200 साल पुराने होटल में रुकेंगे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

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इसकी खासियत और एक दिन का किराया

पीएम मोदी अपनी यात्रा के दौरान अमेरिका के सबसे प्रसिद्ध होटलों में से एक विलार्ड इंटरकॉन्टिनेंटल में रुकेंगे। यह आलीशान होटल वाशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस के पास में ही है, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति की मेजबानी में पहुंचने वाले विदेशी मेहमान व विभिन्न राष्ट्रों के प्रमुखों के रुकने की व्यवस्था की जाती है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजकीय यात्रा के लिए मंगलवार को अमेरिका पहुंचे। पीएम मोदी बुधवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित होने वाले योग दिवस समारोह का नेतृत्व करेंगे। योग दिवस कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी वॉशिंगटन डीसी के लिए रवाना होंगे। वॉशिंगटन में 22 जून को व्हाइट हाउस में पीएम मोदी का भव्य स्वागत होगा। अपनी यात्रा के दौरान पीएम वॉशिंगटन डीसी स्थित प्रसिद्ध होटल विलार्ड इंटरकॉन्टिनेंटल में रुकेंगे। यह अमेरिका के सबसे प्रसिद्ध होटलों में से एक है।

व्हाइट हाउस के पास है विलार्ड इंटरकॉन्टिनेंटल होटल
राजकीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रपति जो बाइडन से व्हाइट हाउस में 22 जून को मुलाकात होगी। इसके साथ ही मोदी के सम्मान में व्हाइट हाउस में राजकीय भोज (लंच) भी होगा। पीएम मोदी जिस विलार्ड इंटरकॉन्टिनेंटल में रुकेंगे, वह आलीशान होटल वॉशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस के पास में ही है, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति की मेजबानी में पहुंचने वाले विदेशी मेहमान व विभिन्न राष्ट्रों के प्रमुखों के रुकने की व्यवस्था की जाती है। यह बहुमंजिला इमारत शहर के केंद्र में प्रसिद्ध पेंसिल्वेनिया एवेन्यू पर व्हाइट हाउस और विश्व युद्ध स्मारक के पास स्थित है।

यह होटल अमेरिका के ऐतिहासिक स्थानों के राष्ट्रीय रजिस्टर में सूचीबद्ध है। विलार्ड इंटरकॉन्टिनेंटल का 200 से अधिक वर्षों का अमेरिकी राष्ट्रपतियों, अन्य देशों के गणमान्य व्यक्तियों और मशहूर हस्तियों की मेजबानी करने का एक समृद्ध इतिहास है। यह सामाजिक और कॉपोर्रेट कार्यक्रमों के लिए प्रमुख बैठक स्थान है। 22,000 वर्ग फुट से अधिक के कार्यक्रम स्थल के साथ, होटल में 19 बैठक कमरे हैं।

होटल का इतिहास क्या है?
विलार्ड इंटरकॉन्टिनेंटल होटल साल 1816 में अस्तित्व में आया था। दरअसल, कैप्टन जॉन टेलो ने 14वीं स्ट्रीट और पेंसिल्वेनिया एवेन्यू के चौराहे पर एक आलीशान घर बनाया था, बाद में इसका स्वरूप होटल में बदल गया। आगे चलकर कैप्टन टेलो ने नया होटल बनाने के लिए इसे जोशुआ टेनीसन को लीज पर दे दिया। कई दशकों में, संरचनाओं का स्वामित्व और इसका नाम कई बार बदला गया। आखिरकार 1850 में हेनरी और एडविन विलार्ड ने विलार्ड्स सिटी होटल का नामकरण करते हुए पूरे ब्लॉक का अधिग्रहण कर लिया। 1946 में नए मालिकों को बेचने से पहले विलार्ड्स ने अगले चालीस वर्षों तक कंपनी को चलाया। हालांकि, एक समय आया जब होटल का स्वरूप बिगड़ता गया और 1960 के दशक में बंद हो गया।

