राहुल गांधी को यह समझना चाहिए कि राजनीति में उनका मुकाबला नरेंद्र मोदी से है

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पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन के चार दिन बाद ही नव वर्ष के स्वागत के लिए विदेश यात्रा पर जाने का मामला
नव वर्ष का जश्न मनाने वाला मुसलमान गुनाहगार होगा-मौलाना रिजवी

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे राहुल गांधी उन भारतीयों में शामिल हैं जो नए वर्ष का स्वागत करने के लिए विदेश गए है। जो भारतीय विदेश गए वे अपने अपने नजरिए से जश्न भी मना रहे है। किसी भारतीय का विदेश जाना सामान्य बात है, लेकिन राहुल गांधी के विदेश जाने की चर्चा इसलिए हो रही है कि वे रायबरेली से सांसद है और लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता। किसी भी जनप्रतिनिधि का जीवन सार्वजनिक होता है। सब जानते हैं कि कांग्रेस की गठबंधन सरकार के दस वर्ष तक प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का निधन 26 दिसंबर को ही हुआ है। 28 दिसंबर को जब मनमोहन सिंह की शव यात्रा निकाली गई तो राहुल गांधी सेना के उस ट्रक में सवार थे, जिसमें शव रखा गया था।

लोगों ने राहुल गांधी को ट्रक पर लटके हुए भी देखा। इससे जाहिर है कि राहुल गांधी को मनमोहन सिंह के निधन का गहरा आघात लगा। यूं भी मनमोहन सिंह के गांधी परिवार से पारिवारिक संबंध रहे। केंद्र सरकार ने भी पूर्व पीएम के निधन पर सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। यह शोक 3 जनवरी को समाप्त होगा। राष्ट्रीय शोक में सरकारी की ओर से भी कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाते हैं।

यही वजह है कि अब नव वर्ष के स्वागत के लिए राहुल गांधी के विदेश चले जाने पर भारत की राजनीति में चर्चा हो रही है। सवाल उठता है कि जब गांधी परिवार डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर इतना व्यथित है, तब फिर नववर्ष के मौके पर राहुल गांधी विदेश क्यों गए? क्या अपने ही देश में रह कर नववर्ष का स्वागत किया जा सकता था? कांग्रेस के कुछ नेता बचाव में कह रहे है कि विदेश यात्रा राहुल गांधी का निजी मामला है, लेकिन राहुल गांधी को यह समझना चाहिए कि राजनीति में उनका मुकाबला नरेंद्र मोदी से है।

प्रधानमंत्री रहते हुए मोदी ने हमेशा मयार्दा और लोकलाज का ख्याल रखा। तय कार्यक्रम के अनुसार 2 जनवरी को दिल्ली में मोदी की चुनावी रैली होनी थी, लेकिन राष्ट्रीय शोक की वजह से मोदी ने अपनी इस रैली को रद्द कर दिया। दिल्ली में फरवरी में विधानसभा चुनाव होने हैं। आम आदमी पार्टी के दो माह पहले से ही चुनाव की तैयारी कर रही है और इन दिनों पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल हर दिन नया चुनावी वादा कर रहे है। अच्छा होता कि राहुल गांधी दिल्ली चुनाव को लेकर थोड़ी गंभीरता दिखाते।

मुसलमान गुनाहगार होगा

आॅल इंडिया मुस्लिम जमात के प्रमुख मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी बरेलवी ने फतवा जारी करते हुए कहा कि जो मुसलमान नव वर्ष का जश्न मनाएगा वह अपने धर्म का गुनाहगार होगा। रिजवी ने कहा कि इस्लाम अपने धर्म के अनुरूप ही खुशी मनाने की इजाजत देता है। यानी किसी दूसरे धर्म की खुशी में मुसलमान अपनी खुशी नहीं मना सकता। नव वर्ष का जश्न ईसाई धर्म से जुड़ा हुआ है, इसलिए किसी भी मुसलमान को नववर्ष का जश्न में शरीक नहीं होना चाहिए। रिजवी ने कहा कि यह फतवा इस्लाम की शिक्षाओं के अनुरूप जारी कर रहे हैं।

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