उसके पास पढ़ने के लिए समय नहीं था क्योंकि वह हर वक़्त काम में लगा रहता था सुबह उठते ही वह अपने खेत में चला जाता था और सारा काम करके ही घर आया करता था उसे पिताजी अक्सर बीमार ही रहते थे वह उनकी सेवा भी बहुत करता था लेकिन जब भी उसके साथ के लड़के स्कूल जाया करते थे तो वह भी यही सोचा करता था मगर क्या किया जा सकता था।
उसके पास समय था ही नहीं तो वह क्या करे ‘घर’ में सिर्फ उसके पिताजी और वह सुशांत ही रहता था सुशांत अपने पिताजी के लिए खाना बनाना और ‘घर’ की साफ सफाई और अपने खेत के सारे काम वही करता था वह इन सब काम के करने के बाद भी यही सोचा करता था की मेरे साथ बहुत परेशानिया है घर में हम दो लोग ही रहते है पिताजी अकसर बीमार रहते है मेरे साथ के सभी लड़के स्कूल जाते है सुशांत को पढ़ना अच्छा लगता था मगर वह कुछ नहीं कर पा रहा था।
तभी एक दिन उसकी बुआ सुशांत के ‘घर’ आयी और कहने लगी की ऐसा कब तक चलेगा तुम बहुत परेशान हो ऐसा करो की तुम मेरे साथ चलो और वही पर रहो, सुशांत के पिताजी ने कहा की ऐसा हो नहीं सकता है तुम इस बात को अच्छी तरह जानती हो, मगर सुशांत को तो मेरे साथ भेज सकते हो वह अकेला यहां पर कब तक ऐसे ही रहेगा, और तुम्हारे लिए भी में ऐसा ही कह रही हु, सुशांत अगर यहां पर रहेगा तो वह कभी पढ़ नहीं पायेगा, और जीवन में उसे आगे बढ़ना है तुम ही ऐसा सोचते क्यों नहीं हो, सुशांत के पिताजी यह बात अच्छी तरह जानते है मगर अगर सुशांत भी चला गया तो में अकेला यहां पर कैसे रहूँगा, सुशांत की बुआ को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था
तुम उसे मेरे साथ भेजना भी नहीं चाहते हो और खुद भी जाना नहीं चाहते हो। ऐसा कब तक चलेगा, और क्या इसका कोई और भी हल है, अभी वह छोटा है वह जब बड़ा होगा तो उसकी भी जिम्मेदारी बढ़ेगी तुमने कुछ सोचा है। अभी तो कुछ सोचा नहीं है मगर में सोच रहा हु की उसकी जल्दी ही शादी कर दूं।
उससे उसे भी आराम मिलेगा और हमारा ‘घर’ भी चल जाएगा, बुआ ने कहा की तुम्हे कुछ समझ नहीं आता है अभी वह छोटा है अभी उसकी शादी ठीक नहीं है में ऐसा करती हूं की मौसी की लड़की को यहां पर भेज देती हूं जिससे तुम्हे खाने की परेशानी नहीं होगी और तुम्हे इलाज भी करवा लेना चाहिए जिससे जल्दी ही ठीक हो जाओ ऐसा कब तक चलेगा बीमार होने पर कुछ नहीं होगा ठीक रहोगे तो सब अच्छा होगा।
अगले दिन बुआ के साथ में मौसी की लड़की भी आ गयी थी और बुआ ने यह कहा की जब तक सुशांत की शादी नहीं होगी तब तक तुम्हे ‘घर’ का कोई भी काम नहीं करना होगा मौसी की लड़की सब ‘घर’ का काम जानती है यह सब कर लेगी, उसके बाद सुशांत को भी अच्छा लग रहा था अब उसे ज्यादा काम नहीं करना पड़ रहा था, उधर सुशांत के पिताजी भी ठीक होने लगे थे, और जब वह ठीक हुए तो सुशांत का काम भी कम हो गया था।
अब वह अपनी पढ़ाई को अच्छे से कर सकता था यह सब मौसी की लड़की की वजह से हो पाया था आदमी कितना भी काम कर ले मगर वह कुछ ऐसे काम जो नहीं कर पाता है, धीरे-धीरे समय बीतता चला गया था, अब मौसी की लड़की भी बड़ी हो गयी थी, उसके बाद बुआ ने कहा की इसकी भी शादी का रिश्ता आने लगा है और मेरी मानो तो सुशांत की भी अब शादी कर सकते हो, मौसी की लड़की का रिश्ता तय हुआ तो सुशांत ने भी बहुत अच्छी तरह से ‘घर’ में तैयारी की थी।
