अजमेर। रामनगर स्थित राजकीय मॉडल स्कूल भवन नीलाम होने के बाद सावित्री कॉलेज भवन पर कुर्की का साया रहा है। सावित्री कॉलज संचालित करने वाली ट्रस्ट और उनके कर्मचारियों के बीच चलता विवाद इस कॉलेज में एक बार कुर्की की कार्रवाई हो चुकी है और अभी भी कुर्की कासाया इस कॉलेज पर बना हुआ है।
राजकीय गर्ल्स कॉलेज 2012 में इस भवन में शिफ्ट किया गया था। लेकिन जमीन आज तक न तो सरकार के नाम चढ़ी न ही राजकीय गर्ल्स कॉलेज के नाम पर चढ़ी है। जमीन आज भी सावित्री कॉलेज का संचालन करने वाली ट्रस्ट के नाम है। सरकार द्वारा सावित्री कॉलेज को अपने अधीन करने के बाद पुराने शिक्षकों और कर्मचारियों ने ट्रस्ट पर बकाया राशि को लेकर कोर्ट में केस किया था।
सरकार ने अनुदानित शिक्षण संस्थाओं का अनुदान बंद करने का फैसला किया था। इसीलिए प्रदेश के अनेक अनुदानित स्कूल, कॉलेज बंद हो गए थे। सावित्री कॉलेज भी बंद होने की कगार पर है। सरकार ने इसे अधिग्र्रहित कर जीसीए परिसर में चल रहा गर्ल्स कॉलेज यहां स्थानांतरित कर दिया था। ऐसे प्रतिष्ठानों में काम करने वाले कार्मिकों को सरकार ने सरकारी सेवा में शामिल हो जाने का विकल्प दिया था।
कॉलेज की 9078 वर्गगज जमीन आज भी सरकार के नाम है। यह कॉलेज किंग एडवर्ड मेमोरियल ट्रस्ट के अधीन संचालित होता था, जमीन अभी भी इसी ट्रस्ट के नाम से है। गोर्वमेन्ट कॉलेज में रह चुके शिक्षक ने 1936 में अपनी बेटी सावित्री के नाम से गर्ल्स कॉलेज शुरू किया था।