पेंसिल्वेनिया एवेन्यू डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ने होटल को ध्वस्त होने से रोकने के लिए कदम उठाए। वहीं, पुनर्निर्माण होने के बाद होटल का प्रबंधन इंटरकॉन्टिनेंटल होटल्स ग्रुप के हाथ में देने का फैसला किया गया। एक बार फिर यह ऐतिहासिक होटल 1986 में द विलार्ड इंटरकॉन्टिनेंटल के रूप में फिर से खुल गया।

किन खास मेहमानों की मेजबानी कर चुका है होटल?
विलार्ड इंटरकॉन्टिनेंटल लंबे समय से वॉशिंगटन में सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों के केंद्र के रूप में पहचान बना चुका है। प्रसिद्ध लेखिका जूलिया वार्ड होवे ने होटल में रहने के दौरान अपना प्रतिष्ठित गीत ‘द बैटल हाइमन आॅफ द रिपब्लिक’ लिखा। लगभग एक शताब्दी बाद, मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने यहीं अपने प्रसिद्ध भाषण ‘आई हैव ए ड्रीम’ लिखा।

1850 के दशक के बाद से, अमेरिका के प्रत्येक राष्ट्रपति ने या तो इस होटल का दौरा किया है या ठहरे हैं। यही कारण है कि इसे ‘राष्ट्रपतियों का निवास स्थान’ माना जाता है। प्रतिष्ठित ऐतिहासिक होटल में रहने वाले कई अन्य लोग लेखक मार्क ट्वेन, कवि एमिली डिकिंसन, लेखक चार्ल्स डिकेंस, 16वें अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन, 42वें अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, 44वें राष्ट्रपति बराक ओबामा और कई अन्य शामिल हैं।

पीएम मोदी इस होटल में कब-कब आए?
यह होटल राजनीतिक और समाजिक कार्यक्रमों का केंद्र रहा है। पीएम मोदी भी अपने अमेरिकी यात्रा के दौरान यहां आए और रुके। जून 2017 में वॉशिंगटन के होटल विलार्ड इंटरकॉन्टिनेंटल में प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया की टॉप 21 कंपनियों के सीईओ से मुलाकात की थी। इसमें गूगल के सुंदर पिचाई, अमेजन के जेफ बेजोस, एप्पल के टिम कुक और वॉलमार्ट के डग मैकमिलन शामिल थे। इसके बाद सितंबर 2021 में पीएम मोदी इस होटल में आए और यहीं रुके थे। इस दौरान उन्होंने क्वाड सम्मेलन से इतर कई विदेशी नेताओं और अमेरिकी सीईओ से मुलाकात की थी।

होटल की खासियत क्या है?
यहां कुल 335 कमरे हैं। इन कमरों को नेवी ब्लू, ग्रे, आइवरी और गोल्ड कलर टच दिया गया है, जो इसे बेहद आकर्षक बनाते हैं। इस होटल के क्लासिक कमरों का एक दिन का किराया करीब 360-390 डॉलर यानी करीब 26,000 से 29,000 रुपये है। वहीं अगर इस होटल के सुइट्स रूम की बात करें तो इसका किराया करीब 45 हजार रुपये से शुरू होता है। होटल के प्रत्येक कमरे में एक किंग बेड या दो क्वीन बेड हैं। इसके साथ ही आकर्षक सोफा, लाइट, पावर आउटलेट, वर्क डेस्क, कॉफी मशीन आदि लगाए गए हैं।

इस होटल के ऐतिहासिक क्रिस्टल रूम, बॉलरूम और विलार्ड रूम की अपनी खासियतें हैं, जहां निजता का भी पूरा ख्याल रखा जाता है। होटल में अलग-अलग साइज के कई मीटिंग रूम हैं, जिनका इस्तेमाल उनकी जरूरत के हिसाब से किया जा सकता है।

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