सुशांत जनता था कि अगर वह न होती तो हमारे ‘घर’ में कुछ भी नहीं होता, उसकी वजह से मैं आगे पढ़ पाया हूं, और पिताजी की तबियत भी ठीक हुई है यह हमारे लिए बहुत सारी खुशियां लेकर आयी है, इसलिए उसकी शादी में कोई भी कमी नहीं होने वाली थी सुशांत के पिताजी ने उसे अपनी बेटी की तरह ही समझा था इसलिए उसके लिए वह सब कुछ कर रहे थे, सुशांत ने भी अपनी तरह से काफी तोफे दिए थे।
जब शादी का प्रोग्राम समाप्त हुआ तो सभी लोग अपने-अपने ‘घर’ चले आये थे सुशांत के पिताजी ने भी सुशांत की शादी तय कर दी थी, क्योंकि अब वह घर को खाली नहीं रखना चाहते थे, इसलिए सुशांत की शादी भी अब तय हो गयी थी और अगले महीने उसकी शादी थी, सुशांत भी अपने पिताजी को खुश देखना चाहता था क्योंकि वह जानता था की पिताजी ने जीवन भर बहुत मुश्किल में मुझे संभाला है, और धीरे-धीरे पिताजी का काम भी कम कर दिया था।
सुशांत को एक सेठ के यहां पर अच्छी नौकरी मिल गयी थी, सेठ का गोदाम था और उसमे सामान रखा हुआ था सभी लेन-देन सुशांत ही कर रहा था, सेठ को भी सुशांत का काम अच्छा लग रहा था क्योंकि वह बहुत ही ईमानदारी से सब कुछ कर रहा था, सुशांत की अब शादी भी होने वाली थी, शादी में जब बुआ आई तो कहने लगी की अब सब कुछ अच्छा चल रहा है, सुशांत के पिताजी ने कहा की यह सब तुम्हारी वजह से हुआ है।
बुआ ने कहा कि तुम छोटे हो इसलिए छोटों की मदद करना यह बहुत जरुरी है, इसमें और कुछ भी कहने की जरूरत नहीं है अब सुशांत बड़ा हो गया है, और वह तुम्हारी सबकी देखभाल कर सकता है, अब चिंता की बात नहीं है सुशांत की भी शादी हो चुकी थी और अब सुशांत और उसकी पत्नी पिताजी की सेवा में लगे हुए थे, सुशांत जनता है की उसके पिताजी ने उसके लिए बहुत मुश्किल उठायी है और अब उसको उनकी सेवा करना उसका धर्म था।
इस तरह सुशांत का जीवन सफल हो गया था और वह अपने काम को अच्छे से कर रहा था मुश्किलें आती है और हमें सीखा जाती है इसलिए कभी परेशान न होना जीवन बढ़ने का नाम है और हमेशा आगे बढ़ते रहना।
जब से यह ‘घर’ गिरवी रखा गया है तभी से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है मुझे नहीं लगता है कि हम इस ‘घर’ को जल्दी ही वापिस ले सकते हैं क्योंकि हमने सेठ से कर्जा लिया है यह पूरा होने में हमें बहुत समय लग जाएगा लेकिन सेठ हमारे ‘घर’ को चाहता है हमने उस सेठ से बहुत बार बात की लेकिन वह बात को मानने के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं है।
उसे लगता है कि उसका धन समय से नहीं मिला तो वह इस ‘घर’ को बेच देगा उसके बाद अपने धन की पूर्ति करेगा जब से यह बात सुनी है तभी से मन में बहुत सारी परेशानियां चल रही है जिनका समाधान होना बहुत जरूरी है लेकिन समाधान मिल नहीं रहा है यह ‘घर’ की समस्या बहुत अधिक बढ़ गई है जब तक यह घर हमारे पास है तब तक हम कुछ कर सकते हैं अगर एक बार ‘घर’ चला गया तब हम कुछ भी नहीं कर पाएंगे हमारे पास इतना धन भी नहीं है।
जो हम सेठ को दे पाए और अपने ‘घर’ को वापस पा सके जीवन में बहुत सारी परेशानियां चल रही है उनका समाधान होना इतना आसान नहीं है जितना हम सोचते हैं हमें एक बार सेठ से चलकर बात करनी चाहिए शायद वह हमारी बात मान जाए तभी एक आदमी उनके ‘घर’ पर आता है बहुत पुराना दोस्त था और बहुत साल बाद हमसे मिलने के लिए आया है वह देखता है कि सभी लोग परेशान बैठे हुए शायद कोई ऐसी बात है जो उन्हें अंदर तक परेशान कर रही है।
