सचिन पायलट के खिलाफ आज तक चैनल को दिया इंटरव्यू अब धर्मेन्द्र राठौड़ को अजमेर उत्तर में भारी पड़ेगा

0
(0)

एक साल पुराना इंटरव्यू अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है

29 सितंबर 2022 को आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ ने पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के खिलाफ आज तक चैनल को जो इंटरव्यू दिया, वह अब अजमेर में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मालूम हो कि राठौड़ अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने के लिए लालायित हैं। राठौड़ ने संपूर्ण क्षेत्र में बड़े बड़े बैनर भी लगा दिए हैं। कांग्रेस में अजमेर को पायलट का गढ़ माना जाता है। पायलट यहां से सांसद भी रहे हैं। इसे धर्मेन्द्र राठौड़ की हिम्मत ही कहा जाएगा कि इतने जहरीले इंटरव्यू के बाद भी पायलट के गढ़ में ही चुनाव लड़ने आ गए हैं।

धर्मेन्द्र राठौड़ ने यह इंटरव्यूज गत वर्ष 29 सितंबर को तब दिया था, जब 25 सितंबर को सीएम अशोक गहलोत के समर्थन में कांग्रेस विधायकों की बगावत को चुकी थी।

इस बगावत के हीरो भी राठौड़ ही थे। तब राठौड़ ने सचिन पायलट को गद्दार बताते हुए कहा कि पायलट की वजह से कांग्रेस को बहुत नुकसान हो रहा है। राठौड़ ने अपने इंटरव्यू में पायलट को एक बार नहीं बल्कि कई बार गद्दार कहा। यहां तक कहा कि ऐसा गद्दार अब अशोक गहलोत को हटा कर खुश मुख्यमंत्री बनना चाहता है। राठौड़ का इंटरव्यू देख कर पायलट के हर समर्थक को गुस्सा आएगा ही। इस इंटरव्यू में राठौड़ ने कांग्रेस के नवनियुक्त कोषाध्यक्ष अजय माकन के खिलाफ जहर उगला।

राठौड़ का कहना रहा कि अजय माकन कांग्रेस विधायक दल की बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पास करवाना चाहते थे, ताकि गहलोत को सीएम पद से हटाया जा सके, लेकिन हमने माकन का षडयंत्र विफल कर दिया। राठौड़ ने जिन अजय माकन को षडयंत्रकारी बताया, वही माकन अब कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बन गए हैं। यह बात सही है कि राठौड़ ने सीएम गहलोत के संरक्षण के कारण अजमेर में अपने समर्थन में हवा बनाने की कोशिश की है, लेकिन पायलट विरोधी होने के कारण राठौड़ को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का ही विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

आज तक वाला इंटरव्यू अजमेर उत्तर में राठौड़ का विरोध और बढ़ाएगा। ईडी में जब्त डारियों की वजह से भी राठौड़ विवादों में हैं। राठौड़ के साथ हो कुछ कांग्रेसी लगे हैं, उन्हें भी अब पायलट विरोधी माना जा रहा है। पायलट के खिलाफ दिए गए इंटरव्यू पर राठौड़ ने अभी तक माफी नहीं मांगी है। पायलट के खिलाफ दिए गए इस इस इंटरव्यू के बाद ही पायलट समर्थक विधायक रामनिवास गवाडिया ने राठौड़ को सत्ता का दलाल कहा था। अब गवाडिया का यह बयान अखबारों में प्रमुखता से छपा था।

एस पी मित्तल

वर्ष 2016 में मेरी उम्र 54 वर्ष है और मैं करीब 40 वर्षों से पत्रकारिता कर रहा हूँ | पत्रकारिता की घुट्टी जन्मजात है। मेरे पिता स्व.कृष्ण गोपाल जी गुप्ता जो भभक पाक्षिक पत्र निकालते रहे। उससे मैंने पत्रकारिता का सबक सीखा। मेरी पत्रकारिता की यात्रा में दैनिक राष्ट्रदूत, दैनिक भास्कर, दैनिक नवज्योति, दैनिक पंजाब केसरी आदि अखबारों का सहयोग तो रहा ही है, लेकिन वर्ष 2000 में जब मैंने सम्पूर्ण उत्तर भारत में पहली बार केबल नेटवर्क पर न्यूज चैनल शुरू किया तो मुझे सीखने का जोरदार अवसर मिला। जिलेभर के केबल ऑपरेटरों की मदद से जब एक घंटे की न्यूज का प्रसारण हुआ तो अजमेर सहित राजस्थान भर में तहलका मच गया। हालांकि साधनों के अभाव और बड़े मीडिया घरानों के केबल में कूद पडऩे से मुझे अपना अजमेर अब तक नामक चैनल बंद करना पड़ा। 17 नवम्बर 2005 को जब मैंने देश के राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से अजमेर के सर्किट हाऊस में व्यक्तिगत मुलाकात की तो मुझे एक सुखद अनुभूति हुई। यूं तो मेरे लिखे की गूंज राजस्थान विधानसभा से लेकर लोकसभा तक में हुई है, लेकिन मेरी पत्रकारिता की सबसे बड़ी सफलता यही है कि मैं आज भी नियमित लिख रहा हूँ | यदि किसी पाठक के पास कोई सुझाव हो तो अवश्य दें | आपका एस.पी.मित्तल

क्या आप इस पोस्ट को रेटिंग दे सकते हैं?

इसे रेट करने के लिए किसी स्टार पर क्लिक करें!

औसत श्रेणी 0 / 5. वोटों की संख्या: 0

अब तक कोई वोट नहीं! इस पोस्ट को रेट करने वाले पहले व्यक्ति बनें।

Leave a Comment

सिंक्रोनाइज़ ...