जब मैं पीएम मोदी की चादर लेकर ख्वाजा साहब की दरगाह में आ गया हूं तो दरगाह में मंदिर होने का दावा करने वालों को जवाब मिल गया है-केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू।

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दरगाह में आने वाले जायरीन की सुविधाओं को पहली प्राथमिकता

4 जनवरी को केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलात मंत्री किरण रिजिजू ने अजमेर स्थित ख्वाजा साहब की दरगाह में सालाना उर्स के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से मजार शरीफ पर चादर पेश की। इस अवसर पर रिजिजू ने पीएम मोदी का संदेश भी पढ़कर सुनाया। मोदी ने ख्वाजा साहब की शिक्षाओं को सौहार्दपूर्ण बताते हुए देश में अमन चैन की कामना की। इस अवसर पर रिजिजू ने कहा कि ख्वाजा साहब की दरगाह में मुसलमान ही नहीं बल्कि हिंदू, सिख ईसाई बौद्ध आदि सभी धर्मों के लोग आते हैं, इसलिए दरगाह को साम्प्रदायिक सद्भावना की मिसाल माना जाता है।
दरगाह परिसर में मंदिर होने के दावे के सवाल पर रिजिजू ने कहा कि जब मैं प्रधानमंत्री की चादर लेकर दरगाह में आ गया हूं तो फिर ऐसा दावा करने वालों को अपने आप जवाब मिल गया है। उन्होंने कहा कि अजमेर दरगाह को लेकर विवाद की कोई गुंजाइश नहीं है। चूंकि दरगाह में आंतरिक इंतजाम करने वाली दरगाह कमेटी मेरे मंत्रालय के अधीन आती है, इसलिए हमारा प्रयास है कि दरगाह में जियारत के लिए आने वाले जायरीन को अधिक से अधिक सुविधा मिले। उन्होंने माना कि मौजूदा समय में आने वाले जायरीन को अनेक कठिनाइयां होती है। जायरीन की परेशानियों को देखते हुए एक कार्य योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि देश में माहौल अच्छा रहे इसका प्रयास पीएम मोदी के नेतृत्व में लगातार हो रहा है।

अंजुमन द्वारा स्वागत:

केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू के दरगाह पहुंचने पर खादिमों की संस्था अंजुमन सैयद जादगान के सचिव सरवर चिश्ती और शेखजादगान के पदाधिकारियों ने स्वागत किया। इस अवसर पर दरगाह कमेटी के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। सूफी संवाद अभियान के राष्ट्रीय सह प्रभारी और दरगाह के खादिम सैयद अफशान चिश्ती ने भी मंत्री रिजिजू का स्वागत किया। रिजिजू ने सूफी परंपरा के अनुरूप मजार शरीफ पर पीएम मोदी की चादर पेश की। दरगाह पहुंचने पर दरगाह दीवान के प्रतिनिधि सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने भी रिजिजू को इस्तकबाल किया। बाद में दरगाह के प्रतिनिधियों ने रिजिजू की दस्तारबंदी की। जियारत की रस्म खादिम सैयद अफशान चिश्ती ने कराई।

अदालत में वाद:

ख्वाजा साहब की दरगाह में शिव मंदिर होने को लेकर अजमेर की सिविल अदालत में हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने वाद दायर कर रखा है। इस वाद पर अदालत ने केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय, दरगाह कमेटी और पुरातत्व विभाग को नोटिस जारी कर रखे हैं। हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने प्रधानमंत्री मोदी से भी आग्रह किया था कि वे इस बार दरगाह में चादर न भेजे। इसके साथ ही गुप्ता ने सिविल अदालत में एक प्रार्थना पत्र पेश कर पीएम की चादर पर रोक लगाने की भी मांग की थी। गुप्ता का कहना रहा कि जब मामला अदालत में विचाराधीन है तब देश के प्रधानमंत्री को उर्स के दौरान चादर नहीं भेजनी चाहिए। गुप्ता ने कहा कि यदि इस बार भी प्रधानमंत्री की ओर से चादर भेजी जाती है तो इसका असर अदालत में चल रहे मुकदमे पर पड़ेगा।

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