इसलिए उनका दोस्त इस बारे में बात करना चाहता है लेकिन कोई भी इस बारे में बात नहीं कर रहा था शायद वह किसी को भी अपनी समस्या बताना जरूरी नहीं समझते थे लेकिन जब उनके दोस्त ने बहुत बार पूछा तो वह कहते हैं कि हमने बहुत समय पहले इस ‘घर’ पर कर्जा लिया था जो कि पूरा नहीं कर पाए हैं सेठ अब इस ‘घर’ को बेचना चाहता है जिसकी वजह से हमारे सामने समस्या आ रही है हम कुछ भी नहीं कर पा रहे हैं हमारे पास ऐसा कोई भी साधन नहीं है जिससे कि हम इस ‘घर’ को बचा सके हमारे पास थोड़ी सी जमीन है। जिससे हम अपना गुजारा कर पा रहे हैं अगर हम जमीन को बेचकर अपना घर बचा भी लेते हैं तो हमे अपने खाने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि हमारा छोटा सा खेत खाने को देता है अगर वही नहीं रहेगा तो हम खाने को कहां से हासिल कर पाएंगे उसके दोस्त को यह बात पता चलती है।
तो बहुत बुरा लगता है और सोचता है कि मेरे दोस्त ने आज तक भी समस्या का जिक्र नहीं किया है क्योंकि शायद वह समझता है कि इसका समाधान नहीं हो सकता है इसलिए उसका दोस्त कहता है कि मैं तुम्हारी समस्या को दूर कर देता हूं लेकिन जीवन में एक बात हमेशा ध्यान रखना दोस्त हमेशा मदद करने के लिए तैयार रहता है। अगर तुम मुझसे इस बारे में बात करते हो जब अपने दोस्त की आदमी सुनता है।
तो उसे लगता है कि शायद उसके जीवन में एक अच्छा दोस्त है इसलिए उसकी मदद करने के लिए यहां पर आ गया जबकि वह बहुत समय से यहां पर आया भी नहीं आज हमें बहुत जरूरत थी इसलिए यहां पर आ गया वह इस बारे में जानता भी नहीं था।
लेकिन सच्चा दोस्त है इसलिए वह हमारी परेशानी को दूर करने के लिए यहां पर आ गया है उसका दोस्त सेठ को बहुत सारा धन देता है जिससे कि उसका घर वापस मिल जाता है। उसका दोस्त कहता है कि मेरे पास धन की कोई कमी नहीं है लेकिन तुमने कभी भी मेरे सामने इस बारे में बात नहीं की शायद तुम्हें पसंद नहीं होगा। इस बारे में बात करना लेकिन जब मैंने तुम्हारी समस्या सुनी तो मुझे लगा कि तुम्हें मुझसे बात करनी चाहिए थी आदमी सोच रहा था बात करने की।
लेकिन मुझे लग रहा था कि मेरे बात करने से शायद तुम्हें दु:ख पहुंचेगा और इस बारे में अगर तुम कुछ नहीं कर सके तो तुम परेशान हो जाओगे। इसलिए मैंने तुमसे नहीं कहा उसका दोस्त कहता है कि अपनी तकलीफ को अधिकतर लोगों के साथ शेयर करना जरूरी नहीं होता। लेकिन तुम अपने अच्छे दोस्तों के सामने बता सकते हो।
शायद कोई ना कोई तुम्हारी समस्या का हल निकाल सके और आज उसे पता चल चुका था कि उसका सच्चा दोस्त जो कि उसके पास हमेशा ही था वह उससे इस बारे में बात करके अपनी परेशानी को दूर कर सकता था लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाया और शायद यह इसलिए भी है कि वह आज मेरे पास आया और मेरी समस्या को दूर कर सका।
जीवन में सच्चे दोस्त के सामने अपनी समस्या कहने से कुछ हद तक हल निकल सकता है वह आदमी अपने दोस्त की वजह से अपने घर को बचा सका और अपने दोस्त को भी धीरे-धीरे धन देकर उसका कर्जा भी चुका रहा था जीवन में एक अच्छा दोस्त जो कि तुम्हें बहुत अच्छी तरह से समझता है वह आपके काम आ सकता है।
