दवाओं के कॉकटेल पर केंद्र सरकार ने कैंची चला दी है। क्या आप जानते हैं कि दवाओं का कॉकटेल होता क्या है। दवाओं का कॉकटेल का मतलब है कि कई तरह की दवाओं को एक बनाकर नए नाम से बेचना। जैसे किसी को दर्द और बुखार है तो डॉक्टर इसके लिए दो दवाइयां लिखते हैं मेफेनामिक एसिड और पैरासिटामोल। अब कई कंपनियों इन दोनों दवाओं को एक साथ एक निश्चित मात्रा में मिलाकर एक अलग नाम से बेचती है। इस तरह के दवाओं को फिक्स डोज कॉम्बिनेशन कहा जाता है। भारतीय बाजार में इस तरह के हजारों दवाएं हैं।
भारत सरकार की एक्सपर्ट कमिटी ने इनमें से 156 कॉम्बिनेशन दवाओं पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की थी क्योंकि इन दवाइयों से मानव शरीर पर हानिकारक प्रभाव पड़ रहा था। सरकार ने 12 अगस्त 2025 को जारी राजपत्र में इन कॉम्बिनेशन दवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। इनमें से कई दवाओं के बारे में यहां हम सिलसिलेवार सूचना दे रहे हैं।
इन कॉम्बिनेशन की दवा बंद
दर्द और बुखार
-पैरासिटामोल और मेफेनिक एसिड के कॉम्बिनेशन वाली दवा को सरकार ने बंद कर दिया है। यह दवाइयां आॅस्टियोआॅर्थराइटि, रूमेटोएड अर्थराइटिस और पीरियड के दौरान होने वाले दर्द में इस्तेमाल किया जाता है। इन दोनों के कॉम्बिनेशन से कई दवाएं मार्केट में उपलब्ध है लेकिन अब नहीं मिलेगी। अगर पहले की दवाएं कोई दें तो इसे न लें।
पेशाब में इंफेक्शन
-आफलोक्सासिन और फ्लेवोजेट यह दो दवाओं का मिश्रण है। इस दवा का इस्तेमाल पेशाब से संबंधित इंफेक्शन में बैक्टीरिया को मारने के लिए किया जाता है।
फीमेल इंफर्टिलिटी
– क्लोमिफेन और एसिटाइलसिस्टीन इन दोनों से एक दवा बनती है जो कई नामों से बाजार में उपलब्ध है। इस दवा का इस्तेमाल महिलाओं की इंफर्टिलिटी के इलाज में किया जाता है।
दिमाग तेज करने की दवा
-दिमाग तेज करने वाली कई कॉम्बिनेशन की दवाओं को सरकार ने बैन कर दिया है। दरअसल, कई दवाओं को एक साथ मिलाकर कई कंपनियां दिमाग तेज करने वाली दवाइयां बनाती है। इसमें जिंको बिलोबा, पिरासेटम और विनपोसेटिन के कॉम्बिनेशन को बैन कर दिया गया है। इसके अलावा दिमाग तेज करने वाली निसेरगोलिन और विनपोसेटिन की कॉम्बिनेशन वाली दवा भी बंद कर दी गई है।
आंखों की दवा-
आंखों में इंफेक्शन सहित कई तरह की बीमारियों के लिए कई दवाओं के कॉम्बिनेश को दिया जाता है। लेकिन नेफाजोलिन+ क्लोरफेनिरामाइनमेलट, फिनाइलफ्राइन+ हाइड्रॉक्सीप्रोपाइलमिथाइलसेलुलोज+ बोरिक एसिड+ मेन्थॉल+ कपूर के कॉम्बिनेशन वाली दवा पर बैन लगा दिया गया है। इसी तरह क्लोरफेनिरामाइन मैलेट+सोडियम क्लोराइड+ बोरिक एसिड+ टेट्राहाइड्रोजोलिन की कॉम्बिनेशन वाली दवा को भी बैन कर दिया गया है।
पेट दर्द-
पेट दर्द के लिए कई दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है। इनमें कॉम्बिनेशन वाली कई दवाओं को बैन कर दिया गया है। इनमें सुक्रालफेट और डोमपेरिडोन के कॉम्बिनेशन को बैन किया गया है।
