भजनलाल जी ने बनाया ट्रांसफर का ट्रांसफार्मर

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नेता लोग डिजायर के जरिए अधिकारियों को देंगे दो साल के पट्टे

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल के नए भजन को मेरा नमन। उन्होंने अपने मंत्रियों और विधायकों को मर्ज़ी चलाने और खाने कमाने के राज्यादेश जो जारी कर दिए हैं।

अधिकारियों में चर्चित सोशल मीडिया पर चल रहा उनका नया कथित आदेश है कि अब सरकारी नुमाइंदों के स्थानांतरण विधायकों की डिजायर पर ही होंगे। जाहिर है कि अब ट्रांसफर का कारोबार फलने फूलने का मौसम आ गया है। इसे कहते हैं सर्दी में गर्मी का अहसास।

पिछले एक साल में राजस्थान सरकार को अधिकारी चला रहे थे। विधायक तंग थे। उनकी चल ही नहीं रही थी। अधिकारियों ने उनकी नाक में दम कर रखा था। नाक में नकेल जरूरी थी सो अब कस दी जाएगी।

भजनलाल जी के नए भजन में एक बात और जोड़ी गई है। विधायकों की डिजायर पर हुए तबादलों को स्वयं विधायक भी दो साल तक बदलवा नहीं पाएंगे। इसके पीछे भजनलाल जी का तर्क है कि विधायक प्राय: अपनी डिजायर पर अधिकारियों के ट्रान्सफर तो करवा लेते हैं मगर जल्द ही उनका मन भर जाता है और वह अधिकारी उनके लिए किसी काम का नहीं रहता। ऐसे में उसे फिर धकेलने के लिए विधायक हाथ पैर मारने लगते हैं। अब ऐसा नहीं हो पायेगा।

मुख्यमंत्री ने ट्रान्सफर के ट्रांसफार्मर पर दो साल के लिए पुन: ट्रांसफर पर पाबंदी भी लगा दी है। मतलब ये कि विधायक जिन अधिकारियों या कर्मचारियों के ट्रांसफर अपनी डिजायर पर करवाएंगे उनको दो साल पहले वे नहीं हटवा पाएंगे।

हो सकता हो भोले भजन लाल जी इस पाबंदी लगाने से बड़े खुश हों मगर उनसे ज्यादा खुश विधायक लोग हैं। अब वो किसी भी अधिकारी को अपनी डिजायर से पहले समझा देंगे कि देख भाई। दो साल का पट्टा दे रहा हूँ। अब दो साल तुझे किसी का कोई भय नहीं! हलवा खा और खिला! कोई शिकायत तेरा बाल बाँका नहीं कर सकती! जम कर अपना घर भी भर! और हमारा भी।

सोशल मीडिया पर चल रहे इस कथित आदेश से अधिकारियों में भी खुशी की लहर छा गई है। इस आदेश / निर्देश के हिसाब से डिजायर के लिए एक बार नेता जी को खुश करना पड़ेगा बाकी तो दो साल तक वह जनता को हांकने वाले गड़रिये तो बन ही जायेंगे। भेड़ों की ऊन उतारने का उनको दो साल का ठेका मिल जाएगा। इस भाव में तो नेता जी को खुश करने का काम महंगा नहीं पड़ेगा।

भजन लाल जी के कार्यकाल का यह सबसे महत्वपूर्ण आदेश होगा। नेता जी खुश! अधिकारी खुश! और तो और नेताओं के चिलगोजे भी खुश।

अब तक नेता लोग तो जैसे तैसे अपनी मर्ज़ी के अधिकारियों के अपने क्षेत्र में ट्रांसफर करवा ही रहे थे मगर नेताओं के चिल्गोजों की एक नहीं चल रही थी। इस आदेश के बाद उनके भी अच्छे दिन आ जाएंगे। चहेते अधिकारियों की वे भी हाके करके नेता जी के चरणों में ला पटकेंगे। बकरा ईद जैसा माहौल बन जाएगा। जिÞब्ह होगी। अधिकारी को पहले चिल्गोजा काटेगा ! फिर नेता जी।

दरअसल हर नेता की जीत और साम्राज्य स्थापित करने में उनके मुँहलगों का बड़ा योगदान रहता है। योगदान क्या अहसान होता है। उसे चुकाने के अवसर बहुत कम मिल पाते हैं।

अब भजनलाल जी के इस ट्रांसफर वाले ट्रांसफार्मर से शानदार बिजली की सप्लाई होगी। बिजली की खपत बढ़ेगी और घर घर तक रौशनी पहुंचेगी।

नेताओं की चवन्नी को चांदी का कलदार बनाने वाले इस आदेश के लिए उनका बहुत बहुत धन्यवाद! दो साल तक अधिकारियों को पट्टा वितरण किया जाएगा। लूली लंगड़ी गायों को चारा मिलेगा। गधे गुलकंद खाएंगे घोड़े च्यवनप्राश! बिल्लियों और बंदरों के बीच तालमेल बनेगा।

इस अकेले कथित आदेश का ही इंतजार था। आ गया। अब राजस्थान का विकास रफ़्तार पकड़ेगा। मोदी जी का नारा फलीभूत होगा। सबका साथ! सबका विकास ! सबका विश्वास! सबका प्रयास!

और दोस्तों! विश्वास में विष का वास!

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