मुझे जैसे घर की उम्मीद लगती थी. वह घर हम कभी भी अपनी जिंदगी में नहीं खरीद सकते है. यह सोचकर पत्नी बहुत उदास लग रही थी. पत्नी अभी अपने काम से वापिस नहीं आया था. वह एक दुकान चलाता था. मगर उसमे से भी उसे कुछ खास नहीं बचता था. ऊपर से वह एक किराए के घर में रहते है. उस किराए के घर में कब तक रह सकते है।
वह अपना घर कब खरीद सकते है यह सोच- सोच कर पत्नी हमेशा परेशानी में रहती थी. जब रात को पति घर आता है. वह कहता है खाना लगा दो बहुत भूख लगी है. पत्नी को शायद आवाज नहीं आती है. वह किसी सोच में डूबी हुई है. इसलिए वह पति कहता है की आज क्या सोच रही हो. यह सुनकर पत्नी कहती है. हमेशा एक ही सोच लगी रहती है. हम अपने जीवन में भागदौड़ कर रहे है. मगर कुछ भी नजर नहीं आ रहा है. हर रोज जिंदगी में चले जा रहे है।
मगर हमारी मंजिल ऐसा लगता है वह बहुत दूर और दूर ही जा रही है। एक घर भी हम नहीं ले सकते है. अब क्या किया जा सकता है. पति कहता है की तुम्हे पता है की हम खा रहे है यही बहुत बड़ी बात है. इससे अधिक हम सोचकर भी क्या कर सकते है. यह सुनकर पत्नी कहती है. मुझे पता है मगर यह कब तक ऐसा ही चलता रहेगा. कुछ भी समझ नहीं आ रहा है. पत्नी से पति कहता है. मुझे यकीन है एक दिन ऐसा जरुर होगा. लेकिन यह बात मुझे अभी तक पता नहीं है. मगर जरूर होगा. पत्नी कहती है।
वह दिन पता नहीं कब आएगा. पिछले आठ साल से यही हो रहा है. पता नहीं और कितने दिन लग सकते है. पति नहीं जानता था. मगर वह मेहनत कर रहा था. मगर कुछ भी नहीं हो रहा था. वह क्या कर सकता था. वह मेहनत कर सकता है. वह कर भी रहा है. मगर इससे अधिक कुछ नहीं होता है. जीवन में हम क्या सोचते है उसे कैसे जीते है. यह बात बहुत महत्वपूर्ण होती है. हमे विस्वाश रखना चाहिए. एक दिन जरूर आता है. अगर आप लगातार मेहनत करते है।
बहुत से लोगों को लगता है. हमारा घर बहुत अच्छा हो. सभी मिलकर रहे. क्योंकि अगर सभी लोग साथ में रहते है. तो सब कुछ अच्छा होता है. मगर जब एक ही घर में सभी लोग अलग अलग रहते है. तो मन भी कही नहीं लगता है. एक घर को अच्छा बनाने के लिए हमारा दिया हुआ योगदान ही काम आता है. हम शुरू से कैसा व्यवहार करते है. सभी को हम कितना सम्मान देते है. हम सभी से काम के लिए राय लेते है या नहीं।
यहां पर सब कुछ मायने रखता है. अगर हम सभी एक ही घर में रहते है। मगर हमारे होने या न होने का कोई मतलब नहीं है। तो हम साथ में जरूर रहते है. मगर यह होने या न होने के बराबर ही होता है. इसलिए एक घर को अच्छा जरूर बनाये मगर साथ ही घर मिलकर रहे है। यह भी बहुत अच्छा होता है. मगर आज का समय हम देख रहे है। यहां पर हर कोई अलग रहना चाहता है। इससे समस्या आती है हम सभी जानते है. यह धरती जिस पर हमारा जन्म हुआ है। यहां पर हम आये जरूर है. मगर कोई नहीं जानता है. यहां से कब जाना पड़े।
इसलिए अगर आप सभी साथ में मिलकर रहे है। तो बहुत अच्छा होगा. हम जितना वक़्त अपनों के साथ में बिताते है. वह हमे चिंता से भी दूर रखता है. अगर कोई समस्या आती है. तो सभी मिलकर उसका हल खोज सकते है. मगर जब आप अकेले होते है. तो वह परेशानी जोकि कुछ समय में जा सकती थी. वह बहुत दिन तक बनी रहती है. इसलिए साथ में रहे है हमेशा खुश रहे है. घर सुंदर होने के साथ साथ घर के लोग भी साथ में रहते है. तो वह जीवन ही बहुत अच्छा बन जाता है. अगर आपको यह जानकारी पसंद आयी है।