अस्सी रुपये में तैयार करते हैं नकली घी
जयपुर। राजस्थान में चलाए जा रहे शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान की वजह से ऐसे-ऐसी रैकेट्स सामने आ रहे हैं, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। बाजार से महंगे दामों में हम जो घी खरीद कर लाते हैं, जिसपर विश्वसनीय कंपनियों के लोगो लगे होते हैं, उसके अंदर नकली घी भरा जा रहा है। ये घी सेहत को फायदा पहुंचाने की जगह नुकसान पहुंचाते हैं। मंगलवार को जयपुर के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी की टीम ने अफजल विहार कॉलोनी, जयसिंहपुरा रोड पर कार्यवाई की।
इस कॉलोनी में मोहम्मद अनीस नाम के शख्स ने एक फैक्ट्री संचालित कर रखी थी। फैक्ट्री के अंदर कई भट्टियां पाई गई, जिसमें नकली घी तैयार किया जा रहा था। जहां आमतौर पर दूध की मलाई से घी तैयार होता है, यहां वनस्पति तेल में सिर्फ घी का एसेंस मिलाकर उसे बनाया जा रहा था। इसके बाद ब्रांडेड घी के पैकेट्स में इसे डाल कर पैक कर दिया जाता था और मार्केट में बेचा जाता था।
मिली ऐसी चीजें
नकली घी की इस फैक्ट्री से एक हजार लीटर जहर बरामद किया गया। इस घी को खाने से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। यहां अधिकारियों को कई ब्रांड्स के खाली पैकेट्स, पैकिंग की मशीनें, और वेईंग मशीन मिली। अंदर सरस, महान, कृष्णा, लोटस जैसे घी के ब्रांड्स के पैकेट मौजूद थे। मजदुर नकली घी बनाने के बाद उसे इन ब्रांडेड पैकेट्स में पैक कर बेचते थे। जिस नकली घी को अस्सी से सौ रुपए में बनाया जाता है, उसके असली घी की कीमत में बेचा जा रहा था। पुलिस ने मोहम्मद अनीस को मौके से अरेस्ट कर लिया। उसने बताया कि वो सारा पैकिंग मटेरियल दिल्ली से लाता है और फिर जयपुर और आसपास के इलाकों में नकली घी की सप्लाई करता है।
एडवांस हुई तकनीक
पहले इस तरह के कारनामे आसानी से पकड़ में आ जाते थे। लेकिन अब नकली घी बनाने वालों ने आधुनिक मशीनों का सहारा लेना शुरू कर दिया है। जिन नकली पैकेट्स में घी भरकर बेचा जा रहा है, उसपर बारकोड भी लगाया गया था। इसके अलावा बैच नंबर और सीरीज भी लिखी गई थी ताकि किसी को शक ना हो। घी से बेहद अजीब सी बदबू आ रही थी। टीम ने वहां रखे एक हजार लीटर घी को जब्त कर सैम्पल जांच के लिए भेज दिया है।