आखिर चाकूबाजी में घायल उदयपुर के 15 वर्षीय छात्र देवराज का अंतिम संस्कार हो ही गया

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उदयपुर में तो सहपाठी छात्र का घर तक ढाह दिया, लेकिन कोलकाता में तो ममता सरकार ने रेप और हत्या के सबूत मिटाने का काम किया
जयपुर में दिनेश स्वामी की हत्या के मामले में दो और आरोपी मोहसिन और शाकीर गिरफ्तार
सरकारों के इस फर्क को देशवासियों को समझना चाहिए

20 अगस्त को सुबह सुबह 15 वर्षीय छात्र देवराज का अंतिम संस्कार उदयपुर के मोक्ष स्थल पर कर दिया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में जीनगर समाज और उदयपुर के लोग उपस्थित रहे। देवराज मोची की चिता को जब पिता ने मुखाग्नि दी तो उपस्थित लोगों की आंखों में आंसू आ गए। 10वीं का छात्र देवराज 16 अगस्त को तब घायल हुआ, जब उसके सहपाठी एक मुस्लिम छात्र ने धार-धार चाकू से हमला किया। देवराज को बचाने के लिए राजस्थान में भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने हर संभव प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली।

घटना के बाद 16 अगस्त को उदयपुर में जो आगजनी हुई उसे देखते हुए प्रशासन ने 20 अगस्त तक इंटरनेट बंद कर रखा है, यहां तक की सभी शिक्षण संस्थान बंद है। चूंकि उदयपुर वासियों के मन में चाकूबाजी की घटना को लेकर गुस्सा देखा गया इसलिए 17 अगस्त को प्रशासन ने आरोपी छात्र के मकान को जेसीबी से भी ढहा दिया। दीवान शाह की कॉलोनी में छात्र के पिता का मकान सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बना हुआ था। चार दिन तक मौत के साथ संघर्ष करने के बाद देव राज ने 19 अगस्त को जब अंतिम सांस ली तो सरकार ने हाथों हाथ मृतक के परिवार को 51 लाख रुपए का मुआवजा और परिवार के सदस्य को संविदा पर नौकरी देने की घोषणा कर दी।

एक तरफ राजस्थान में आरोपी के विरुद्ध सख्त कार्यवाही हुई तो दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी की सरकार लेडी डॉक्टर से रेप और हत्या के जघन्य मामले में सबूत मिटाने का काम कर रही है, यह तब हो रहा है, जब कोलकाता के इस मामले में देश भर में डॉक्टरों की हड़ताल हो रही है। लेकिन इस देशव्यापी हड़ताल का भी ममता सरकार पर कोई असर नहीं पड़ रहा। सीबीआई की शुरूआत जांच में पता चला है कि सरकारी आरजी कर अस्पताल के जिम्मेदार डॉक्टरों और पुलिस ने मिलकर रेप और हत्या के सबूत मिटाने का काम किया।

यहां तक कि पीड़िता की निजी डायरी का एक महत्वपूर्ण पन्ना तक हटा दिया, जबकि आरोपियों ने बलात्कार के बाद बड़ी बेरहमी से लेडी डॉक्टर की हत्या की। पश्चिम बंगाल में भी सरकारी अस्पतालों में भी चिकित्सा व्यवस्था ठप है। लेकिन ममता सरकार आरोपियों को बचाने का काम ही कर रही है। राज्यपाल सीबी आनंद ने भी माना है कि बंगाल में गुंडाराज चल रहा है। गुंडा तत्वों में सरकार और पुलिस का भय नहीं है।

देशवासियों को पश्चिम बंगाल और राजस्थान की सरकारों की कार्यशैली को समझना चाहिए। एक ओर राजस्थान में आपराधिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्यवाही हो रही है, तो पश्चिम बंगाल में अपराधियों को बचाने का काम हो रहा है।

दो और गिरफ्तार:
16 अगस्त को जयपुर में नाहरी का नाका में हुए विवाद में दिनेश स्वामी की मौत हो गई थी। पुलिस ने एक आरोपी शाहरुख को तो पहले ही गिरफ्तार कर लिया था और अब 20 अगस्त को दो अन्य आरोपी मोहसिन और मोहम्मद शाकिर को भी फरीदाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। मालूम हो कि 17 अगस्त को जब दिनेश स्वामी स्कूटी पर जा रहा था, तब ई रिक्शा में सवार तीनों आरोपियों से झगड़ा हो गया। इस झगड़े में ही दिनेश स्वामी की हत्या कर दी गई।

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