अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) और उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) के तहत जारी आंकड़े बता रहे हैं कि कर्मियों को चार फीसदी की दर से महंगाई भत्ता मिलेगा। इसके बाद कर्मियों के महंगाई भत्ते की दर 46 फीसदी हो जाएगी।
केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों के ‘महंगाई भत्ते’ और पेंशनरों के लिए ‘महंगाई राहत’ की दरों में वृद्धि करने की तैयारी कर ली है। मौजूदा समय में केंद्रीय कर्मचारियों को 42 फीसदी की दर से महंगाई भत्ता मिल रहा है। अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) और उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) के तहत जारी आंकड़े बता रहे हैं कि कर्मियों को चार फीसदी की दर से महंगाई भत्ता मिलेगा। इसके बाद कर्मियों के महंगाई भत्ते की दर 46 फीसदी हो जाएगी। सरकार के सूत्रों का कहना है कि इस बार डीए/डीआर की घोषणा होने में ज्यादा देरी नहीं होगी। ऐसी संभावना है कि अगस्त से पहले ही केंद्र सरकार यह घोषणा कर देगी।
पिछली बार 38 से 42 फीसदी हो गया था डीए
पिछली बार डीए/डीआर की दर मार्च में 38 से 42 फीसदी की गई थी। केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने यह घोषणा करते हुए कहा था कि इससे केंद्र के 12815 करोड़ रुपये खर्च होंगे। उस वक्त किसी कर्मचारी का वेतन 18 हजार रुपये था और उसके डीए में चार फीसदी की वृद्धि हुई, तो 42 प्रतिशत महंगाई भत्ते के हिसाब से उसके वेतन में प्रति माह लगभग 720 रुपये बढ़ गए थे। इसी तरह एक लाख रुपये मूल वेतन पाने वाले कर्मियों को हर माह 4000 रुपये से ज्यादा का फायदा हुआ।