एक प्राइवेट अस्पताल में पहुंचकर डॉ. गोट्टीपति लक्ष्मी ने न केवल आपरेशन किया बल्कि बच्चा और मां दोनों को बचा लिया।
आंध्र प्रदेश की गोट्टीपति लक्ष्मी जैसे डॉक्टर्स जबतक अपनी शपथ की लाज रखते रहेंगे, डॉक्टर्स का धरती के भगवान का दर्जा कायम रहेगा। बेहद व्यस्ततम चुनाव कार्यक्रम में निकलने के दौरान डॉ. गोट्टीपति लक्ष्मी को एक गर्भवती की खराब हालत का पता चला तो उन्होंने अपने शपथ को प्राथमिकता दी जिसे डिग्री हासिल करते वक्त ली थी। उन्होंने अपने सारे कार्यक्रम को रद्द करते हुए जच्चा-बच्चा की जान बचाने की ठानी। एक प्राइवेट अस्पताल में पहुंचकर डॉ. गोट्टीपति लक्ष्मी ने न केवल आपरेशन किया बल्कि बच्चा और मां दोनों को बचा लिया।
आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले की दारसी विधानसभा क्षेत्र से तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी) उम्मीदवार के रूप में डॉ. गोट्टीपति लक्ष्मी चुनाव मैदान में हैं। डॉ. गोट्टीपति लक्ष्मी, एक गाइनोलॉजिस्ट हैं। वह पहली बार चुनाव मैदान में हैं। चुनाव लड़ रहीं डॉ. गोट्टीपति लक्ष्मी शुक्रवार को चुनाव प्रचार के लिए निकल रहीं थीं। उसी समय उनको एक गर्भवती महिला की स्थिति के बारे में किसी ने बताया।
बताया गया कि महिला की स्थिति काफी खराब है और उसका सिजेरियन सेक्शन से बच्चा हो सकता है। प्राइवेट अस्पताल ने उसे कहीं दूसरी जगह पर रेफर कर दिया है। दरअसल, डॉक्टर्स ने बताया कि एमनियोटिक द्रव खत्म हो रहा है और गर्भपात हो सकता है। उसकी मौत हो सकती है। गुंटूर के एक अस्पताल में रेफर किया गया है।
इतना जानने के बाद डॉ. गोट्टीपति लक्ष्मी ने चुनाव अभियान के लिए जाने का कार्यक्रम रद्द कर उस प्राइवेट अस्पताल में पहुंची। उस अस्पताल में कुरिचेदु मंडल के अब्बायाई पालेम के वेंकट रमना को भर्ती कराया गया था। उन्होंने रेफर करने से रोका और उसी अस्पताल में आपरेशन करने का निर्णय लिया।
एक मीडिया हाउस को डॉ.लक्ष्मी ने बताया कि निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें गुंटूर रेफर कर दिया था। मैं वहां गई और मां और बच्चे को बचाने के लिए सर्जरी की। अब जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं। उन्होंने कहा कि टीडीपी के जीतने पर मैं यहां एक अस्पताल बनाऊंगी।
आंध्र प्रदेश में 175 सीटों पर हो रहा विधानसभा चुनाव
आंध्र प्रदेश में 175 विधानसभा की सीटें हैं। सभी 175 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। लोकसभा की सभी 25 सीटों पर भी वोटिंग साथ में ही होगी। जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली युवजन श्रमिका रायथू कांग्रेस (वाईएसआर कांग्रेस) पार्टी ने 2019 में 151 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। वाईएसआरसीपी ने 22 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। चंद्रबाबू नायडू की तेलगु देशम पार्टी टीडीपी ने विधानसभा की 23 और लोकसभा की 3 सीटों पर जीत हासिल की थी।