सेमिनार हॉल के भीतर की तस्वीर से कई शक
क्या क्राइम सीन से छेड़छाड़ हो चुकी थी
कोलकाता डॉक्टर केस में हॉस्पिटल के भीतर की एक तस्वीर से इस पूरे केस पर कई सवाल खड़े हो गए हैं। सबसे बड़ा सवाल यही निकल कर आ रहा है कि क्या क्राइम सीन से छेड़छाड़ हुई? कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के सेमिनार हॉल से 31 साल की ट्रेनी डॉक्टर का शव बरामद हुआ था। तस्वीर में देखा जा सकता है कि सेमिनार हॉल में कर्मियों और डॉक्टरों से लेकर तमाम लोगों की भीड़ है। यह तस्वीर अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। सवाल है कि इतने सारे लोगों को घटनास्थल पर जाने कैसे दिया गया? इसके अलावा, यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि घटनास्थल के साथ छेड़छाड़ की गई है।
सीबीआई लगा चुकी है सबूतों को नुकसान पहुंचाने के आरोप
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सीबीआई ने आरोप लगाया था कि सबूतों को नुकसान पहुंचाया गया है और क्राइम सीन वैसा नहीं है जैसा कि यह मौका ए वारदात के वक्त रहा होगा। कोलकाता पुलिस ने इन दावों को खारिज कर दिया था। बल्कि, यह भी कहा गया कि तस्वीर में दिख रहे सभी लोग उस वक्त वहां होने के लिए पूरी तरह अथॉराइज थे और उनकी पहचान कर ली गई है।
कोलकाता पुलिस ने वायरल तस्वीर पर कहा यह
डीसीपी सेंट्रल इंदिरा मुखर्जी ने कहा, तस्वीर में दिख रहा है कि इलाके की घेराबंदी की गई है और घेराबंदी के पीछे शव है। मैं आपको तस्वीर में दिख रहे सभी लोगों के नाम बता सकती हूं। वे सभी जांच दल का हिस्सा थे। कोई भी अनॉथराइज व्यक्ति वहां नहीं गया। मुखर्जी ने तस्वीर में मौजूद लोगों के नाम बताते हुए कहा, हमारे पास जासूसी विभाग का एक वीडियोग्राफर, पुलिस आयुक्त, अतिरिक्त सीपी-1, महिला पुलिस और फोरेंसिक अधिकारी हैं। हम सभी को जानते हैं और उनकी पहचान कर ली गई है। उन्होंने कहा कि एक और तस्वीर भी है जिसे कई लोग दिख रहे हैं। हमारे पास गवाह डॉक्टर, एफएसएल, फिंगरप्रिंट विशेषज्ञ, जासूसी विभाग के एसीपी, वीडियोग्राफर, अतिरिक्त सीपी-1 और फोरेंसिक अधिकारी हैं। यह तस्वीर या वीडियो उस समय का है जब जांच पूरी हो गई थी।
ट्रेनी डॉक्टर से जुड़ी हत्या के सबूत खोए या नहीं।?
पुलिस ने कहा कि जांच के दौरान कोई सबूत नहीं खोया गया। पुलिस को घटना के बारे में पहली बार 9 अगस्त को सुबह 10।10 बजे सूचना मिली। सुबह 10।12 बजे अस्पताल की चौकी से पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे।सुबह 10:30 बजे पुलिस ने दूसरी घेराबंदी की। घटना 9 अगस्त रात को हुई थी, जब आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार हॉल में ट्रेनी डॉक्टर का क्षत-विक्षत शव मिला था।
बीजेपी का आरोप- क्राइम सीन खत्म कर दिया गयाङ्घ
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने 9 अगस्त का एक कथित वीडियो एक्स सोशल मीडिया साइट पर शेयर किया और कहा कि घटनास्थल को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया था जिसमें बहुत सारे डॉक्टर, पुलिसकर्मी, अस्पताल के कर्मचारी और बाहरी लोग मौजूद थे।