देहरादून। किराए के मकान में रहने वाले दंपत्ति की मौत के बाद उनकी लाश लगभग 3 से 4 दिन तक सड़ती रही, लेकिन दोनों की लाशों के बीच 6 दिन का बच्चा पुलिस को जिंदा मिला। कहते हैं जाको राखे साइयां मार सके ना कोई। ऐसा ही कुछ उत्तराखंड के देहरादून में देखने को मिला है। यहां एक किराए के मकान में रहने वाले दंपत्ति की मौत के बाद उनकी लाश लगभग 3 से 4 दिन तक सड़ती रही। बाद में बदबू आने पर पड़ोसियों ने मामले की सूचना पुलिस को दी।
पुलिस के मौके पर पहुंचने के बाद जब घर का दरवाजा खोला गया तो वहां दंपत्ति की लाशों के बीच 6 दिन का बच्चा जिंदा मिला। ये मंजर देख हर कोई हैरान था। पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया और बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया है। जानकारी के मुताबिक आर्थिक तंगी के चलते युवक दूसरों से लिया कर्जा वापस नहीं कर पा रहा था। जिस कारण उसने पत्नी के साथ खुद की जीवन लीला समाप्त कर ली।
कर्जा नहीं उतार पाने के कारण पति पत्नी ने की सुसाइड
देहरादून की टर्नर रोड सी-13 स्थित मकान में पिछले चार महीने से काशिफ और उसकी पत्नी अनम किराए पर रह रहे थे। दोनों ही उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले हैं। मिली जानकारी के मुताबिक काशिफ की आर्थिक स्थिति सही नहीं थी। जिस कारण उसने बहुत सारा कर्ज ले रखा था। कर्जा ज्यादा होने के कारण वो देनदारी नहीं चुका पा रहा था। इसी बात से परेशान होकर दोनों पति-पत्नी साथ में सुसाइड कर ली।
दोनों के एक बच्चा भी है जो महज 6 दिन का है। हैरत की बात तो यह है कि दोनों के मरने के बाद बच्चा 4 दिन तक माता-पिता की लाश के बीच में पड़ा रहा और जिंदा बच गया। बता दें कि बीते शुक्रवार को ही अनम बच्चे के साथ अस्पताल से घर लौटी थी।
पुलिस जांच में जुटी
पुलिस को दंपत्ति के शरीर से कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं, हालांकि कमरे में खून के निशान जरूर मिले हैं, जब पुलिस ने दंपत्ति का कमरा खोला तो पूरा कमरा खून से भरा हुआ था। फॉरेंसिक टीम का कहना है कि ये खून दंपत्ति की नाक से बह रहा था। प्राथमिक जांच में पुलिस दंपति की आत्महत्या करने की आशंका जता रही है।