शेयर बाजार में फिसला सेंसेक्स, निफ्टी भी उच्चतम स्तर पर पहुंचकर टूटा

0
(0)

सेंसेक्स 139.76 (0.22%) अंकों की बढ़त के साथ 63,467.46 अंकों के लेवल पर कारोबार करता दिखा। वहीं निफ्टी 8.45 (0.045%) अंकों की तेजी के साथ 18,825.15 के लेवल पर ट्रेड कर रहा है।

घरेलू शेयर बाजार में बुधवार को हरे निशान पर कारोबार की शुरूआत हुई। इस दौरान सेंसेक्स 139.76 (0.22%) अंकों की बढ़त के साथ 63,467.46 अंकों के लेवल पर कारोबार करता दिखा। वहीं निफ्टी 8.45 (0.045%) अंकों की तेजी के साथ 18,825.15 के लेवल पर ट्रेड कर रहा था। हालांकि हरे निशान पर खुलने के बाद बाजार थोड़ी ही देर में सेंसेक्स आॅल टाइम हाई को पार कर गया और 63588 का लेवल तक पहुंच गया। निफ्टी भी 18850 के पार पहुंचकर अपने रिकॉर्ड हाई के करीब पहुंचा। हालांकि ऊपरी स्तरों पर बाजार में बिकवाली दिखी। पीएम मोदी आज अमेरिका दौरे पर हैं ऐसे में आज शेयर बाजार की हलचल पर निवेशकों की नजर बनी रहेगी।

बीएसई सेंसेक्स ऐसे पहुंचा आल टाइम हाई पर
वर्ष 2014 से अब के तक के सेंसेक्स के सफर की बात करें तो जनवरी 2014 में जो सेंसेक्स 21,222.19 के लेवल पर था वह 2023 में अपने आल टाइम हाई 63588.31 के लेवल तक पहुंच चुका है। सेंसेक्स का पिछला आल टाइम हाई 63,583.07 था, जिस लेवल पर यह दिसंबर 2022 में पहुंचा था।

निफ्टी भी आॅल टाइम हाई के करीब पहुंचा
एक दशक पहले जो निफ्टी 6000 का स्तर भी हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहा था। 10 वर्षों के बाद दिसंबर 2022 में वहीं निफ्टी 18900 के करीब पहुंच गया। हालांकि इसके बाद बाजार में फिर कमजोरी दर्ज की गई पर एक बार फिर यह इसी लेवल पर कारोबार करता दिख रहा है। निफ्टी के 50 शेयरों का मार्केट कैप 14,920,255.38 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले एक दशक के दौरान निफ्टी 211% की आश्यचर्यजनक वृद्धि दर्ज की गई है।

वर्ष 2022 में मैक्रोइकोनॉमिक अनिश्चितताओं और जियोपॉलिटिकल तनावों के कारण बाजार में आए उठा-पटक के बावजूद भारतीय बाजार ने अपने समकक्षों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया और आॅलटाइम हाई का आंकड़ा छू लिया। जानकारों का मानना है कि वर्ष 2030 तक निफ्टी ऊंचाईयों को हासिल करते हुए 50,000 का आंकड़ा छू सकता है।

बाजार में एफआईआई की वापसी से मिली मजबूती
सेंसेक्स के आॅल टाइम हाई पर पहुंचने के बाद एलकेपी सिक्योरिटीज के हेड आॅफ रिसर्च एस रंगनाथन ने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र के बढ़ते पीएमआई के साथ भारत सरकार द्वारा पूंजीगत व्यय में निरंतर वृद्धि के कारण बेंचमार्क सूचकांक आज नई ऊंचाई पर पहुंच गए। ब्याज दरों में वृद्धि के बावजूद हम बढ़ती क्रेडिट मांग देख रहे हैं और भारतीय उद्योग जगत आज पहले से कहीं बेहतर बैलेंस शीट का दावा कर सकता है। अप्रैल के बाद से हमारे बाजारों में एफआईआई की वापसी ने धारणा को बढ़ावा दिया है, हालांकि घरेलू निवेशकों ने भारतीय इक्विटी में विश्वास बनाए रखा है।

क्या आप इस पोस्ट को रेटिंग दे सकते हैं?

इसे रेट करने के लिए किसी स्टार पर क्लिक करें!

औसत श्रेणी 0 / 5. वोटों की संख्या: 0

अब तक कोई वोट नहीं! इस पोस्ट को रेट करने वाले पहले व्यक्ति बनें।

Leave a Comment