मिस इंडिया ने मंदिर में पहना ताज तो मचा बवाल, पंडित ने याद दिलाई मर्यादा
उज्जैन। मध्यप्रदेश का उज्जैन लोगों के दिल में बसा हुआ है, क्योंकि यहां की पहचान बाबा महाकाल के नाम से होती है। यहां कई अनगिनत सितारे समय-समय पर दर्शन करने आते रहते हैं। अरविंद नगर में रहने वाली निकिता पोरवाल भी फेमिना मिस इंडिया का खिताब जीतकर पहली बार उज्जैन आई। यहां पहुंचने के बाद उन्होंने बाबा महाकाल के दर्शन किए और ताज पहनकर पूजा की। अब इसे लेकर नया विवाद शुरू हो गया है।
महाकाल मंदिर के पुजारी महेश शर्मा ने बताया कि उज्जैन की बेटी निकिता पोरवाल ने ताज जीता है, जो गर्व का विषय है, लेकिन बाबा महाकाल के सामने ताज पहनकर जाना मर्यादा के खिलाफ है। उन्हें वह ताज हाथों में लेकर महाकाल के चरणों में रखना चाहिए था और फिर पूजा-अर्चना करनी चाहिए थी, ताकि महाकाल उनके सिर पर वह ताज बनाए रखें। निकिता ने मिस इंडिया जीतकर शहर का गौरव बढ़ाया है, लेकिन मंदिर का अपना गौरव है, जिसे बनाए रखना भी जरुरी है। आखिर में उन्होंने कहा कि मंदिर प्रशासन ऐसी बातों का ध्यान रखें, जिससे राजाधिराज बाबा महाकाल मंदिर की मयार्दा बनी रहे।
मिस इंडिया से नाराज हुए महाकाल के श्रद्धालु
महाकाल मंदिर में लोकल 18 की टीम ने श्रद्धालुओं से बातचीत की। एक श्रद्धालु संदीप मालवीय ने कहा, ह्यमहाकाल भगवान पूरी सृष्टि के राजा हैं। यहां आने वाले श्रद्धालु इस बात का ध्यान रखते हैं कि महाकाल का आशीर्वाद मिले। हालांकि, कल मंदिर में देखा गया कि उज्जैन की निकिता पोरवाल, जिन्होंने मिस इंडिया का खिताब जीता है, उन्होंने पूजा के दौरान ताज पहनकर दर्शन किए, जो कि गलत माना गया। संदीप का कहना है कि महाकाल के सामने कोई राजा नहीं।
अखिल भारतीय पुजारी महासंघ ने विरोध किया
अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के महामंत्री रुपेश मेहता ने लोकल 18 को बताया कि कई बार लोग भगवान महाकाल राजाधिराज के सामने पगड़ी, टोपी या ताज पहनकर आ जाते हैं। इस संदर्भ में एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। उन्होंने कहा उज्जैन की बेटी का मिस इंडिया बनना गर्व की बात है, और भगवान महाकाल उन्हें यशस्वी करें, लेकिन बाबा महाकाल के सामने ताज पहनकर आना नियम के विरुद्ध है। अगर वह अपना ताज बाबा महाकाल के सामने रख देतीं, तो यह बेहतर होता।