भाजपा के सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने गहलोत सरकार के मंत्री विश्वेंद्र सिंह मुलाकात की। पुलिस ने मंत्री के सरकारी आवास को घेरा।
सरकार को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक बलजीत यादव ने जापानी इंड्रस्टीज़ की बिजली काटी।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत माने या नहीं लेकिन यदि करौली के दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्यवाही हो जाती तो जोधपुर में 3 मई को ईद की नमाज के बाद उपद्रव नहीं होता। करौली में दो अप्रैल को हिन्दू नववर्ष पर निकली शोभायात्रा पर पत्थरबाजी के बाद हालात बिगड़े। अनेक वीडियो में देखा गया कि किस प्रकार छतों से पत्थर फेंके गए तथा किस प्रकार मोटे मोटे डंडे लेकर दुकानों को क्षतिग्रस्त किया गया। तब मुख्यमंत्री ने करौली की हिंसा के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा को दोषी ठहरा दिया। करौली में तो दंगों का कारण हिन्दूवादी संगठनों की शोभायात्रा को मान लिया गया। लेकिन जोधपुर में तो किसी संगठन की ओर से शोभायात्रा भी नहीं निकाली गई। लेकिन इसके बावजूद भी 3 मई को ईद की नमाज के बाद सैकड़ों लोगों ने उपद्रव किया। वाहनों को तोड़ा गया और अनेक दुकानें क्षतिग्रस्त कर दी गई। जोधपुर के उपद्रव की घटनाएं इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि जोधपुर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह जिला है। गहलोत अब कह रहे हैं कि जोधपुर में उपद्रव करने वालों पर सख्त कार्यवाही होगी। भले ही उपद्रव करने वाला किसी भी जाति धर्म का हो। यदि यही नीति में करौली में अपना ली जाती तो जोधपुर में उपद्रव नहीं होता। अच्छा हो कि सीएम गहलोत दंगाइयों पर समान रूप से कार्यवाही करे। यदि दंगाइयों को वोटों के नजरिए से देखा जाएगा तो फिर उपद्रवियों के हौसले बुलंद होंगे।
किरोड़ी ने की विश्वेंद्र सिंह से मुलाकात:
4 मई को जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उदयपुर में कांग्रेस के प्रस्तावित चिंतन शिविर की तैयारियों का जायजा ले रहे थे, तभी जयपुर भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने गहलोत सरकार के पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह से मुलाकात की। मीणा जब सिविल लाइन स्थित सरकारी आवास पर विश्वेंद्र सिंह से मिलने पहुंचे तो पुलिस ने मंत्री के आवास का घेराव कर लिया। कई पुलिसकर्मियों को मंत्री के आवास के बाहर देखा गया। पुलिस की इस घेराव बंदी पर विश्वेंद्र सिंह ने नाराजगी भी प्रकट की। राजनीतिक क्षेत्रों में मीणा की विश्वेंद्र सिंह मुलाकात महत्वपूर्ण मानी जा रही है। सूत्रों की माने तो किरोड़ी लाल मीणा इन दिनों भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं के सीधे संपर्क में हैं। दो दिन पहले भी कांग्रेस के विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने मीणा की कार्यशैली की प्रशंसा की। सब जानते हैं कि किरोड़ी मीणा जनसमस्याओं को लेकर आंदोलन करते रहते हैं। मीणा के इन आंदोलन की तुलना सीएम गहलोत ने राजनीतिक धमाल से की। गहलोत का कहना रहा कि मीणा भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं के इशारे पर धमाल करते रहते हैं। जबकि कांग्रेस के विधायक सोलंकी का कहना रहा कि किरोड़ी लाल मीणा धमाल नहीं करते बल्कि आम लोगों की आवाज बनते हैं। कांग्रेस विधायक के इस बयान के बाद मीणा का मंत्री विश्वेंद्र सिंह से मिलना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि जुलाई 2020 में कांग्रेस के 18 विधायक तत्कालीन डिप्टी सीएम सचिन पायलट के साथ दिल्ली गए थे, उनमें विश्वेंद्र सिंह और वेद प्रकाश सोलंकी भी शामिल थे।
जापानी इंड्रस्टीज़ की बिजली काटी:
गहलोत सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक बलजीत यादव ने 3 मई को अलवर जिले में संचालित एक जापानी इंड्रस्टीज़ की बिजली काट दी। यादव का कहना रहा कि सरकार ने उद्योगों पर बिजली कटौती कर रखी है, लेकिन जापानी इंड्रस्टीज़ को चौबीस घंटे बिजली की सप्लाई हो रही है। उन्होंने इस संबंध में बिजली विभाग के अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया था, लेकिन इसके बाद भी जापानी इंड्रस्टीज़ पर बिजली कटौती लागू नहीं की गई। इसलिए उन्हें स्वयं जापानी इंड्रस्टीज़ की बिजली काटनी पड़ी है।
S.P.MITTAL BLOGGER
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एस पी मित्तल
वर्ष 2016 में मेरी उम्र 54 वर्ष है और मैं करीब 40 वर्षों से पत्रकारिता कर रहा हूँ | पत्रकारिता की घुट्टी जन्मजात है। मेरे पिता स्व.कृष्ण गोपाल जी गुप्ता जो भभक पाक्षिक पत्र निकालते रहे। उससे मैंने पत्रकारिता का सबक सीखा। मेरी पत्रकारिता की यात्रा में दैनिक राष्ट्रदूत, दैनिक भास्कर, दैनिक नवज्योति, दैनिक पंजाब केसरी आदि अखबारों का सहयोग तो रहा ही है, लेकिन वर्ष 2000 में जब मैंने सम्पूर्ण उत्तर भारत में पहली बार केबल नेटवर्क पर न्यूज चैनल शुरू किया तो मुझे सीखने का जोरदार अवसर मिला। जिलेभर के केबल ऑपरेटरों की मदद से जब एक घंटे की न्यूज का प्रसारण हुआ तो अजमेर सहित राजस्थान भर में तहलका मच गया। हालांकि साधनों के अभाव और बड़े मीडिया घरानों के केबल में कूद पडऩे से मुझे अपना अजमेर अब तक नामक चैनल बंद करना पड़ा। 17 नवम्बर 2005 को जब मैंने देश के राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से अजमेर के सर्किट हाऊस में व्यक्तिगत मुलाकात की तो मुझे एक सुखद अनुभूति हुई। यूं तो मेरे लिखे की गूंज राजस्थान विधानसभा से लेकर लोकसभा तक में हुई है, लेकिन मेरी पत्रकारिता की सबसे बड़ी सफलता यही है कि मैं आज भी नियमित लिख रहा हूँ | यदि किसी पाठक के पास कोई सुझाव हो तो अवश्य दें | आपका एस.पी.मित्तल
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