शिवसेना और खालिस्तान समर्थक आपस में भिडे, 2 घायल

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पंजाब के पटियाला कस्बे में शुक्रवार को उस समय तनाव बढ़ गया जब शिवसेना और खालिस्तान समर्थक कार्यकर्ता एक-दूसरे पर पथराव और तलवार लहराकर भिड़ गए, जिसके बाद स्थानीय काली देवी मंदिर के पास स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को हवा में गोलियां चलानी पड़ीं।

परेशानी तब शुरू हुई जब शिवसेना (बाल ठाकरे) द्वारा आयोजित खालिस्तान मुदार्बाद मार्च का विरोध करने के लिए कट्टरपंथी सिख तत्व बड़ी संख्या में सामने आए। दक्षिणपंथी संगठन के पंजाब इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष हरीश सिंगला ने पटियाला के आर्य समाज चौक से काली देवी मंदिर तक अलगाववादी विरोधी मार्च का नेतृत्व किया। नारेबाजी के बीच सिंगला ने कहा, ‘शिवसेना पंजाब या भारत में कहीं भी खालिस्तान नहीं बनने देगी।

 

सिंगला ने कहा कि प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के संयोजक गुरपतवंत पन्नू ने 29 अप्रैल को खालिस्तान के स्थापना दिवस को चिह्नित करने के लिए आह्वान किया था।

पन्नू के आह्वान के विरोध में शिवसेना (बाल ठाकरे) मार्च निकाला गया। पुलिस ने कहा कि वह स्थानीय शिवसेना के प्रमुख के साथ बातचीत कर रही है, जो संघर्ष में शामिल दो समूहों में से एक है। पंजाब के पटियाला कस्बे में शुक्रवार को उस समय तनाव बढ़ गया जब शिवसेना और खालिस्तान समर्थक कार्यकर्ता एक-दूसरे पर पथराव और तलवार लहराकर भिड़ गए, जिसके बाद स्थानीय काली देवी मंदिर के पास स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को हवा में गोलियां चलानी पड़ीं।

परेशानी तब शुरू हुई जब शिवसेना (बाल ठाकरे) द्वारा आयोजित खालिस्तान मुदार्बाद मार्च का विरोध करने के लिए कट्टरपंथी सिख तत्व बड़ी संख्या में सामने आए। दक्षिणपंथी संगठन के पंजाब इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष हरीश सिंगला ने पटियाला के आर्य समाज चौक से काली देवी मंदिर तक अलगाववादी विरोधी मार्च का नेतृत्व किया। नारेबाजी के बीच सिंगला ने कहा, ‘शिवसेना पंजाब या भारत में कहीं भी खालिस्तान नहीं बनने देगी।

सिंगला ने कहा कि प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के संयोजक गुरपतवंत पन्नू ने 29 अप्रैल को खालिस्तान के स्थापना दिवस इसी दौरान बड़ी संख्या में खालिस्तान समर्थक मौके पर पहुंच गए और दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया।

“पटियाला में झड़प की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने डीजीपी से बात की, इलाके में शांति बहाल कर दी गई है। हम स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और किसी को भी राज्य में अशांति पैदा नहीं करने देंगे। पंजाब की शांति और सद्भाव अत्यंत महत्वपूर्ण है।

पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) नानक सिंह मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए 15 राउंड हवाई फायरिंग की गई। घायलों में हिंदू कार्यकर्ता आशुतोष गौतम और थाना प्रभारी करमवीर सिंह शामिल हैं।को चिह्नित करने के लिए आह्वान किया था।

पन्नू के आह्वान के विरोध में शिवसेना (बाल ठाकरे) मार्च निकाला गया। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है क्योंकि खालिस्तान समर्थक काली माता मंदिर के बाहर जमा हैं, जहां शिवसेना नेताओं ने डेरा डाला था।

पुलिस ने सिख कार्यकतार्ओं को रोकने की कोशिश की लेकिन वे खालिस्तान के खिलाफ शिवसेना के विरोध का विरोध करने पर अड़े थे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दंगा विरोधी बल की आवश्यकता थी।

जिला प्रशासन ने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की है। उपायुक्त साक्षी साहनी ने कहा कि अगर कोई विवाद या गलतफहमी है तो उसे बातचीत से सुलझाना जरूरी है।

इस बीच, कांग्रेस के प्रताप सिंह बाजवा ने सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री मान को आड़े हाथों लेते हुए घटनाओं को ‘पूर्ण अराजकता’ बताया है। अब समय आ गया है कि पंजाब के मुख्यमंत्री अपने घर को व्यवस्थित करें। एक के बाद एक घटनाओं के साथ कानून-व्यवस्था पिछले एक महीने में चरमरा गई है। मुख्यमंत्री को तुरंत डीजीपी पंजाब के साथ पटियाला का दौरा करना चाहिए।”

सुदेश चंद्र शर्मा

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