रेल पटरियों पर आतंकी साजिश से लेकर कर्नाटक में गणपति विसर्जन के जुलूस पर पथराव की घटनाएं दशार्ती है कि देश बहुत नाजुक दौर से गुजर रहा है

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बांग्लादेश-नमाज से पहले दुर्गा पूजा के अनुष्ठान और साउंड सिस्टम बंद करने के आदेश
पीएम मोदी ने सीजेआई चंद्रचूड के घर विराजे गणपति की पूजा की। यह सुखद तस्वीर

11 सितंबर को कर्नाटक के मंडया जिले के नागमंगला में गणपति विसर्जन के जुलूस पर जमकर पथराव हुआ। यह पथराव तब हुआ जब जुलूस मुस्लिम समुदाय के धार्मिक सिल के सामने से गुजर रहा था। हिमाचल प्रदेश के शिमला में आबादी क्षेत्र में मस्जिद बनने का मामला पहले से ही गमार्या हुआ है। इस बीच जम्मू कश्मीर से भी खबरें आ रही है कि विधानसभा चुनाव में पाकिस्तान समर्थित कट्टरपंथी संगठनों से जुड़े नेता सक्रिय हैं। पूर्व में जिन लोगों पर देशद्रोह के आरोप लगे वे अब विधायक पद का चुनाव लड़ रहे है।

ऐसे लोग निर्दलीय उम्मीदवार बनकर भाजपा, कांग्रेस, पीडीपी, एनसी आदि दलों के उम्मीदवारों को चुनौती दे रहे हैं। इसी के साथ ही ट्रेनों को पटरियों से उतारने की आतंकी साजिशें भी सामने आई हैं। इसके ताजा उदाहरण अजमेर और कानपुर की घटनाएं हैं। लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी अमेरिका में बैठकर कुछ भी कहे, लेकिन हमारा देश इन दिनों नाजुक दौर से गुजर रहा है। देश में ऐसे तत्व लगातार हावी हो रहे हैं जो भारत की खुशहाली देखना नहीं चाहते। 11 सितंबर को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी के ग्रेटर नोएडा में सेमीकोन इंडिया प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।

यह प्रदर्शनी भारत के इलेक्ट्रोनिक्स सेगमेंट पर थी। प्रदर्शनी में देश के उन कारोबारियों ने भाग लिया जो इलेक्ट्रोनिक्स उपकरण बनाते हैं। मौजूदा समय में भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स का कारोबार 150 अरब डॉलर का है। पीएम मोदी चाहते हैं कि यह कारोबार 500 अरब डॉलर का हो जाए। मोदी के प्रयासों से इलेक्ट्रोनिक्स कारोबार 500 अरब डॉलर का तो हो जाएगा, लेकिन इस उपलब्धि पर तब पानी फिर जाएगा, जब कोई यात्री ट्रेन पटरी से उतर जाएगी। इलेक्ट्रोनिक कारोबार से पीएम मोदी 26 लाख युवाओं को रोजगार देने की बात कह रहे हैं, जबकि हकीकत यह है कि गणपति विसर्जन के जुलूस पर पथराव के कर्नाटक जैसे विकसित प्रदेश में सांप्रदायिक तनाव हो रहा है।

जम्मू कश्मीर में यदि कट्टरपंथी और अलगाववादी सोच के लोग विधायक बनते हैं तो हालातों का अंदाजा लगाया जा सकता है। हमारे हिमाचल प्रदेश के शिमला में आबादी क्षेत्र में बनी मस्जिद और बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के धार्मिक अनुष्ठान पर रोक लगाने का कोई संबंध नहीं है। लेकिन यह सही है कि पर्यटन नगरी शिमला में आबादी क्षेत्र में गैर कानूनी तरीके से मस्जिद का निर्माण किया गया। अब शिमला में तनावपूर्ण हालात है। चूंकि मस्जिद बन चुकी है, इसलिए मस्जिद को हटाया जाना संभव नहीं है।

बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्ता पलट के बाद कट्टरपंथी सोच के नेता सत्ता में आ गए है, इसलिए सरकारी आदेश जारी हुआ है कि जब नमाज हो तो उससे पहले हिंदुओं के धार्मिक स्थलों के साउंड सिस्टम बंद कर दिए जाए। यहां तक कि मंदिरों में दुर्गा पूजा के अनुष्ठान पर भी रोक दिए जाए। बांग्लादेश के हालात कैसे भी हो, लेकिन भारत में रहने वाले मुसलमानों के साथ किसी भी प्रकार का भदेभाव नहीं होता। सनातन संस्कृति को मानने वाले लाखों हिंदू मुस्लिम, सूफी संतों की दरगाहों में जाकर जियारत तक करते हैं।

सुखद तस्वीर:

भले ही देश नाजुक दौर से गुजर रहा हो, लेकिन 11 सितंबर को एक सुखद तस्वीर भी देखने को मिली है। भारत के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने गणेश उत्सव के दौरान अपने दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर गणपति को विराजित किया है। 11 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीजेआई चंद्रचूड़ के निवास पर पहुंचे और मराठी परिधान में गणपति की पूजा अर्चना की।

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