट में अजमेर उत्तर क्षेत्र में 15 सौ करोड़ रुपए के विकास कार्य भी मंजूर हुए हैं। कहा जा सकता है कि निर्वाचन क्षेत्र के विकास में देवनानी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। चूंकि देवनानी विधानसभा अध्यक्ष जैसे प्रभावशाली पद पर आसीन है, इसलिए किसी के विरोध करने की हिम्मत भी नहीं है। देवनानी की भाजपा में कुछ नेता नाराज है, लेकिन वे भी खुलकर विरोध नहीं कर पा रहे। एक दो भाजपाई सिर्फ सोशल मीडिया तक ही सीमित है। यानी देवनानी के नेतृत्व को भाजपा में चुनौती देने वाला कोई नहीं है। जहां तक प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस का सवाल है तो कांग्रेस के नेता सचिन पायलट और अशोक गहलोत-गोविंद सिंह डोटासरा के गुटों में बंटे हुए हैं।
कांग्रेस में आपस में ही जूतम पैजार हो रही है। राजनीति और प्रशासनिक दृष्टि से इतनी मजबूत स्थिति के बाद भी देवनानी ने पांच जनवरी को पुलिस स्टेशन के उद्घाटन समारोह में कहा कि कुछ लोगों को उनका विकास अच्छा नहीं लग रहा है। विरोधी चाहे कितना भी दुष्प्रचार करे, लेकिन मैं अनवरत विकास करता रहंू। जबकि हकीकत यह है कि देवनानी ने गत एक वर्ष में जो विकास किए हैं उनकी प्रशंसा सर्वत्र हो रही है। राजनीतिक दृष्टि से देखा जाए तो देवनानी का विरोध है ही नहीं।
चादर की रस्म में शक्ति प्रदर्शन
5 जनवरी को ख्वाजा साहब के सालाना उर्स में राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट की ओर से भी मजार शरीफ पर चादर पेश की गई। इस अवसर पर पायलट के समर्थक कांग्रेसी नेता उपस्थित रहे। इनमें कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष आबिद कागजी, के साथ साथ जिला अध्यक्ष विजय जैन, पूर्व मंत्री नसीम अख्तर, महेंद्र सिंह रलावता, हेमंत भाटी, पारस पंच, नाथूराम सिनोदिया, शिव प्रकाश गुर्जर, कमल बाकोलिया, हरिसिंह गुर्जर, प्रताप यादव, गिरधर तेजवानी, शिव कुमार बंसल, आरिफ हुसैन, नरेश सत्यावना, सुकेश कांकरिया, बिपिन बेंसिल, रश्मि हिंगोरानी, अंकुर त्यागी, एसएम अकबर आदि मौजूद रहे। वहीं प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व सीएम अशोक गहलोत गुट का एक भी नेता नजर नहीं आया।
गहलोत और डोटासरा गुट का नेतृत्व इन दिनों अजमेर में डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी और आरटीडीसी के पूर्व अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ कर रहे हैं। पायलट की ओर से भेजी गई चादर के समय राठौड़ और चौधरी के समर्थक भी नजर नहीं आए।