यूं तो दीपावली के पर्व पर ज्वैलर्स के विज्ञापन अखबारों में प्रकाशित होना सामान्य बात है, लेकिन अजमेर में पिछले डेढ़ माह से दो तीन बड़े ज्वैलर्स के विज्ञापन आए दिन अखबारों में प्रकाशित हो रहे है। ऐसे विज्ञापन एक पृष्ठ के नहीं बल्कि दो तीन पृष्ठ के हैं। अखबार के प्रथम पृष्ठ पर ज्वैलर्स के विज्ञापन कई बार छप चुके हैं। अजमेर में ज्वैलर्स के बीच हो रही प्रतिस्पर्धा के मद्देनजर अखबारों को दो दो तीन प्रथम पृष्ठ पर बनाने पड़ रहे हैं। मुख्य अखबार में प्रथम पृष्ठ पर विज्ञापन प्रकाशित करवाने के लिए ज्वैलर्स में होड़ मची हुई है।
रतलाम के मशहूर डीपी ज्वैलर्स ने भी अजमेर के वैशाली नगर में विशाल शोरूम खोला है। खबरों के मुताबिक इस शोरूम का किराया चार लाख रुपए प्रतिमाह का है। अजमेर के ज्वैलर्स को पछाड़ने के लिए डीपी ज्वैलर्स वाले अखबारों में बड़े बड़े विज्ञापन दे रहे हैं। कहा जा रहा है कि प्रथम पृष्ठ के विज्ञापन के लिए ढाई लाख रुपए का भुगतान किया जा रहा है। अजमेर के पुराने आरआर ज्वैलर्स ने भी इस बार सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। किशनगढ़ में शोरूम खोलने के बाद तो आरआर ज्वैलर्स के विज्ञापन की बाढ़ से आ गई है। तीन तीन पृष्ठ के विज्ञापन एक साथ प्रकाशित करवाए जा रहे हैं।
सूचना केंद्र चौराहे पर शोभा की री-लॉचिंग भी धूमधाम से की गई है। टाटा के तनिष्क का शोरूम इंडिया मोटर सर्किल से वैशाली नगर में स्थानांतरित हुआ तो अखबारों में बड़े बड़े विज्ञापन दिए गए। इन तीनों ज्वैलर्स के विज्ञापनों के कारण अखबारों का साल भर का कोटा पूरा हो गया है। बाजार में खबर है कि इन तीनों ज्वैलर्स के करीब डेढ़ करोड़ रुपए के विज्ञापन प्रकाशित हुए हैं।
बड़े ज्वैलर्स के विज्ञापनों के कारण अजमेर के छोटे ज्वैलर्स को भी मजबूरी में विज्ञापन देने पड़ रहे हैं? लालवानी जेम्स एंड ज्वैलर्स, परनामी आभूषण भंडार, स्वर्ण सृष्टि, एसएस सर्राफ, सुरेश चंद रमेश चंद सर्राफ, बीआर ज्वैलर्स, जीडी सर्राफ आदि ने भी अखबारों में विज्ञापन दिए है। विज्ञापनों से संबंधित ज्वैलर्स का कितना माल बिका यह तो पता नहीं, लेकिन अखबारों वालों की चांदी हो गई है।