कानपुर से अजमेर तक! रेल की पटरियों पर कौन खेल रहा है शातिर खेल?

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देश में कुछ ऐसा चल रहा है जो सामान्य नहीं। राजनीतिक पार्टियां अपनी- अपनी ढपली बजाने में लगी हैं। राहुल गांधी अमेरिका में अपनी सियासती योग्यता दिखा रहे हैं तो यहाँ उनके विरोध में भाजपाई दिग्गज मोर्चा खोल कर अपनी रड़क निकाल रहे हैं। उधर हर राज्य में राजनीतिक कुश्तियां लड़ी जा रही हैं इधर देश के दुश्मन अपने नापाक इरादों को लेकर सक्रिय हैं। देश को अस्थिर करने का बहुत बड़ा षड्यंत्र खेला जा रहा है।

उत्तरप्रदेश के कानपुर से शुरू हुआ यह षड्यंत्र अजमेर तक आ पहुंचा है। रेल की पटरियों को तरह तरह से उखाड़ने और बाधित करने के खौफनाक खेल खेले जा रहे हैं। यह षड्यंत्र भले ही कामयाब नहीं हो सके हों मगर देश विरोधी ताकतों को यदि शीघ्र ही बेनकाब नहीं किया गया तो उनके हौंसले देश की स्थिरता के लिए खतरनाक हो सकते हैं।

कानपुर की तरह ही अजमेर में भी सराधना और बांगड़ गांव रेलवे स्टेशन के बीच दो जगह पटरी पर सीमेंट के 70- 70 किलो के भारी भरकम ब्लॉक रख दिए गए। हालांकि इस दौरान फुलेरा से अहमदाबाद जा रही मालगाड़ी बेपटरी होने के बजाय सीमेंट ब्लॉक को तोड़ती हुई आगे निकल गई। कोई नुकसान नहीं हुआ।

इस मामले में डैडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर कॉरपोरेशन (डी एफ सी सी) के कर्मचारी विश्वजीत दास और रवि बुंदेला ने सोमवार को मांगलियावास थाने में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। मामले की जांच के लिए अजमेर के पुलिस अधीक्षक देवेंद्र बिश्नोई ने एस आई टी का गठन किया है। पुलिस और रेलवे अधिकारियों का मानना है की साजिÞश पूर्व नियोजित थी। सीमेंट के इतने भारी भरकम ब्लॉक कोई एक व्यक्ति पटरी पर नहीं रख सकता। इसमें एक से अधिक लोग शामिल थे।

रविवार रात करीब 10:30 बजे मामला सामने आने के बाद रेलवे और स्थानीय पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया था। एक किलोमीटर के दायरे में दो जगह सीमेंट ब्लॉक रख कर ट्रेन पलटने की साजिÞश की गई थी। ट्रेन के इंजन से टकराने के कारण ब्लॉक टूट गए।

राजस्थान में 17 दिनों में रविवार की रात ट्रेन पलटने की तीसरी साजिÞश रची गई। इसके पहले भी पटरी पर सीमेंट का ब्लॉक रखकर अहमदाबाद जोधपुर वन्दे भारत को बेपटरी करने की साजिÞश रची गई थी।

इसी तरह 28 अगस्त को पाली जिÞले में पटरी पर बाइक का स्क्रैप रखकर मालगाड़ी को बेपटरी करने की कोशिश की गई थी। इंजन कबाड़ से टकरा गया था।

उत्तरपदेश में प्रयागराज भिवानी कालिंदी एक्सप्रेस को एलपीजी सिलेंडर में विस्फोट कराकर पलटने की कोशिश के पीछे भी विदेशी शक्तियों के शामिल होने की आशंकाएं व्यक्त की गई है।

वहाँ भी जांच में तैनात खुफिया और सुरक्षा एजेंसी का मानना है कि हाल फिलहाल हो रही घटनाएं देश को स्थिरता के दौर से धकेलने की साजिÞश का हिस्सा हो सकती है।

हो सकता है डीप स्टेट के जरिए यह हवा दी जा रही हो। ऐसे में डीप स्टेट को लेकर एजेंसियों ने जांच और तेज कर दी है।

यहां आपको बताना चाहूँगा कि डीप स्टेट क्या है?

डीप स्टेट का प्रयोग ऐसे वर्ग के लिए किया जाता है जो समानांतर सरकार चलाने या विरोध होने पर सरकार को बदनाम करने का काम करता है। इसमें अमेरिका, ब्रिटेन और चीन जैसे बड़ी देश भी शामिल हैं, जो दूसरे देशों में अपने हितों के लिए वहां की सरकारों को अस्थिर करने का प्रयास करते हैं।

मामला क्यों कि संगीन है। राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा से जुड़ा है इसलिए मैं यहाँ कयासों वाली सूचनाएं आपको देना नहीं चाहता। मेरा आप सब लोगों से भी आग्रह है कि इस संवेदनशील मुद्दे को कोई रंग न दें। यह काम पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों को करने दें। सोशल मीडिया पर भी सोच समझ कर उत्तरदायी नागरिकों की तरह पोस्ट डालें। धन्यवाद।

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