पानी के मुद्दे पर चुनावी वादे पर खरी नहीं उतरी-धर्मेन्द्र राठौड़
जयपुर, अजमेर और टोंक जिले के करीब एक करोड़ लोगों की प्यास बुझाने वाले बीसलपुर बांध का जलस्तर 25 अगस्त को 313.55 मीटर हो गया। बांध की कुल भराव क्षमता 315.50 मीटर है। गत वर्ष बांध में 314 मीटर पानी ही आ पाया था। बनास, खारी और डाई नदी के त्रिवेणी संगम पर तीन मीटर से ज्यादा की चादर चल रही है इसलिए बांध का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।
बांध के पानी पर नजर रखने वाले इंजीनियरों के अनुसार पिछले चार पांच दिनों में पानी की आवक कम हो गई थी, लेकिन 24 अगस्त को भीलवाड़ा और चित्तौड़ क्षेत्र में अच्छी बरसात होने के कारण बांध की ओर आने वाली तीनों नदियां उफान पर है। ऐसे में बांध का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इंजीनियरों का मानना है कि इस बार बीसलपुर बांध ओवर फ्लो हो जाएगा। अभी बरसात में एक माह तक होने की संभावना है। मालूम हो कि इसी बांध से टोंक जिले के कुछ क्षेत्रों में सिंचाई भी होती है।
भाजपा खरी नहीं उतरी:
अजमेर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कांग्रेस शासन में आरटीडीसी के अध्यक्ष रहे धर्मेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि विधानसभा चुनाव में पानी की समस्या के समाधान को लेकर भाजपा ने जो वादे किए थे, वे पूरे नहीं हुए हैं। आज भी अजमेर उत्तर क्षेत्र के अधिकांश भागों में चार-पांच दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई हो रही है। राजस्थान में भाजपा सरकार बने आठ माह हो गए। अजमेर उत्तर के भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी तो विधानसभा के अध्यक्ष भी बन। लेकिन अभी तक भी अजमेर की पेयजल समस्या का समाधान नहीं हुआ है।
राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के शासन में पेयजल समस्या के समाधान के लिए जो योजनाएं बनाई गई थी, उन पर भी अमल नहीं किया जा रहा है। यह तब हो रहा है जब जल संसाधन मंत्री पुष्कर के भाजपा विधायक सुरेश रावत है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोगों को गुमराह कर विधानसभा का चुनाव जीत लिया, लेकिन अब अपने वादे पूरे नहीं कर रही है। राठौड़ ने कहा कि पेयजल की समस्या को लेकर जल्द ही जनता के सहयोग से आंदोलन शुरू किया जाएगा।
एस पी मित्तल
वर्ष 2016 में मेरी उम्र 54 वर्ष है और मैं करीब 40 वर्षों से पत्रकारिता कर रहा हूँ | पत्रकारिता की घुट्टी जन्मजात है। मेरे पिता स्व.कृष्ण गोपाल जी गुप्ता जो भभक पाक्षिक पत्र निकालते रहे। उससे मैंने पत्रकारिता का सबक सीखा। मेरी पत्रकारिता की यात्रा में दैनिक राष्ट्रदूत, दैनिक भास्कर, दैनिक नवज्योति, दैनिक पंजाब केसरी आदि अखबारों का सहयोग तो रहा ही है, लेकिन वर्ष 2000 में जब मैंने सम्पूर्ण उत्तर भारत में पहली बार केबल नेटवर्क पर न्यूज चैनल शुरू किया तो मुझे सीखने का जोरदार अवसर मिला। जिलेभर के केबल ऑपरेटरों की मदद से जब एक घंटे की न्यूज का प्रसारण हुआ तो अजमेर सहित राजस्थान भर में तहलका मच गया। हालांकि साधनों के अभाव और बड़े मीडिया घरानों के केबल में कूद पडऩे से मुझे अपना अजमेर अब तक नामक चैनल बंद करना पड़ा। 17 नवम्बर 2005 को जब मैंने देश के राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से अजमेर के सर्किट हाऊस में व्यक्तिगत मुलाकात की तो मुझे एक सुखद अनुभूति हुई। यूं तो मेरे लिखे की गूंज राजस्थान विधानसभा से लेकर लोकसभा तक में हुई है, लेकिन मेरी पत्रकारिता की सबसे बड़ी सफलता यही है कि मैं आज भी नियमित लिख रहा हूँ | यदि किसी पाठक के पास कोई सुझाव हो तो अवश्य दें | आपका एस.पी.मित्तल