अजमेर रेंज के डीआईजी ओम प्रकाश से कोई भी इच्छुक और पीड़ित व्यक्ति आसानी से मिल सकता है

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मौजूदा संसाधनों में ही पुलिस की निगरानी को और प्रभावी बनाया जाएगा

गत 17 अगस्त को अजमेर रेंज के डीआईजी का पद संभालने वाले सीनियर आईपीएस ओम प्रकाश का कहना है कि रेंज में आने वाले सभी सात जिलों के इच्छुक और पीड़ित व्यक्ति सरकारी कार्य दिवसों में आकर उनसे मिल सकते हैं। ओम प्रकाश का मानना है कि पुलिस अधिकारियों और कार्मिकों का आमजन से जितना संवाद होगा, उतना ही लाभ कानून व्यवस्था को बनाए रखने में मिलेगा। कई बार सूचनाओं के अभाव में अपराधों पर नियंत्रण नहीं हो पाता। यदि पुलिस कर्मियों का आमजन से संवाद होगा तो सूचनाएं भी लगातार मिलती रहेंगी।

यही वजह है कि वह शुरू से ही लोगों से संवाद के पक्ष में रहे हैं। रेंज के डीआईजी का पद संभालने के बाद 20 अगस्त को एक मुलाकात में ओम प्रकाश ने कहा कि उनके लिए अजमेर रेंज नई नहीं है। वे रेंज के अजमेर और नागौर जिलों में पहले भी डीएसपी के पद पर काम कर चुके हैं। अजमेर के किशनगढ़ उपखंड से तो उनका विशेष लगाव रहा है। वह अजमेर में जीआरपी में पुलिस अधीक्षक के पद पर भी काम कर चुके हैं।

उन्होंने माना कि पुष्कर तीर्थ और अजमेर में ख्वाजा साहब की दरगाह की वजह से अजमेर का विशेष महत्व है। उनका प्रयास है कि मौजूदा संसाधनों में ही पुलिस निगरानी को प्रभावी बनाया जाए। हालांकि आबादी के मुकाबले पुलिसकर्मियों की संख्या बहुत कम है। पूर्व में रेंज में चार जिले आते थे, लेकिन नए जिलों के गठन के बाद अजमेर रेंज के अधीन 7 जिले हो गए हैं। पुलिस अधीक्षक भी 7 है। ऐसे में रेंज स्तर पर काम का दबाव है। वे जल्द ही हर जिले में जाकर हालात का जायजा लेंगे।

उन्होंने माना कि नए जिलों में अभी पुलिस लाइन का अभाव है, लेकिन मौजूदा कार्मिकों के बल पर अभाव को दूर किया जाएगा। ओम प्रकाश ने कहा कि बदलते माहौल में स्मार्ट पुलिसिंग की जरूरत है। अब अपराधियों को पकडने के लिए मोबाइल जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी उपयोगी है। मेरा प्रयास होगा कि रेंज के सभी थानों में कम्प्यूटर तकनीक को और मजबूत किया जाए। जिस तरह साइबर क्राइम बढ़ रहा है उसमें पुलिस कर्मियों को भी साइबर तकनीक की जानकारी होना जरूरी है।

उन्होंने कहा कि नए पुलिस जवान और हमारे इंस्पेक्टर भी अब कम्प्यूटर प्रशिक्षित होते हैं। उन्होंने आम लोगों से भी साइबर क्राइम से बचने की अपील की। चूंकि डीआईजी ओम प्रकाश आम लोगों से मिलने के इच्छुक रहते हैं, इसलिए पद संभाले के साथ ही स्वागत सत्कार करने वालों का सिलसिला शुरू हो गया। 20 अगस्त को सामाजिक और धार्मिक संगठनों के लोगों ने माला पहनाकर ओम प्रकाश का स्वागत किया। वैश्य समाज के कालचीण खंडेलवाल के नेतृत्व में स्वागत सत्कार किया गया। इसी प्रकार सेवानिवृत्त पुलिस कर्मचारी संगठन के प्रतिनिधि सुरेश काठात, राजूराम पलासिया, नंद सिंह, नारायण सिंह, समुंदर सिंह आदि ने भी साफा पहनाकर स्वागत किया।

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