नई दिल्ली। इस खबर की जो तस्वीर आपने देखी, वह बहुत खास है। यह तस्वीर ऐतिहासिक है। यह दो अधिकारियों की तस्वीर है और एक पति-पत्नी की भी। जी हां, केरल के इतिहास में यह पहली बार हुआ है, जब एक आईएएस पत्नी ने आईएएस पति को उसके पद से रिप्लेस किया है। केरल में पहली बार हुआ है, जब महिला आईएस पत्नी ने अपने पति के बाद मुख्य सचिव का पद संभाला है। इस तस्वीर में पत्नी हैं शारदा मुरलीधरन और पति हैं वी वेणु।
केरल की पिनराई विजयन सरकार में अब तक वी वेणु ही मुख्य सचिव थे। मगर अब उनकी जगह पत्नी शारदा मुरलीधरन ने ले ली है। जी हां, 1990 बैच की आईएएस अधिकारी शारदा मुरलीधरन ने अपने पति वी वेणु से यह पदभार संभाला है। वेणु 31 अगस्त को रिटायर हो गए। केरल सरकार ने 21 अगस्त को मुरलीधरन की नियुक्ति की पुष्टि की थी।
अपने आईएएस पति के रिटायरमेंट की वजह से शारदा मुरलीधरन ने मुख्य सचिव का पदभार संभाला है। इससे पहले वह अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद पर कार्यरत थीं। जब पूर्व मुख्य सचिव वी वेणु के लिए विदाई समारोह हुआ था, तब मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इस पल को दुर्लभ घटना करार दिया था। उन्होंने कहा था कि केरल के इतिहास में यह पहली बार है कि मुख्य सचिव का पद पति ने अपनी पत्नी को सौंपा है।
क्यों खास है यह तस्वीर?
इस तस्वीर में आप देख सकते हैं कि कैसे एक पति अपनी पत्नी को पद सौंप रहा है। एक ही टेबल पर अगल-बगल में आईएएस कपल बैठा है। पति वेणु मुस्कुराते हुए अपना पदभार अफसर पत्नी को ट्रांसफर कर रहे हैं। यह पल इसलिए भी खास है क्योंकि ब्यूरोक्रेसी में इस कपल ने अनोखा रिकॉर्ड बना दिया है। केरल की ब्यूरोक्रेसी में पहली बार यह है, जब एक आईएएस कपल बिना किसी गैप के लगातार मुख्य सचिव बना है।
आखिर कौन है यह कपल?
डॉ. वेणु और शारदा मुरलीधरन 1990 बैच के आईएएस अफसर हैं। शारदा मुरलीधरन ने 2006 से 2012 के दौरान छह साल तक राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम कुदुंबश्री मिशन को लीड किया था। इसके अलावा वह महिला सशक्तिकरण से जुड़ी कई योजनाओं की भी जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं। वहीं, डॉ. वी वेणु कोझिकोड के रहने वाले हैं। उनकी स्कूलिंग केंद्रीय विद्यालय कोझिकोड से हुई है। इसके बाद मालाबार क्रिश्चियन कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की। डॉ। वी वेणु की पहली पोस्टिंग त्रिशूर जिला के जिला कलेक्टर के तौर पर हुई थी।