हरिद्वार के कुंभ में हिंदुओं का नरसंहार करने वाले तैमूर लंग के नाम पर सैफ-करीना ने अपने पुत्र का नाम रखा। इस पर अब सनातनी कवि कुमार विश्वास ने गुस्सा जताया है

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आखिर दुष्कर्मी, बदतमीज, लफंगे वाला नाम रखकर सैफ- करीना समाज को क्या सीख देना चाहते हैं? ऐसे नाम वाले को हम हीरो तो क्या फिल्मों के खलनायक भी नहीं बनने देंगे

इतिहास गवाह है कि सन 1398 में जब हरिद्वार में गंगा नदी पर अर्ध कुंभ चल रहा था, तब समरकंद (वर्तमान उज्बेकिस्तान) से आए मुस्लिम आक्रमणकारी शुजा उद दीन तैमूर लंग ( तैमूर बिन तरघाई बरलास ) ने हमला किया और जमकर नरसंहार किया | तैमूर लंग का 1398 में दिल्ली पर आक्रमण भारतीय इतिहास की सबसे क्रूर घटनाओं में से एक माना जाता है। इस आक्रमण का मुख्य उद्देश्य न केवल कमजोर तुगलक सल्तनत को हराना था, बल्कि उसकी अपार संपत्ति को लूटना और अपनी शक्ति का प्रदर्शन करना भी था।

तैमूर ने इस्लामी “जिहाद” और अपने साम्राज्य को बढ़ाने के बहाने भारत पर आक्रमण किया। उसने दिल्ली सल्तनत पर हमला करने के लिए यह तर्क दिया कि भारत में मुस्लिम शासक सच्चे इस्लामी कानून का पालन नहीं कर रहे थे। हालांकि, वास्तविक कारण भारत की अपार संपत्ति और राजनीतिक अस्थिरता थी। दिल्ली पर कब्जा करने के बाद तैमूर की सेना ने शहर में भयानक नरसंहार किया। हजारों लोग मारे गए, और महिलाओं, बच्चों, और बूढ़ों को भी नहीं बख्शा गया।   इसी अवधि में तैमूर लंग ने दिल्ली पर भी आक्रमण कर लूट पाट और महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया

कई समकालीन स्रोतों के अनुसार, तैमूर ने 1 लाख कैदियों को सिर्फ अपनी सेना के लिए “अभ्यास” के रूप में मारने का आदेश दिया। शहर को पूरी तरह लूट लिया गया। मंदिर, महल, और बाजारों को जलाकर खाक कर दिया गया। तैमूर के हमले के कारण भारत में राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ी, जिसका लाभ बाद में उसके वंशज बाबर ने उठाया और मुगल साम्राज्य की स्थापना की।  अब जब वर्ष 2025 में प्रयागराज में महाकुंभ भर रहा है, तब सनातनी कवि कुमार विश्वास ने तैमूर लंग के नरसंहार के मुद्दे को ताजा कर दिया है।

कुमार विश्वास ने तैमूर लंग को बदतमीज, लफंगा, आक्रमणकारी बताया है। यूपी के एक समारोह में कुमार विश्वास ने कहा कि सिनेमा का टिकट खरीदकर हम हीरो हीरोइन बनाते है। यदि हम सिनेमा न देखे तो ऐसे लोगों को गली मोहल्लों में कोई नहीं पहचानेगा। लेकिन हमारे पैसों से हीरो हीरोइन बनने वाले अपने पुत्र का नाम एक दुष्कर्मी और लंफगे तैमूर के नाम पर रखेंगे तो फिर गुस्सा आना स्वाभाविक है। कुमार विश्वास ने अभिनेता सैफ अली खान और अभिनेत्री करीना कपूर का नाम तो नहीं लिया, लेकिन सब जानते हैं कि इस दम्पत्ति ने ही अपने पहले पुत्र का नाम तैमूर रखा है।

कुमार विश्वास ने जिस अंदाज में तैमूर के नाम को लेकर गुस्सा जताया उससे एक बार फिर देश में मुस्लिम आक्रमणकारियों और उनके प्रति हमदर्दी जताने वालों को लेकर बहस शुरू करवा दी है। सवाल उठना लाजमी है कि दुष्कर्म और नरसंहार करने वाले के नाम पर ही अपने बच्चों का नाम क्यों रखा गया? आमतौर पर सभ्य परिवार के माता पिता अपने बच्चे का नाम साधु महात्मा, सूफी संत आदि के नाम पर रखते हैं। सनातन संस्कृति में तो अधिकांश बच्चों के नाम देवी देवताओं पर ही रखे जाते हैं।

सनातन संस्कृति को मानने वाले लोग कभी भी अपने बच्चे का नाम अधर्मी रावण, कंस, हिरण्यकश्यप आदि नहीं रखते। कुमार विश्वास का कहना है कि तैमूर नाम के व्यक्ति को हम हीरो तो क्या फिल्मों का खलनायक भी नहीं बनने देंगे। यहां उल्लेखनीय है कि हाल ही में कुमार विश्वास ने फिल्म अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा द्वारा जहीर खान से विवाह किए जाने पर भी कटाक्ष किया था। कुमार विश्वास का कहना रहा कि हम अपने घर का नाम रामायण तो रख लेते हैं, लेकिन अपने घर की श्री लक्ष्मी की रक्षा नहीं कर पाते। मालूम हो कि सोनाक्षी सिन्हा के पिता और टीएमसी के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के मुंबई स्थित आवास का नाम रामायण है।

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