अयोध्या दीपोत्सव में 28 लाख दीयों से जगमग हुआ है। 1,100 से ज्यादा लोगों ने सरयू आरती की। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की उम्मीद। पांच दिनों तक चलेगा भव्य उत्सव।
मंगल भवन अमंगल हारी।
द्रवहु सुदसरथ अचर बिहारी।।अयोध्या से दीपोत्सव का यह मनमोहक वीडियो जरूर देखिए। pic.twitter.com/d4zEOhIMLW
— Panchjanya (@epanchjanya) October 30, 2024
उत्तर प्रदेश के अयोध्या के राम मंदिर में बुधवार को दीपोत्सव मनाया गया। करीब 28 लाख दीये जलाए गए हैं। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की उम्मीद है। इसके साथ ही 1,100 से अधिक लोगों ने सरयू घाट पर एक साथ आरती की। यह भी अपने आप में रिकॉर्ड है।
10 प्वाइंट में जानें दीपोत्सव 2024 की खास बातें
1- दीपोत्सव 2024 पांच दिन चलने वाला उत्सव है। यह भगवान राम के अयोध्या लौटने के जश्न के रूप में मनाया जा रहा है। दीपोत्सव में शामिल होने के लिए लाखों भक्त अयोध्या आए हैं।
2- पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को घोषणा की कि इस साल की दिवाली ऐतिहासिक होगी। हजारों दीप रामलला की जन्मभूमि पर बने मंदिर को रोशन करेंगे। यह 500 साल के इंतजार के बाद त्योहार का प्रतीक है।
3- सरयू नदी के 55 घाटों पर 28 लाख दीये जलाए गए हैं। इसके लिए 30,000 से ज्यादा स्वयंसेवकों को लगाया गया। इनमें नए घाट, पुराने घाट और भजन संध्या जैसे प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और अन्य प्रमुख लोग शामिल हुए।
4- गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की एक टीम दीपोत्सव देख रही है। कार्यक्रम के दौरान दो रिकॉर्ड बनाने की कोशिश है। 1,100 लोगों ने सरयू किनारे आरती की है। 28 लाख दीये जलाए गए हैं। यह राम मंदिर के निर्माण के बाद पहला दीपोत्सव है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के सलाहकार निश्चल बरोट के नेतृत्व में 30 सदस्यीय टीम ने ड्रोन की मदद से सरयू के 55 घाटों पर दीयों की गिनती की।
5- दीपोत्सव के लिए 6 देशों और भारत के 16 राज्यों से 18 झांकियां दिखाई गईं। कलाकारों के साथ एक भव्य शोभा यात्रा निकाली गई।
6- दिव्य अयोध्या ऐप की मदद से वर्चुअल दीया जलाने की अपील की गई है। इस पहल का नाम ‘एक दिया राम के नाम’ है। उम्मीद की जा रही है कि इससे अयोध्या के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
7- 10,000 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। राम की पैड़ी की ओर जाने वाले 17 प्रमुख मार्गों पर सिर्फ पास रखने वाले लोग जा सकेंगे। कार्यक्रम लाइव देखने के लिए एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं।
8- दीपोत्सव के दौरान खासतौर पर ऐसे दिये जलाए गए हर जाएंगे जिनसे कम कालिख निकले। पशुपालन विभाग ने इस अवसर पर 1,50,000 ह्लगौ दीपह्व जलाने का संकल्प लिया है।
9-सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। प्रदूषण से बचने के लिए मुख्य मंदिर भवन के बाहर मोम के दीये जलाए जाएंगे। इससे मंदिर की संरचना को नुकसान नहीं होगा।
10- पूरे अयोध्या को सजाया गया है। रिटायर पुलिस महानिरीक्षक आशु शुक्ला को सजावट के काम की निगरानी जिम्मा दिया गया है।