कहते हैं प्यार में इंसान की नींद उड़ जाती है, लेकिन जब वहीं प्यार मिल जाता है और फिर शारीरिक मिलन होती है। तो एक अच्छी नींद आती है। कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है। फिजिकल होने के कुछ मिनट में ही कपल क्यों नींद की आगोश में चले जाते हैं। आइए जानते हैं इसके पीछे की वैज्ञानिक वजहें।
1. आक्सिटोसिन और वासोप्रेसिन रिलीज होता है
संबंध बनाने के दौरान और उसके बाद शरीर में आक्सिटोसिन और वासोप्रेसिन नामक हार्मोन रिलीज होते हैं। आक्सिटोसिन को ‘लव हार्मोन’ भी कहते हैं जो आपको रिलैक्स और खुश महसूस कराता है। वासोप्रेसिन से तनाव कम होता है और नींद को यह प्रोत्साहित करते हैं।
2. तनाव और चिंता में कमी
शारीरिक संबंध तनाव और चिंता को कम करने का एक नैचुरल तरीका है। संबंध बनाने के बाद, शरीर और मस्तिष्क में तनाव हार्मोन्स जैसे कि कोर्टिसोल का स्तर कम हो जाता है। तनाव और चिंता में कमी आने से दिमाग को आराम मिलता है, जिससे नींद जल्दी और अच्छी आती है।
3. एंडॉर्फिन्स का बढ़ना
संबंध बनाने के दौरान शरीर में एंडॉर्फिन्स भी रिलीज होते हैं, जो एक नैचुरल पेनकिलर की तरह काम करते हैं और मूड को बेहतर बनाते हैं। ये एंडॉर्फिन्स एक तरह की सुकूनभरी फीलिंग पैदा करते हैं, जो आपको रिलैक्स करने और अच्छी नींद में मदद करते हैं।
4. प्रोलैक्टिन का लेबल बढ़ता है
संबंध बनाने के बाद प्रोलैक्टिन हार्मोन का लेबल बढ़ जाता है। यह नींद को प्रेरित करने में मदद करता है। यह हार्मोनल बदलाव भी आपके नींद के पैटर्न को सुधारता है। प्रोलैक्टिन का बढ़ा हुआ स्तर आराम और संतुष्टि की भावना को बढ़ाता है, जिससे अच्छी नींद आती है।
5. फिजिकल थकान
शारीरिक संबंध के दौरान शरीर की एनर्जी का खूब उपयोग होता है, जो एक तरह की हल्की थकान पैदा करता है। यह फिजिकल थकान भी आपको जल्दी सोने और गहरी नींद लेने में मदद करती है।
6. दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर में सुधार
संबंध बनाने से दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर भी बेहतर होता है, जिससे शरीर को एक अच्छा कार्डियोवेस्कुलर वर्कआउट मिलता है। इसके बाद शरीर को रिलैक्सेशन की जरूरत होती है, जो नींद को बढ़ावा देती है।
7. संतोष और खुशी की भावना
शारीरिक संबंध न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक संतोष भी प्रदान करते हैं। संतोष और खुशी की इस भावना से दिमाग रिलैक्स मोड में चला जाता है, जिससे अच्छी नींद आती है।