एसिडिटी और उल्टी
डोम्पेरिडोन+सुक्रालफेट कॉम्बिनेशन की दवा जिसका इस्तेमाल एसिडिटी और उल्टी के लिए किया जाता है, को भी बैन कर दिया गया है। इसी तरह सुक्रालफेट + पैंटोप्राजोल + जिंक + हल्का मैग्नीशियम काबोर्नेट की कॉम्बिनेश वाली दवा को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस दवा को कई नामों से बेचा जाता है। इस दवा से भी एसिडिटी और पेप्टिक अल्सर की बीमारी में इस्तेमाल किया जाता है।
डायबिटीज की दवा
अगर किसी को डायबिटीज है और उसे फैटी लिवर डिजीज भी है तो उसे मेटफॉर्मिन + उर्सोडॉक्सिकोलिक एसिड का कॉम्बिनेशन दिया जाता है लेकिन अब इस दवा को एक साथ बेच नहीं सकते। इस पर बैन लगा दिया गया है।
साबुन-
साबुन-ऐसे साबुन जिसमें एलोवेरा और विटामिन ई को एक साथ मिला दिया जाता है, उसका भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इस साबुन को बैन कर दिया गया क्योंकि इससे नुकसान होता है। घाव को ठीक करने में-मेट्रोनिडाजोल+पोविडोन आयोडीन+एलोवेरा की कॉम्बिनेशन वाली दवा से घाव को तेजी से ठीक किया जाता है। इस कॉम्बिनेशन की कई दवा बाजार में है।
कील-
मुंहासे-एजिÞथ्रोमाइसिन और एडापेलीन कॉम्बिनेशन की कई दवा बाजार में उपलब्ध है। खास बात यह है कि कील-मुंहासे के मरीज अक्सर केमिस्ट की दुकान पर इस कॉम्बिनेशन की क्रीम खरीद लेते हैं और चेहरे पर लगाते हैं। लेकिन इसे लगाना नुसकानदेह साबित हो सकता है। हालांकि अब यह क्रीम बैन हो चुकी है। कील-मुंहासे की एक और कॉम्बिनेशन यानी क्लिंडामाइसिन+जिंक एसीटेट को बहुत इस्तेमाल किया जाता है। इसे भी बैन कर दिया गया है।
आफ्टरशेव लोशन
-बाजार में कई तरह के आफ्टरशेव बेचे जाते हैं। इनमें अगर मेंथोल और एलोवेरा का इस्तेमाल एक साथ किया जाता है तो यह नुकसानदेह साबित हो सकता है। सरकार ने इन आफ्टरशेव को प्रतिबंधित कर दिया है।
खुलजी की दवा
-फ्लुओसिनोलोन एसीटोनाइड + जेंटामाइसिन + माइक्रोनाजोल के कॉम्बिनेशन को खुजली के लिए इस्तेमाल किया जाता है। वहीं क्लोट्रिमेजोल+माइकोनाजोल+टिनिडाजोल के कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल वेजाइनल इंफेक्शन में किया जाता है। इन दवाओं को बैन कर दिया गया है।
हेयरलॉस की दवा
-बाजार में हेयरलॉस के लिए कई तरह की दवाइयां हैं। लेकिन इनमें से कई कॉम्बिनेशन को बैन कर दिया गया है। अगर हेयरलॉस की दवा में मिनोक्सिडिल + अमिनेक्सिल का कॉम्बिनेशन या मिनोक्सिडिल + एजेलिक एसिड + ट्रेटीनोइन का कॉम्बिनेशन है तो इसे सरकार ने बैन कर दिया है।
कामत्तेजक दवा
-अगर सिल्डेनाफिल साइट्रेट + पापावेरिन + एल-आर्जिनिन का कॉम्बिनेशन एक साथ दिखें तो इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। दरअसल, इस कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल इरेक्टाइल डिसफंक्शन या कामोत्तेजना के लिए किया जाता है।