बीसलपुर बांध में पुष्कर सरोवर डाला और बांध के गेट खुले

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जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत की धार्मिक पहल
ओवर फ्लो का दृश्य देखने के लिए भीड़ उमड़ी

अजमेर, जयपुर और टोंक जिले के एक करोड़ लोगों के लिए खुशखबरी है कि 6 सितंबर को बीसलपुर बांध ओवरफ्लो हो गया है। बांध का जलस्तर 315.50 मीटर हो जाने पर बांध के दो गेट खोलकर पानी की निकासी शुरू कर दी गई है। बांध के गेट खोलने से पहले जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने पवित्र पुष्कर सरोवर का जल बांध के पानी में मिला और इसके साथ ही बांध के गेट खोले गए। रावत ने कहा कि इस बार राजस्थान पर इंद्र देवता की असीम कृपा है। इसलिए बीसलपुर बांध सहित प्रदेश के अधिकांश बांध ओवरफ्लो हो गए हैं।

उन्होंने कहा कि बीसलपुर बांध के भर जाने से अब तीन जिलों के लोगों को मांग के अनुरूप पेयजल की सप्लाई की जा सकेगी। रावत ने बांध के निकट स्थित शिव मंदिर में भी जलाभिषेक किया। इस अवसर पर पूर्व कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी, जलसंसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय त्यागी, अधिशाषी अभियंता मनीष बंसल आदि भी मौजूद रहे। मालूम हो कि सुरेश रावत पुष्कर से विधायक हैं और इसलिए वे पुष्कर सरोवर का जल लेकर बीसलपुर बांध पर पहुंचे।

फिलहाल 18 में से 2 गेट खोले गए हैं। बांध से पहले चरण में 12 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। बांध की भराव क्षमता 315.50 मीटर है। बांध में पानी की आवक लगातार जारी है। आवश्यकता होने पर दो से ज्यादा गेट खोलकर पानी की निकासी की जा सकती है। मालूम हो कि बीसलपुर में बनास नदी को रोककर बांध का निर्माण किया गया है। गत वर्ष बांध से पानी की निकासी नहीं की गई। इसलिए बीसलपुर के बाद बनास नदी पिछले दो वर्ष से सूखी रही। लेकिन 6 सितंबर को बांध से पानी की निकासी से पहले प्रशासन ने डाउनस्ट्रीम में सायरन बजाकर लोगों को सावचेत किया।

बांध के गेट खोलने के समय भी लगातार सायरन बजाया गया ताकि लोग बनास नदी के किनारे न आए। बीसलपुर बांध पर 120 हैलोजन लाइट लगाई गई है ताकि रात के समय कोई दुर्घटना न हो। बांध के गेट खुलने की खबर के साथ ही बांध के आसपास बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए हैं। हालांकि पुलिस कर्मी किसी भी आम नागरिक को बांध पर जाने की अनुमति नहीं दे रहे लेकिन बांध के बाहर लोगों की भारी भीड़ जमा है। बीसलपुर के शिव मंदिर के आसपास वाहनों की वजह से जाम की स्थिति हो गई है।

एस पी मित्तल

वर्ष 2016 में मेरी उम्र 54 वर्ष है और मैं करीब 40 वर्षों से पत्रकारिता कर रहा हूँ | पत्रकारिता की घुट्टी जन्मजात है। मेरे पिता स्व.कृष्ण गोपाल जी गुप्ता जो भभक पाक्षिक पत्र निकालते रहे। उससे मैंने पत्रकारिता का सबक सीखा। मेरी पत्रकारिता की यात्रा में दैनिक राष्ट्रदूत, दैनिक भास्कर, दैनिक नवज्योति, दैनिक पंजाब केसरी आदि अखबारों का सहयोग तो रहा ही है, लेकिन वर्ष 2000 में जब मैंने सम्पूर्ण उत्तर भारत में पहली बार केबल नेटवर्क पर न्यूज चैनल शुरू किया तो मुझे सीखने का जोरदार अवसर मिला। जिलेभर के केबल ऑपरेटरों की मदद से जब एक घंटे की न्यूज का प्रसारण हुआ तो अजमेर सहित राजस्थान भर में तहलका मच गया। हालांकि साधनों के अभाव और बड़े मीडिया घरानों के केबल में कूद पडऩे से मुझे अपना अजमेर अब तक नामक चैनल बंद करना पड़ा। 17 नवम्बर 2005 को जब मैंने देश के राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से अजमेर के सर्किट हाऊस में व्यक्तिगत मुलाकात की तो मुझे एक सुखद अनुभूति हुई। यूं तो मेरे लिखे की गूंज राजस्थान विधानसभा से लेकर लोकसभा तक में हुई है, लेकिन मेरी पत्रकारिता की सबसे बड़ी सफलता यही है कि मैं आज भी नियमित लिख रहा हूँ | यदि किसी पाठक के पास कोई सुझाव हो तो अवश्य दें | आपका एस.पी.मित्तल

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