दलितों के मसीहा भारतीय गणतंत्र के संविधान के शिल्पकार डॉक्टर अम्बेडकर

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भीमराव अम्बेडकर का यह दृढ़ विश्वास था कि जब तक आर्थिक और सामाजिक विषमता समाप्त नहीं होगी, तब तक जनतंत्र की स्थापना अपने वास्तविक स्वरूप को ग्रहण नहीं कर सकेगी। दरअसल सामाजिक चेतना के अभाव में जनतंत्र आत्मविहीन हो जाता है। ऐसे में जब तक सामाजिक जनतंत्र स्थापित नहीं होता है, तब तक सामाजिक चेतना का विकास भी संभव नहीं होगा | भारत में आर्थिक नियोजन तथा समकालीन आर्थिक मुद्दें व दीर्घकाल में भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए जिन संस्थानों को स्वतंत्रता के पश्चात स्थापित किया गया उनकी स्थापना में डॉ. अम्बेडकर का अहम योगदान रहा।
अम्बेडकर ने स्त्री-पुरुष की समानता के लिए अथक  प्रयास  किया जिसका अकाट्य प्रमाण स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि मंत्री रहते हुए ‘हिंदू कोड बिल’ संसद में प्रस्तुत करना था | ‘हिंदू कोड बिल’ के अंदर  हिन्दू  महिलाओं  के अधिकारों और उन्हें पुरुषों के के समान समस्त अधिकार और सम्मान देने के लिये लिए न्याय सम्मत व्यापक प्रावधान रखे गये । संसद में हिन्दू कोड बिल मसौदे को रोके जाने पर उन्होंने मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे दिया। बाबा साहेब ने मजदूर वर्ग के कल्याण के लिए उल्लेखनीय कार्य किये। पहले मजदूरों से प्रतिदिन 12-14 घंटों तक काम लिया जाता था। बाबा साहेब के प्रयासों से प्रतिदिन आठ घंटे काम करने का नियम पारित हुआ।
मसीह समाज के शोक का पर्व गुड फ्राइडे एवं मसीह समाज का दीपावली समकक्ष पर्व ईस्टर
यीशु को मानवता की खातिर क्रूस पर चढ़ाया गया था | गुड फ्राइडे के दिन प्रभु यीशु के इस बलिदान को ध्यान मे रख कर उन्हें याद किया जाता है | ईसाई धर्म को माननेवाले काले कपडे पहन कर चर्च जाते है, इस दिन कैंडल नही जलाई जाती है | सभी अपने-अपने हिसाब से प्रभु ईशु मसीह को याद करते है | कोई बीजारोपण करता है, कोई प्राथनाएं करता है , कोई प्रभु ईशु मसीह की किताब पढता है | इसके अलावा भी लोग कुछ ना कुछ करके गुड फ्राईडे के दिन प्रभु ईशु मसीह को समर्पित करते है | गुड फ्राइडे एक तरह का शोक का दिन है, यह तीसरे पहर मे चर्च मे मनाया जाता है क्योंकि, कहा जाता यीशु के प्राण, तीन बजे के आस-पास निकले थे | यह तीन घंटे तक मनाया जाता है, इसमें प्रभु ईशु मसीह के लिए प्राथनाएं करके उन्हें याद किया जाता है | गुड फ्राईडे 15अप्रेल 2022 को मसीह समाज दूवारा मनाया जायेगा |

सुदेश चंद्र शर्मा

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